चंद्रयान-3 आज ऐतिहासिक इबारत लिखने के बेहद करीब है। यदि सबकुछ ठीक रहा तो आज शाम 6 बजकर 04 मिनट पर विक्रम लैंडर चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा। जानिए क्या इसरो आखिरी वक्त पर उतरने की जगह और उतरने के संबंध में किस तरह निर्णय ले सकेगा।
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए उल्टी गिनती शुरू हो गई है। भारत से लेकर अमेरिका तक मंदिर में आरती हो रही है तो कहीं दरगाह में दुआ मांगी जा रही है। यहां जानिए लैंडिंग से जुड़े पल-पल के अपडेट्स-
भारत के चंद्रयान-3 के लैंडिंग का वक्त करीब आ चुका है। इसरो के मुताबिक, चंद्रयान अब तक अपने तय हिसाब से सही तरह से काम कर रहा है।
आने वाले समय में इसरो चंद्रयान से भी बड़े मिशन लॉन्च करने की तैयारी में है। इसमें गगनयान से लेकर सूर्य मिशन तक शामिल हैं।
चंद्रयान-3 की लैंडिंग में अब कुछ ही घंटे शेष हैं। इस बीच इसरो ने जानकारी दी है कि विक्रम रोवर के लैंडिंग की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है।
चंद्रयान-3 अब बस चंद्रमा की सतह से कुछ ही दूरी पर है और अगर सबकुछ ठीक रहा तो सफलतापूर्वक लैंड करने में इसे अब बस कुछ ही घंटे लगने वाले हैं। चंद्रयान की लैंडिंग आप कहां और कैसे देख सकेंगे..जानिए पूरी डिटेल्स-
चंद्रयान-3 दो दिनों में चांद की सतह पर उतरने वाला है। इसकी सफल लैंडिंग के लिए दक्षिण कन्नड़ जिले के प्रसिद्ध कुक्के सुब्रमण्यम मंदिर में नागपंचमी की पूर्व संध्या पर एक विशेष पूजा की गई। देखें इस खास पूजा का वीडियो-
चंद्रयान के चंद्रमा की सतह पर उतरने में बस दो दिन बचे हैं। जानकारी के मुताबिक लैंडर रोवर बुधवार की शाम को चांद की सतह पर उतरेगा। कैसे और कहां कदम रखेगा, जानिए पूरा प्रोसेस-
47 साल बाद अंतरिक्ष में भेजे गए रूस के मिशन मून को बड़ा झटका लगा है। खबर है कि रूस के मून-मिशन लूना-25 में लैंडिंग से पहले तकनीकी खराबी आ गई थी जिसके बाद वह क्रैश हो गया। कल यानी 21 अगस्त को इसकी चांद पर सॉफ्ट लैंडिग होनी थी।
चंद्रयान-3 चांद पर उतरने से बस एक कदम दूर रह गया है। वह चांद के सबसे नजदीक वाले कक्षा में है और बहुत जल्द ही विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग कराई जाएगी।
भारत के चांद मिशन के साथ रूस का लूना-25 भी चांद मिशन पर है। रूस के लूना-25 ने चांद की अद्भुत तस्वीर खींची है। यह लूना-25 द्वारा खींची गई चांद की पहली तस्वीर है। वैज्ञानिकों के अनुसार लूना-25 ने चांद के उस हिस्से की तस्वीर खींचकर भेजी है, जहां आम तौर पर अंधेरा है यानि जो चांद का दक्षिणी ध्रुव है। भारत का चंद्रयान-3 भी।
भारत के लिए आज का दिन बेहद खास है। चंद्रयान 3 आज चांद की कक्षा में चांद से कुछ ही दूरी पर होगा। ये कब और कहां लैंड करेगा..जानिए पूरी डिटेल्स-
चंद्रमा पर भारी ट्रैफिक जाम लगने वाला है। यह बात आपको सुनकर अजीब लग रही होगी, मगर ये सच है। अब आप सोच रहे होंगे कि चंद्रमा पर भला ट्रैफिक जाम कैसे हो सकता है तो आपको बताते हैं...दरअसल भारत के चंद्रयान-3 मिशन के साथ ही आज रूस का लूना 25 मिशन भी लांच हो रहा है। नासा का आर्टेमिस भी चांद के सफर की तैयारी में है।
रूस भी भारत के चंद्रयान 3 की सफल लॉन्चिंग के बाद चांद की राह पर आगे बढ़ेगा। 1976 के बाद पहली बार रूस मिशन मून को लॉन्च करने जा रहा है।
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो के लिए आज का दिन अहम है। चंद्रयान-3 आज शाम चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करेगा।
शायद यह सवाल आपके मन में कभी आया ही न हो कि यदि किसी की मौत अंतरिक्ष मिशन के दौरान पृथ्वी की कक्षा, चंद्रमा या मंगल ग्रह पर हो जाती है तो उसके मृत शरीर का क्या किया जा सकता है। 21वीं सदी में दुनिया तेजी से चंद्रमा, मंगल और अंतरिक्ष मिशन पर जा रही है। ऐसे में अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षा अहम मुद्दा है।
चंद्रयान-3 हमारी धरती की कक्षा से बाहर निकल गया है। परिक्रमा लगाने के बाद अब वह चंद्रमा की कक्षा में 5 अगस्त को पहुंचेगा। इसके बाद अगला पड़ाव चंद्रमा होगा। 23 अगस्त को चंद्रयान-3 चंद्रमा के दक्षिणी पोल पर लैंडिंग करेगा।
जापान की एक कंपनी का अंतरिक्ष यान बुधवार को चंद्रमा पर उतरने की कोशिश के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे के कारण यान से संपर्क टूट गया और उड़ान नियंत्रक यह पता लगाने की कोशिशों में जुटे हैं कि आखिर वहां हुआ क्या।
अब बृहस्पति के चंद्रमाओं पर भी जीवन की खोज के लिए लगातार परीक्षण और तैयारियां की जा रही हैं। इसी कड़ी में यूरोपियन अंतरिक्ष एजेंसी आज ‘जूस‘ मिशन को लॉन्च करने जा रही हैै। ‘जूस‘ का अर्थ है ‘ज्यूपिटर आईसी मून्स एक्सप्लोरर‘।
अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत का दबदबा लगातार बढ़ता जा रहा है। चंद्रयान के बाद भारत ने अब 2023 में गगनयान समेत कई अंतरिक्ष अभियानों की तैयारी शुरू कर दी है। इसरो 3 मानवों के साथ अंतरिक्ष में गगनयान भेजने की योजना तैयार कर रहा है।
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