अखिल असम छात्र संघ (एएएसयू) ने बुधवार को राज्य सरकार से राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) से बांग्लादेशियों के नाम हटाने के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग की।
राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के मसौदे से बाहर किए गए 40 लाख लोगों में से 35.5 लाख से अधिक लोग एनआरसी में नाम शामिल कराने के लिए अब तक आगे नहीं आये है।
शाह ने कहा, राहुल के घुसपैठिए में वोट बैंक की चिंता लगती है। मगर राहुल बाबा जितनी हाय तौबा करनी है कर लो। मैं कहता हूं वर्ष 2018-19 में चुनाव जीतने के बाद भाजपा सरकार देश भर में घुसपैठियों को चुन-चुन कर निकालने का काम भाजपा सरकार करने वाली है।
सर्वोच्च न्यायालय में सोमवार को त्रिपुरा में एनआरसी की मांग करने वाली अर्जी पर सुनवाई की गई। इस मामले में सवोच्च न्यायालय ने केंद्र सरकार से जवाब तलब किया।
बांग्लादेशी घुसपैठियों के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी की नीति को एक बार फिर स्पष्ट करते हुए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि ऐसे घुसपैठियों को चुन चुन कर निकाल बाहर किया जाएगा।
ममता बनर्जी ने कहा कि वह काफी भाग्यवान हैं कि वह पश्चिम बंगाल में पैदा हुईं, नहीं तो उन्हें भी घुसपैठिया कहा जाता।
ओम माथुर ने कहा है कि देश को किसी भी सूरत में धर्मशाला नहीं बनने देंगे और 2019 में सत्ता में आने के बाद एनआरसी को सम्पूर्ण देश में लागू किया जाएगा।
अमित शाह ने कहा कि अगला चुनाव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को केन्द्र में रखकर लड़ा जाएगा। उन्होंने ‘73 प्लस’ का नारा दिया है।
कविता बांग्ला में लिखी गई है और उसे बनर्जी के फेसबुक पेज पर पोस्ट किया गया है। इसमें उनका हस्ताक्षर और तारीख भी है।
प्रतीक हजेला ने कहा, मैं दबाव की परवाह नहीं करता। यह महाभारत के अर्जुन वाली बात है जिसे केवल मछली की आंख दिखती थी।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को भाजपा और आरएसएस पर आरोप लगाया कि वे असम में राष्ट्रीय नागरिक पंजिका (एनआरसी) के प्रकाशन संबंधी सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश के बारे में गलत जानकारी फैला रहे हैं।
एनआरसी विवाद 2019 के आम चुनावों तक जारी रह सकता है।
शाह ने कहा, क्या राहुल गांधी देश के सामने स्पष्ट करेंगे कि कांग्रेस ओबीसी विधेयक को राज्यसभा में पारित कराने में सहायता करेगी या नहीं। वहीं से तय हो जाएगा कि कांग्रेस पिछड़ों का कल्याण चाहती है कि नहीं।
असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कहा कि राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ‘भड़काऊ’ टिप्पणी किसी वरिष्ठ नेता के लिए उचित नहीं है।
40 लाख से अधिक लोगों को रजिस्टर से बाहर करना ‘‘असम से बंगालियों को बाहर करने का प्रयास’’ है।
राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के मुद्दे को प्रचारित नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि भारत एक ‘‘धर्मशाला’’ नहीं है जहां विदेशी घुसपैठ करेंगे।
तैमूर ने दिसंबर, 1980 से जून, 1981 तक राज्य सरकार की अगुवाई की थी। व
तृणमूल कांग्रेस के आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को सिलचर हवाई अड्डे पर रोका गया था। ये प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के अंतिम मसौदे के बाद जमीनी हकीकत का आकलन करने के लिए असम के काछार जिले में प्रवेश करने की कोशिश कर रहा था।
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