भीषण चक्रवाती तूफान तेजी से आगे बढ़ रहा है। अगले 12 घंटे में यह तूफान गुजरात-राजस्थान में दस्तक दे सकता है। मौसम विभाग ने इन राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय तेजी से आगे बढ़ता जा रहा है। अगले चार दिनों के लिए मौसम विभाग ने केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात सहित कुछ राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुजरात, महाराष्ट्र सहित देश के कई राज्यों में भारी तबाही मचा सकता है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 32 घंटे अहम हैं।
मॉनसून ने कल ही भारतीय भूमि पर दस्तक दी है। आईएमडी ने कहा था कि अरब सागर में उठे चक्रवाती तूफान के कारण केरल में मानसून एक जून की सामान्य तिथि से हफ्ते भर की देरी से पहुंचा है।
चक्रवाती तूफान का असर आज से दिखने लगेगा। मानसून केरल में प्रवेश कर गया है और आज इसके पूर्वोत्तर राज्यों में पहुंचने के आसार हैं। दिल्ली-एनसीआर में भी मौसम बदलने वाला है। जानें- weather latest update
चक्रवाती तूफान बिपारजॉय के लिए अगले 48 घंटे बेहद अहम है। संभावना जताई जा रही है कि इस दौरान चक्रवाती तूफान की रफ्तार विकराल रूप ले सकता है। इस कारण राज्य सरकारों ने तैयारी शुरू कर दी है।
दक्षिण पश्चिम मॉनसून आम तौर पर केरल में 1 जून तक पहुंच जाता है और सामान्यत: एक जून से करीब सात दिन पहले या बाद में यह पहुंचता है। मई के मध्य में आईएमडी ने कहा था कि मॉनसून केरल में चार जून के आसपास पहुंच सकता है।
दिल्ली में गुरुवार को तापमान 40 डिग्री सेल्सियस और 12 जून तक 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है। इसके साथ ही दिन में तेज गर्म हवाओं के चलने की भी चेतावनी दी गई है।
मई का महीना 36 साल में पहली बार बेहद कम गर्म दर्ज किया गया है। मौसम केंद्र ने पिछले साल मानसून-पूर्व मौसम में नौ अप्रैल और चार मई के बीच 13 दिन लू की स्थिति दर्ज की थी।
मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली में बुधवार 7 जून को अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है। इसके साथ ही गुरुवार से तापमन में बढ़ोतरी होना शुरू हो जाएगी।
दक्षिण पूर्व अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान तेजी से बढ़ता जा रहा है। अगले 48 घंटे में ये भारत के महाराष्ट्र-गुजरात सहित कई राज्यों में बड़ी तबाही मचा सकता है। मौसम विभाग ने इसे लेकर अलर्ट जारी किया है।
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून आम तौर पर 1 जून को लगभग 7 दिनों के स्टैंडर्ड डेविएशन के साथ केरल में प्रवेश करता है। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के मौसम में भारत में सामान्य बारिश होने की उम्मीद है।
पिछले कई दिनों तक अच्छा मौसम रहने के बाद अब इसमें परिवर्तन आएगा। रविवार को दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में बारिश की वजह से तापमान में गिरावट दर्ज की गई थी लेकिन आज ऐसी संभावना कम ही नजर आ रही है।
मई महीने में कई दिनों तक अच्छी बारिश होने के बाद IMD ने कहा था कि जून के महीने में गर्मी सताएगी, लेकिन आज अचानक सुबह मौसम बदला गया और दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश होने लगी।
मौसम विभाग ने कहा है कि सात जून के बाद दिल्ली में एक बार फिर से तापमान 40 डिग्री के पार चला जाएगा। विभाग ने ये भी कहा है कि इस बार देश में मॉनसून जल्द ही दस्तक देगा।
IMD के अनुसार, गुरुवार को अधिकतम तापमान सामान्य से सात डिग्री कम 32.7 और न्यूनतम तापमान सामान्य से छह डिग्री कम 20.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। लेकिन अब तापमान में बढ़ोतरी होगी।
दिल्ली-एनसीआर में पिछले कई दिनों से बारिश हो रही है, जिससे तापमान में काफी कमी हुई है। बारिश की वजह से मई का महीना पिछले 36 वर्षों में सबसे ठंडा रहा है। हालांकि देश के कई हिस्सों में अभी भी गर्म हवाएं सता रही हैं।
अगले दो दिनों तक उत्तर-पश्चिम भारत में गरज के साथ बारिश जारी रहने की संभावना है, वहीं बिहार-यूपी-बंगाल में हीटवेव चल सकती है।
दिल्ली-NCR में बारिश होने से कुछ देर पहले ही मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की थी। मौसम विभाग ने आज भी दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में अगले आंधी के साथ बारिश की संभावना जताई थी।
जलवायु परिवर्तन का असर दुनिया के हर हिस्से पर देखा जा रहा है। गीले इलाके ज्यादा बारिश से प्रभावित हैें तो सूखे इलाके और सूखते जा रहे हैं। क्यों बदल रही है जलवायु। जानिए इन सवालों के जवाब।
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