इजरायल संघर्ष विराम के लिए हमास की दोनों प्रमुख मांगे मानने से इनकार कर दिया है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि जब तक वे अपने लक्ष्य को हासिल नहीं कर लेंगे तक गाजा से सेना नहीं हटेगी।
अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने गाजा युद्ध मामले में दक्षिण अफ्रीका की ओर से इजरायल पर लगाए गए आरोपों को सही पाया है। दक्षिण अफ्रीका ने गाजा में फिलिस्तीनियों की मौतों को नरसंहार बताया था। आइसीजे ने भी माना है कि इजरायली फौज ने गाजा में नरसंहार किया है। दक्षिण अफ्रीका ने इस फैसले के बाद कहा कि हम आइसीजे में सही साबित हुए।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का आरोप है कि इजरायल के सैनिकों ने बांटी जा रही राहत सामग्री को लेने के लिए खड़े लोगों पर गोलीबारी की जिसमें कई लोग मारे गए हैं।
इजराइल और हमास में संघर्ष के चलते गाजा के दूसरे सबसे बड़े शहर खान यूनिस में लोगों की फजीहत बढ़ गई है। खासकर अस्पताल में डॉक्टर्स सहित हजारों लोग फंसे हुए हैं। क्योंकि सड़कों पर निकलने का मतलब है मौत।
इजरायल ने हमास के हमले में हाल में हुई अपने 21 सैनिकों की मौत के बाद युद्ध विराम और बातचीत के सारे विकल्पों को खारिज कर दिया है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पहले से अधिक आक्रामक हो गए हैं। इससे संयुक्त राष्ट्र भी चिंतित हो गया है। संयुक्त राष्ट्र ने इससे दुनिया में आशांति बढ़ने का अंदेशा जताया है।
इजराइल और हमास में जंग के बीच बड़ी खबर यह है कि इजराइल फिलहाल जंग रोकने के लिए सहमत हो गया है। इसके लिए हमास को एक प्रस्ताव भेजा है, इस प्रस्ताव में बंधकों से जुड़ी बड़ी शर्त रखी गई है।
सऊदी अरब के विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान अल सऊद ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा है कि फिलीस्तीन देश की स्थापना का रास्ता साफ होने तक वह इजरायल के साथ संबंधों को सामान्य नहीं करेगा।
गाजा में इजरायली सेना ने पिछले 24 घंटे में दर्जनों मिसाइलों की बौछार कर दी है। इसमें 178 लोग मारे गए हैं और 300 लोग घायल हुए हैं। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अब तक इसमें 25 हजार फिलिस्तीनियों की मौत हुई है।
इजरायल-हमास युद्ध में अब तक 16 हजार से अधिक बच्चों और महिलाओं की मौत हो चुकी है। संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी ने मौतों का ये भयावह आंकड़ा जारी किया है। 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास आतंकियों के आतंकी हमले के बाद इजरायली सेना ने गाजा पर भीषण पलटवार किया है। अब तक गाजा में 23 हजार से ज्यादा मौतें हुई हैं।
इजरायली सेना पर गाजा विश्वविद्यालय को एक हवाई हमले में ढेर कर दिया है। हालांकि इजरायली सेना की ओर से इस बारे में कोई सूचना जारी नहीं की गई है। जबकि फिलिस्तीन की ओर से लगातार यह आरोप लगाया जा रहा है कि आइडीएफ ने फिलिस्तीनियों के विश्वविद्यालय को एयरस्ट्राइक में ध्वस्त कर दिया है। इस पर अमेरिका ने स्पष्टीकरण मांगा है।
इजरायल-हमास युद्ध के 100 दिन पूरे हो गए हैं। इस दौरान इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू फिर हूंकार भरी है। उन्होंने कहा है कि हमास को कुचलने से इजरायल को कोई रोक नहीं सकता है। अब तक इजरायली पलटवार में गाजा में 23 हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।
गाजा में हमास आतंकियों पर लगातार इजरायली सेना बम बरसा रही है। मगर इस बमबारी में काफी संख्या में फिलिस्तीनी बच्चे, महिलाएं और आम लोगों की मौत हो रही है। इजरायली बमबारी में अब तक 22 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। नरसंहार रोकने की मांग को लेकर दक्षिण अफ्रीका अंतरराष्ट्रीय अदालत की शरण में पहुंच गया है।
इजरायल ने हमास के साथ लड़ाई के दौरान गाजा में आम लोगों की मौत पर अपना पक्ष रखते हुए संयुक्त राष्ट्र के कोर्ट में कहा कि वह नहीं बल्कि हमास नरसंहार का दोषी है।
जो बाइडेन के निर्देश पर अमेरिकी सैन्य बलों ने यूनाइटेड किंगडम के साथ मिलकर और ऑस्ट्रेलिया, बहरीन, कनाडा और नीदरलैंड के समर्थन से यमन में हूतियों के कई ठिकानों पर सफलतापूर्वक हमले किए हैं।
इजराइल ने गाजा पर फिर लगातार हमले किए हैं। ये हमले इतने भीषण रहे हैं कि पिछले 24 घंटों के दौरान 126 लोगों की जान चली गई है। हमलों और मौतों से गाजा में हड़कंप मच गया है।
इजरायल-हमास युद्ध को लेकर भारत ने संयुक्त राष्ट्र में आम फिलिस्तीनियों की मौत की कड़ी निंदा की है। भारत ने कहा कि गाजा में आम नागरिकों की मौत अस्वीकार्य है और भारत इसकी सख्त निंदा करता है। यूएन में भारत की स्थाई प्रतिनिधि रुचिरा कांबोज ने कहा कि 7 अक्टूबर को हमास का इजरायल पर आतंकी हमला इसके लिए दोषी है।
गाजा में इजरायली सेना अब युद्ध जीतने के करीब है। जल्द ही गाजा में इजरायल लड़ाई खत्म करने का ऐलान कर सकता है। पीएम बेंजामिन नेतन्याहू गाजा में जंग जीतने के बाद यहां अब इजरायल का शासन चाह रहे हैं, लेकिन अमेरिका ने उनकी इस राह में अड़ंगा लगा दिया है। अमेरिका ने इजरायल को गाजा में शांति के लिए नया प्लान बताया है।
इजरायल-हमास युद्ध के बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है। गाजा में भले ही इजरायली सेना संघर्ष विराम के तैयार नहीं हो, लेकिन उसने पूरी तरह लड़ाई खत्म करने का संकेत दिया है। इजरायली सेना के अनुसार उत्तरी गाजा में वह जल्द ही लड़ाई खत्म करने का ऐलान कर सकते हैं, क्योंकि यहां वह अपने लक्ष्य को जीत चुके हैं।
इजरायल-हमास युद्ध को लेकर फिलिस्तीन समर्थकों ने अमेरिका के सिएटल में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। गाजा में तत्काल संघर्ष विराम की मांग को लेकर प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए। उन्होंने सिएटल में कई किलोमीटर लंबा जाम लगा दिया। इससे चालकों को वैकल्पिक रास्तों का उपयोग करना पड़ा।
इजरायल पर 7 अक्टूबर को शुरुआती हमले का नेतृत्व करने वाला और उत्तरा गाजा से इजरायली सेना पर कई आतंकी हमले करने वाला खूंखार आतंकी ममदोह लुलु को आइडीएफ ने एक हवाई हमले में मार गिराया है। ममदोह लुलु उत्तरी गाजा पट्टी का परिचालन स्टाफ प्रमुख और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद संगठन का वरिष्ठ सदस्य था।
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