अगले तीन दिन तक प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में तेज बारिश होने की संभावना है। विभाग ने कहा है कि 21 जुलाई को पूरे प्रदेश में कुछ स्थानों पर तेज और कुछ स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है।
हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग ने 19 और 20 जुलाई को भारी बारिश की आशंका जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है।
अरब सागर से उठा महा तूफान किसी भी वक्त गुजरात के तटीय इलाकों से टकरा सकता है। हालांकि ये तूफान कमज़ोर पड़ता जा रहा है लेकिन उसके बावजूद आशंका है कि 90 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती है।
केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार सोमवार को तिरुवनंतपुरम, अलप्पुझा, कोट्टायम, एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर और पलक्कड़ में में रेड अलर्ट जारी किया गया है, जबकि चार जिलों में मंगलवार को जारी किया जाएगा।
बिहार में लगातार छठे दिन भी पटना की हालत बहुत बुरी है। राजेन्द्र नगर और कंकड़बाग इलाके में 10 फीट तक पानी भरा हुआ है। लोगों को लगातार रेस्क्यू किया जा रहा है लेकिन पानी का स्तर नहीं घट रहा है।
राजस्थान में पिछले 24 घंटे के दौरान डूंगरपुर में भारी बारिश और पूर्वी हिस्सों के कुछ स्थानों और पश्चिमी हिस्सों के एक दो स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश दर्ज की गई है।
राजधानी पटना समेत मुजफ्फरपुर, दरभंगा, भागलपुर, पूर्णिया, बेतिया, गया, जमुई, औरंगाबाद, जहानाबाद समेत कई अन्य जिलों में भी लगातार बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने 15 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है।
मूसलाधार बारिश की मार झेल रहे मुंबई के लिए आज का दिन भी भारी है। मौसम विभाग ने मुंबई और उसके आसपास के इलाके के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। कल हुई मूसलाधार बारिश के कारण पूरे मुंबई में जगह-जगह जल जमाव के हालात बने हुए हैं।
बता दें कि मुंबई में पिछले 24 घंटे से बारिश हो रही है। बारिश की वजह से जगह-जगह भारी जल भराव हो गया हैं। कई इलाकों में सड़कें नदियों में तब्दील हो चुकी हैं।
पहाड़ से लेकर मैदान तक सैलाब ने जान आफत में डाल रखी है। वहीं अब पंजाब में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। अगले 48 से 72 घंटे तक पंजाब के अलग अलग हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
मध्य प्रदेश के जिन 18 जिलों में अतिभारी से अत्यधिक भारी वर्षा होने की चेतावनी दी गई है, उनमें आगरमालवा, मंदसौर, रतलाम, शाजापुर, देवास, उज्जैन, नीमच, राजगढ़, सीहोर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुरकलां, मुरैना, धार, अलीराजपुर, झाबुआ एवं बड़वानी शामिल हैं।
कर्नाटक से लोकर उत्तराखंड तक और ओडिशा से लेकर तेलंगाना तक में बाढ़-बारिश ने ऐसा आफत मचाया कि लोगों का जीना दुश्वार हो गया। पहाड़ से लेकर मैदान तक में बाढ़ आफत बनकर टूटी है।
बाढ़ के कारण राज्य में मरने वालों की संख्या शुक्रवार को 29 हो गई। कोल्हापुर में 34 राहत दल और सांगली में 36 राहत दल काम कर रहे हैं। इनमें एनडीआरएफ, नौसेना, तटरक्षक बल और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की टीम भी शामिल है।
महाराष्ट्र, केरल और तमिलनाडु में बाढ़ से हालत गंभीर बनी हुए है। भारी बारिश, तेज हवाओं और भूस्खलन से भारी तबाही हुई है और गुरुवार को वर्षाजनित हादसों में 15 लोगों की मौत होने की खबरे हैं। महाराष्ट्र के पांच पश्चिमी जिलों में दो लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटे के दौरान राजस्थान के बांसवाड़ा, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, राजसमंद जिलों में मूसलाधार, और अलवर, झालावाड़, झुंझुनूं, कोटा सहित नौ जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
इस बारिश से अब लोगों को 26 जुलाई 2005 के प्रकोप की याद सताने लगी है। उस दिन मुंबई में एक ही दिन में 944 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी। उस दिन भारी बारिश की चपेट में आने से शहर भर में तबाही मच गई थी, कई लोगों की जान चली गई थी।
बारिश को देखते हुए बीएमसी कर्मचारी अलर्ट पर हैं और जगहा-जगह पानी निकालने की कोशिश जारी है। बावजूद इसके सड़कों पर एक से दो फीट तक पानी भरा है।
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को आपदा प्रबंधन की तैयारी की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को अनुमान को ध्यान में रखकर बांधों में पानी के स्तर की निगरानी करने को कहा।
एक अधिकारी ने बताया कि अधिकारियों से निचले इलाकों, नदियों के किनारे और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ाने के लिए कहा गया है।
गुरूवार को राजस्थान के दौसा में इतनी बारिश हुई कि सड़कों पर पानी में एक स्कूल बस फंस गई। 28 बच्चों से भरी ये बस सड़क पर आए सैलाब में ऐसे फंसी की पानी में डूबती चली गई।
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