इंडेन ने आगे कहा कि अमेजन पे के जरिये पहली बार सिलेंडर बुक करने और भुगतान करने पर उपभोक्ताओं को 50 रुपए का कैशबैक दिया जाएगा।
जिन ग्राहकों को एलपीजी सिलेंडर की होम डिलीवरी की जाएगी, उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर में एक कोड भेजा जाएगा।
भारत एलपीजी रिहायशी क्षेत्र बाजार में 2030 तक चीन को पीछे छोड़ते हुए दुनिया का सबसे बड़ा खाना पकाने की गैस का बाजार बन सकता है।
मई-जून और जुलाई-सितंबर माह में भी रसोई गैस सिलेंडर खरीदने वाले उपभोक्ताओं के खाते में सरकार द्वारा कोई सब्सिडी जमा नहीं कराई गई थी।
पूरे एशिया क्षेत्र में साल 2020 के दौरान एलपीजी का रिकॉर्ड आयात होने का अनुमान
मुफ्त में गैस सिलेंडर देने की योजना में 13500 करोड़ रुपये खर्च होंगे
चेन्नई में सबसे ज्यादा 37 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोत्तरी की गई
व्हाट्सएप पर यह बुकिंग बीपीसीएल स्मार्टलाइन नंबर 1800224344 पर ग्राहक के कंपनी के पास पंजीकृत मोबाइल नंबर से हो सकती है।
कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन (बंद) के चलते एलपीजी को छोड़कर अन्य सभी पेट्रोलियम उत्पादों की खपत में भारी गिरावट आई है।
हवाई उड़ानों पर प्रतिबंध से एटीएफ की मांग में भी 31 फीसदी की कमी
पहली मार्च को भी LPG कीमतों में हुई थी कटौती
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुवार को कहा कि रसोई गैस (एलपीजी) की कीमतों में अगले महीने कमी आ सकती है।
उद्योग संगठन इंडियन ऑटो एलपीजी कोलिशन (आईएसी) ने स्वच्छ वाहन ईंधन को बढ़ावा देने के लिये ऑटो एलपीजी के साथ-साथ गैस ईंधन के लिये कन्वर्जन किट पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) में कटौती की मांग की है।
नए साल के पहले आम उपभोक्ताओं को पर एक और महंगाई का झटका लगा है। रसोई गैस सिलेंडर के दाम बढ़ गए हैं।
1 दिसंबर 2019 से कई नियमों में बदलने होने जा रहा है। ये बदलाव आपकी जेब पर सीधा असर डालेंगे।
कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के चलते जहां पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आग लगी हुई थी। वहीं हर घर की रसोई में काम आने वाला एलपीजी सिलिंडर अब और महंगा हो गया है।
घरेलू गैस उपभोक्ता को अगस्त में 14.2 किलो का सब्सिडी वाला गैस सिलेंडर 574.50 रुपये का मिलेगा। जुलाई में इसके लिये 637 रुपये चुकाने पड़ते थे।
बिना सब्सिडी वाले घरेलू एलपीजी सिलेंडर का दाम 100.50 रुपये प्रति सिलेंडर घट गया है। एक जुलाई से दिल्ली में घरेलू इस्तेमाल का सिलेंडर 637 रुपये में उपलब्ध होगा। तेल कंपनियों ने यह जानकारी दी है।
पहली अप्रैल से रसोई घरों पर महंगाई की नई मार पड़ी है। पेट्रोलियम कंपनियों ने बिना सब्सिडी वाले और सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि कर दी है।
आम चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक दलों के अगले दो महीनों में बड़े पैमाने पर प्रचार-प्रसार को देखते हुए परिवहन ईंधन की मांग बढ़ने की संभावना है।
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