गुरुग्राम और फरीदाबाद के अलावा अंबाला, पंचकूला और सोनीपत में पाबंदियां लागू होंगी। यह आदेश ऐसे दिन आया है जब राज्य में रात 11 बजे से सुबह पांच बजे तक रात्रि कर्फ्यू लगाया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि विशेषज्ञों के अनुसार, ओमिक्रॉन स्वरूप डेल्टा की तुलना में कम खतरनाक है और इसलिए रोगियों को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि इस समय किसी भी ओमिक्रॉन रोगी को ऑक्सीजन की जरूरत नहीं है।
देश अब तीसरी लहर के बीच है। कोरोना के मामले में उछाल दर्ज किये जा रहे हैं। दिल्ली, महाराष्ट्र में रिकॉर्ड मामले दर्ज हो रहे हैं। 6 महीने बाद महानगरों में 40 फीसदी तक केस दर्ज हो रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किए गए आंकड़े के अनुसार, दिल्ली में शनिवार को संक्रमण के 2,716 नए मामले सामने आए और एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं संक्रमण दर बढ़कर 3.64 प्रतिशत हो गई।
देश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन से अब तीसरी लहर दस्तक दे चुकी है। नए साल के जश्न पर पाबंदी लगाई गई है तो वहीं, कोरोना के नए मामलों में अब उछाल देखा जा रहा है।
दक्षिण अफ्रीका में जारी चौथी लहर में अधिकतर मामले कोरोना वायरस संक्रमण के नए वेरएंट ओमिक्रॉन के सामने आ रहे हैं।
हेल्थ एक्सपर्ट कह रहे हैं कि अगर कोई व्यक्ति अपने शरीर पर इन दो लक्षणों को देखता है तो तुरंत अपने आप को आइसोलेट करे और कोविड टेस्ट करवाए।
भारत में 23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश से आए ओमीक्रोन के मामलों में से महाराष्ट्र में सबसे अधिक 450 मामले आए। इसके बाद दिल्ली में 320, केरल में 109 और गुजरात में 97 मामले सामने आए।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने पत्र लिखकर दिल्ली, हरियाणा, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और झारखंड को घरेलू यात्रा में हाल में वृद्धि और विवाह, उत्सव समारोह जैसे विभिन्न कार्यक्रमों के मद्देनजर सतर्क रहने को कहा।
''ओमिक्रॉन वैरिएंट बेशक से हल्का प्रतीत हो रहा है, मगर साथ ही यह चिंताजनक भी है, क्योंकि यह अत्यधिक तेजी से फैलता है, जिसका अर्थ है कि अस्पताल में मरीजों की संख्या और मौतें बिना किसी हस्तक्षेप के तेजी से बढ़ सकती हैं।''
हैल्थ एक्सपर्ट सुझाव दे रहे हैं कि जिन लोगों को ओमिक्रॉन के लक्षण दिख रहे हैं वो सबसे पहले टेस्ट करवाए और लक्षणों की गंभीरता को देखकर ही अस्पताल का रुख करें।
महाराष्ट्र, दिल्ली और गुजरात में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं। वहीं राजस्थान में भी कोरोना के मामले बढ़ने के बाद नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है।
राजस्थान में अब तक ओमिक्रॉन के कुल 69 मामले हो गए हैं। उन्होंने बताया कि इनमें जयपुर के 39, सीकर के चार, अजमेर के 17, उदयपुर के चार, भीलवाड़ा के दो, अलवर का एक, जोधपुर का एक तथा महाराष्ट्र का एक व्यक्ति शामिल है।
वेसलर ने कहा कि वे इनसे संबंधित सवालों के जवाब तलाश रहे थे कि ये नए वेरिएंट्स इम्यून सिस्टम और एंटीबॉडी के रिऐक्शन से कैसे बचते हैं।
जापान, दक्षिण कोरिया और थाईलैंड ने हाल के हफ्तों में प्रवेश और पृथकवास प्रतिबंधों को फिर से प्रभावी बना दिया जबकि बीत दिनों ही इनमें राहत दी गई थी।
डीडीएमए द्वारा नए मानदंडों की घोषणा किए जाने के तुरंत बाद नए प्रतिबंध तत्काल प्रभाव से लागू हो गए और सुबह के समय लंबी कतारें लग गईं।
अब सवाल उठता है कि राजनीतिक पार्टियां क्यों चाह रही है कि देश में कोरोना वायरस महामारी की तीसरी लहर के दस्तक के बीच पांचों राज्यों में विधानसभा चुनाव हो? ऐसे कदम उस वक्त में उठाए जा रहे हैं जब हम पिछली दूसरी लहर का दंश अभी तक भूले नहीं है।
देश अब कोरोना वायरस महामरी की तीसरी लहर के बीच आ खड़ा हो गया है। 24 घंटे में पिछले दिनों के मुकाबले 40 फीसदी अधिक नए संक्रमण के मामले दर्ज किये गए हैं।
ये बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बुलाई गई है। इसमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, मुख्य सचिव विजय देव, नीति आयोग के सदस्य वी.के. पॉल, राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के संयुक्त सचिव, दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य एवं एवं गृह विभागों के सचिव तथा विशेषज्ञ शामिल होंगे।
तेजी के साथ बढ़ते ओमिक्रॉन के मामले ने देश को तीसरी लहर की ओर ला खड़ा कर दिया है। दिल्ली, मुंबई समेत कई महानगरों में रिकॉर्ड कोविड के मामले दर्ज होने शुरू हो गए हैं। राजधानी दिल्ली में करीब 7 महीने बाद 500 के करीब मामले दर्ज हुए हैं, जिसने फिर से स्वास्थ्य विभाग को सकते में ला दिया है।
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