मई और जून के महीने में इस साल दिल्ली-एनसीआर में रिकॉर्डतोड़ बारिश हुई है। जून में इस बार 100 एमएम से भी ज्यादा बारिश हुई और तापमान भी सामान्य स्तर से कम ही रहा।
देश के कई राज्यों में मौसम की मार देखने को मिल रही है। बेहिसाब बारिश ने जीवन की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है। कहीं दरकती चट्टानों ने रास्तों को बंद कर दिया है तो कहीं सड़कें तालाब बनी हुईं हैं और शहर में सैलाब आ गया है।
क्या गुजरात, क्या बिहार और क्या असम... देश के कई राज्यों में मौसम की मार देखने को मिल रही है। अलग-अलग जिलों से बाढ़-बारिश और लैंडस्लाइड की खौफनाक तस्वीरें सामने आ रही है।
दिल्ली मौसम विभाग ने ट्वीट कर कहा था कि दिल्ली एनसीआर समेत उत्तर प्रदेश व हरियाणा के कई स्थानों पर बारिश देखने को मिल सकती है।
देश में दक्षिण से लेकर उत्तर तक पूरब से लेकर पश्चिम तक रिकॉर्ड तोड़ बारिश हो रही है। उत्तर-पश्चिमी राज्यों में अब तक सामान्य से 46 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है। अगर आने वाले दिनों में मानसून सामान्य नहीं होता है तो कई राज्य भीषण बाढ़ की गिरफ्त में होंगे।
भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र ने गुरुवार को हल्की से मध्यम बारिश का अलर्ट जारी किया था। दिल्ली में 25 जून को ही मानसून आ चुका है, जिसके बाद भी दिल्लीवासी अच्छी बारिश का इंतजार कर रहे हैं।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 25 जून को मानसून ने दस्तक दी थी, जिसके बाद कई जगहों पर हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हुई थी। जून के महीने में अबतक 15 दिन बारिश हो चुकी है। यह पिछले 13 वर्षों में सबसे ज्यादा है।
मौसम विभाग ने कहा है कि अगले दो दिनों में पूरे देश में मानसून सक्रिय हो जाएगा। बिहार-यूपी में कई जिलों में बारिश हो रही है तो कई जिलों में भीषण गर्मी पड़ रही है। पहाड़ी इलाकों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून अपने सामान्य समय 1 जून के मुकाबले एक हफ्ते की देरी से 8 जून को इस बार केरल पहुंचा। मौसम विभाग ने कहा कि अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में चक्रवात बनने जैसे अन्य कई कारणों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की गति धीमी है।
देश के ज्यादातर हिस्से में मॉनसून पहुंच गया है। दिल्ली और मुंबई में मॉनसून एक ही दिन शनिवार को पहुंचा। आम तौर पर मुंबई और दिल्ली में मॉनसून के दस्तक देने में एक पखवाड़े का अंतर होता है।
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून पूरे मध्य प्रदेश में पहुंच चुका है। विभाग ने चेतावनी दी है कि मानसूनी गतिविधियों के कारण राज्य में गरज चमक के साथ बिजली गिरने की घटनाओं में भी वृद्धि हो सकती है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने केरल के पथानामथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम, एर्नाकुलम, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्परुम और वायनाड़ जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
रविवार शाम को आकाशीय बिजली गिरने से 21 वर्षीय दिनेश नामक युवक की मौत हो गई। बारां के पटपडी में दो चचेरे भाइयों और चित्तौड़गढ़ में 10 साल की एक बच्ची की बिजली गिरने से मौत हो गई।
देश के कई राज्यों में मानसून सक्रिय हो गया है और इस वजह से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। दिल्ली-मुंबई-यूपी सहित कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है तो वहीं हिमाचल में बाढ़ और भूस्खलन से लोगों की परेशानी बढ़ गई है।
हिमाचल में बारिश की तबाही ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। हनोगी माता मंदिर के पास अचानक आई बाढ़ के कारण कुल्लू-मंडी नेशनल हाईवे को बदं कर दिया गया है। हाईवे के वैकल्पिक मार्ग को भी बंद कर दिया गया है।
मौसम विभाग ने बताया कि दिल्ली में मॉनसून अफने तय समय से दो दिन पहले पहुंच गया है। वहीं मुंबई में मॉनसून की एंट्री एक सप्ताह लेट हुई है।
उत्तराखंड के कई जिलों में कल से जमकर बारिश हो रही है। जिसके बाद रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने केदारनाथ यात्रा पर अगले आदेशों तक रोक लगा दी है। भारी बारिश को देखते हुए प्रदेश सरकार भी एक्टिव हो गई है।
दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में रात से जमकर बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए भारी बारिश की संभावना जताते हुए येलो अलर्ट जारी किया है।
बृहन्मुंबई नगर निगम ने ट्वीट कर जानकारी दी की मुंबई शहर और उपनगरों में आज बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश होने की संभावना है। वहीं आज महाराष्ट्र के कुछ अन्य हिस्सों में भी हिल्की से मध्यम बारिश देखने को मिल सकती है।
मानसून अब धीरे-धीरे देश के ज्यादातर हिस्सों को कवर कर रहा है। अगले चार दिनों तक कहीं मध्यम दर्जे की तो कहीं भारी बारिश की संभावना है। जानिए कैसा रहेगा मौसम का मिजाज-
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