भगवान गणेश बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य को देने वाले हैं | इनकी उपासना शीघ्र फलदायी मानी गई है | कहते हैं कि भगवान गणेश की आराधना से जीवन में चल रही सभी समस्याओं का समाधान निकलता है और उसके सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है
आज दर्शन करिए राजस्थान के एक ऐसे गणेश मंदिर के दर्शन जहां मनचाहे जीवनसाथी की प्रार्थना फल लाती है। नाम है गुरु गणेश मंदिर और ये मंदिर है जोधपुर में जोधपुर की संकरी गलियों में स्थापित गुरु गणेश मंदिर की मान्यता दूर दूर तक फैली है।
हिंदू पंचांग के अनुसार हर महीने की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी मनाई जाती है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की जाती है।
आज ही संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी का व्रत किया जायेगा। वैशाख की गणेश चतुर्थी का काफी अधिक महत्व होता है। इसे विकट संकष्टी चतुर्थी भी कहा जाता है
संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी व्रत का पारण चतुर्थी तिथि में चंद्रोदय के बाद ही किया जाता है और चतुर्थी तिथि में चंद्रमा इसी ही दिखेगा। लिहाजा 31 मार्च को ही संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी का व्रत किया जायेगा।
फाल्गुन शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी व्रत पड़ रहा है। आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी के दिन किये जाने वाले उपायों।
चतुर्थी तिथि को गणेश जी की उपासना शीघ्र फलदायी मानी गयी है और इस दिन गणेश जी के निमित्त व्रत करने से व्यक्ति की समस्त इच्छाओं की पूर्ति होती है।
प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी व्रत किया जाता है। संकष्टी चतुर्थी के साथ ही मंगलवार का दिन भी है तो वह अंगारकी चतुर्थी हो जाती है। जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।
माघ शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी व्रत किया जायेगा। इसे माघ शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को तिल चतुर्थी, कुन्द चतुर्थी अथवा तिलकुन्द चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है ।
सारी मनोकामनाओं को पूरा करने वाली संकष्टी चतुर्थी इस बार 3 दिसंबर को है। जानिए संकष्टी चतुर्थी का महत्व, भगवान गणेश की पूजा करने की विधि, पूजा का समय, चंद्रोदय का समय और संध्या पूजा का समय।
आज के दिन कुछ छोटे-छोटे उपाय करके आप इन समस्याओं से छुटकारा पाने के साथ ही कैसे जीवन में शुभ फलों को सुनिश्चित कर सकते हैं। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
अधिक आश्विन शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि और रविवार का दिन है | चतुर्थी तिथि आज पूरा दिन पूरी रात पार देर रात 2 बजकर 28 मिनट तक रहेगी | आज वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी व्रत है | आज के दिन भगवान गणेश की पूजा का विधान है।
आज के दिन संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी व्रत भी किया जायेगा और आप जानते ही हैं की हर माह के कृष्ण और शुक्ल, दोनों पक्षों की चतुर्थी को भगवान गणेश की पूजा की जाती है।
भगवान गणेश को कई नामों से पुकारा जाता है। मंगलमूर्ति, विघ्नहर्ता, गजानन और एकदंत। लेकिन क्या आपको पता है गणेश जी को एकदंत क्यों कहा जाता है। आज हम आपको गणेश जी के टूटे दांत और उनके एकदंत नाम से क्यों पुकारा जाता है इसकी कथा बताते हैं।
बप्पा की स्थापना करते वक्त कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए ठीक उसी प्रकार विसर्जन करते वक्त कुछ बातों को ध्यान रखना चाहिए।
आज हम आपको भोग की 10 चीजों के बारे में बताएंगे जो भगवान गणेश को बहुत पसंद हैं। जानिए आप गणपति को भोग में कौन कौन सी चीजें चढ़ा सकते हैं।
बप्पा को दूर्वा चढाने से सभी बाधाओं से मुक्ति मिलने के साथ-साथ सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। जानिए चढ़ाने की सही विधि और मंत्र।
गणेश चतुर्थी के दिन आप कुछ और उपायों को करके बप्पा की विशेष कृपा भी पा सकते हैं। जानिए गणेश चतुर्थी के दिन किन उपायों को करने से आपको फायदा होगा।
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार श्री गणेश भगवान के इन 8 मंत्रों का जाप दस दिनों तक करें। इससे आप किसी भी क्षेत्र में सिद्धि लाभ कर सकते हैं।
भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि और शनिवार के दिन गणेश चतुर्थी पड़ रही हैं । इसके साथ ही दस दिवसीय गणेश उत्सव की शुरुआत हो जाएगी। जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और स्थापना की विधि।
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