Chandra Grahan 2019: शास्त्रों के अनुसार चंद्रग्रहण का सूतक ग्रहण से 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है। जिसके साथ भी कोई भी शुभ काम करने के अलावा मंदिरों की पूजा होना बंद हो जाती है।
गुरू पूर्णिमा पर सूर्य की कर्क संक्रांति और खग्रास चंद्रग्रहण का संयोग हमारी राशियों पर कुछ ना कुछ असर ज़रूर डालेगा। ऐसा 149 साल बाद हो रहा है। जब गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण पड़ रहा है। जानें आचार्य इंदु प्रकाश से आपकी राशि पर क्या पड़ेगा। साथ ही जानें अशुभ प्रभाव से बचने के उपाय के बारे में।
इस साल जनवरी में पूर्ण चंद्रग्रहण के दौरान एक अंतरिक्ष चट्टान 61 हजार किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चंद्रमा से टकराई थी। वैज्ञानिकों ने यह जानकारी दी है।
Chandra Grahan 2019: 21 जनवरी को साल 2019 का पहला चंद्रग्रहण था। साल का पहला चंद्रग्रहण बहुत ही खास माना जा रहा है क्योंकि इस चंद्रग्रहण को वैज्ञानिकों ने सुपर ब्लड वूल्फ मून का नाम दिया है। देखें इसकी खूबसूरत तस्वीरें।
21 जनवरी को साल का पहला चंद्रग्रहण। वही इस चंद्रग्रहण को काफी खास भी माना जा रहा है क्योंकि वैज्ञानिक नज़रिए से इसे सुपर ब्लड मून (Super Blood Moon) का नाम दिया गया है।
Chandra Grahan 2019: साल 2019 में 2 चंद्र ग्रहण पड़ रहे है। जहां साल की शुरुआत में ही यानी 6 जनवरी को सूर्य ग्रहण पड़ रहा है। उसके ठीक 15 दिन बाद 21 जनवरी को चंद्र ग्रहण लग रहा है। जानें साल 2019 में कब और इस समय लग रहे है चंद्र ग्रहण।
फिजिकल रिसर्च लेबोरेट्री (पीआरएल) ने भारत के दूसरे चंद्रमा मिशन चंद्रयान-2 के लिए तीन पेलोड विकसित किए है और चंद्रयान-1 के बरखिलाफ इस बार इसमें एक ऑरबाइटर, एक लैंडर और एक रोवर होगा।
आमतौर पर रात को दिखाई देने वाले चांद को 4 अगस्त 2018 तक हम दिन में भी देख सकेंगे।
चंद्रगहण के बाद सकारात्मक वैश्विक संकेतों तथा स्थानीय आभूषण कारोबारियों की मांग निकलने से दिल्ली सर्राफा बाजार में आज सोना 40 रुपए मजबूत होकर 30,780 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।
दुनियां ने देखा सदी का सबसे बड़ा चंद्र ग्रहण, आसमान में लाल हुआ चांद | यह चंद्र ग्रहण करीब 4 घंटे तक रहा | ऐसा चंद्र ग्रहण अब 103 साल बाद लगेगा |
Chandra Grahan 2018: 150 साल बाद लगा है ऐसा चंद्रग्रहण
आज चांद लाल रंग में भी नजर आएगा जिसके लिए इसे ब्लड मून भी कहते हैं। इसके दौरान खासतौर पर कुंवारी कन्याओं, गर्भवती महिलाओं, शिशुओं और बुजुर्गों को ग्रहण के चांद से दूर ही रहना चाहिए। चंद्र ग्रहण के दौरान तो कई काम करने की मनाही होती है लेकिन ग्रहण के बाद अपना रुटीन शुरू करने से पहले भी कुछ नियम पूरे करने होते हैं।
चंद्रग्रहण 2018: आइए जानते हैं ग्रहण के दौरान क्या-क्या करना है और क्या नहीं करना है
चंद्र ग्रहण(ब्लड मून) 2018: आज लगने वाला है 21वीं सदी का सबसे लंबा चंद्र ग्रहण। आपको बता दें कि चंद्र ग्रहण अक्सर पूर्णिमा के दिन ही लगता है। इस बार भी चंद्र ग्रहण आज यानि गुरु पूर्णिमा यानि आज के दिन लग रहा है।
आज भारत के अलावा दुनिया के कई देशों में लोगों ने सदी के सबसे लंबे चंद्रग्रहण का दीदार किया। ग्रहण के दौरान पल-पल बदलते चंद्रमा के रंग और रूप को देखकर लोग काफी उत्साहित रहे।
Chandra Grahan 2018 Live Updates: इस बार इस चंद्रग्रहण (lunar eclipse) को आसानी से बिना किसी उपकरण की सहायता से देखा जा सकता है। रात 12 बजे से लेकर रात करीब 3.50 के बीच तक बिना किसी खास उपकरण के लोग ग्रहण देख सकते हैं।
चंद्र ग्रहण 2018: जानिए क्या है 'ब्लड मून', इसका समय, महत्व और इससे जुड़ी सावधानियां
यह चंद्रग्रहण कई मायनों में खास है इसके अच्छे परिणाम के साथ-साथ कई दुष्परिणाम भी हो सकते हैं। जब सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा क्रमशः एक ही सीध में होते हैं या चंद्रमा पृथ्वी के ठीक पीछे उसकी प्रच्छाया में आ जाता है, तब चन्द्रग्रहण लगता है और अबकी बार चन्द्रमा पूर्ण रूप से पृथ्वी की प्रच्छाया से ढका हुआ रहेगा। जानिए किस मंत्र का जाप करना होगा शुभ।
आज का दिन कई मायनों में खास है एक तरफ ग्रहण के समय चन्द्रमा मकर राशि और उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में स्थित रहेगा। आषाढ़ शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि और शुक्रवार का दिन है। आज स्नान-दान-व्रतादि की आषाढ़ी पूर्णिमा है और इस आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। आज के दिन गुरु की पूजा का महत्व है। आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार इस ग्रहण का विभिन्न राशियों पर असर होगा। जानिए इनके बारें में।
27 जुलाई को पड़ने वाले इस चंद्र ग्रहण का प्रभाव पूरे देश पर देखने को मिलेगा। भारत के अलावा विश्व के काफी बड़े हिस्से में इस ग्रहण का प्रभाव दिखेगा। ये ग्रहण करीब चार घंटे तक चलेगा।
संपादक की पसंद