WHO चीफ ने कहा कि वैश्विक स्तर पर वायरस के और स्वरूप आने से इंकार नहीं कर सकते हैं।’’ हालांकि, घेब्रेयियस ने जोर देकर कहा, ‘हम कोविड-19 महामारी को दिए गए वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल के दर्जे को खत्म कर सकते हैं और यह हम इसी साल कर सकते हैं।’’
बुलेटिन में कहा गया है, ‘ओमिक्रॉन अब भारत में सामुदायिक प्रसार के स्तर पर है और यह उन विभिन्न महानगरों में हावी हो गया है, जहां नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बीए.2 उप स्वरूप की मौजूदगी मिली है और इसलिए एस जीन ड्रॉपआउट आधारित स्क्रीनिंग के दौरान इस बात की बहुत अधिक आशंका है कि संक्रमण का पता न चले।'
दिल्ली और मुंबई में कोरोना के नए मामलों में कुछ कमी दर्ज की गई है। दिल्ली में एक दिन में कोरोना के 10,756 नये मामले सामने आये और संक्रमण के कारण 38 और मरीजों की मौत हो गई
कोरोना वायरस ने दुनियाभर में कोहराम मचा रखा है। इसी बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कोरोना प्रतिबंधों को खत्म करने की घोषणा की है। इसमें मास्क पहनने और वर्कफ्रॉम होम, दोनों की अनिवार्यता को खत्म करना भी शामिल है। ब्रिटेन के पीएम ने कहा कि हमारे वैज्ञानिकों का मानना है कि राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना का पीक आ चुका है। इसलिए वे कोरोना नियमों खासकर लोगों को अपने दफ्तर के लिए घर से काम करने पर जोर नहीं डालेगी।
अग्रवाल ने पहले अनुमान जताया था कि कोविड-19 की तीसरी लहर जनवरी के अंत तक चरम पर होगी।
विशेषज्ञों के अनुसार, बेशक ओमिक्रॉन वेरिएंट को कम गंभीर माना जा रहा हो, मगर लोगों को एहतियाती उपाय करना बंद नहीं करना चाहिए।
रिपोर्ट में कहा गया है, 'भारत में, डेल्टा स्वरूप के संक्रमण की एक घातक लहर ने अप्रैल और जून के बीच 2,40,000 लोगों की जान ले ली थी और आर्थिक सुधार बाधित हुआ था। निकट समय में इसी तरह के हालात पैदा हो सकते हैं।'
आपको अपने खान-पान, दिनचर्या और व्यायाम पर ध्यान देना चाहिए। आपके आहार से रोगप्रतिरोधक पर असर पड़ता है।
टेस्टिंग के सैंपल्स का अलग से विश्लेषण करने पर ओमिक्रॉन वेरिएंट के खिलाफ भी एंटीबॉडी तेजी से बनने की बात सामने आई।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में ओमिक्रॉन स्वरूप के एक दिन में 620 मामले आए हैं जो अब तक सर्वाधिक मामले हैं। इसी के साथ ही कोरोना वायरस के नए वेरिएंट के कुल मामले बढ़कर 5,488 हो गए हैं। इनमें से 2,162 लोग स्वस्थ हो गए हैं।
देश में कोरोना वायरस की वजह से अब हालात बेकाबू नजर आ रहे हैं। कई राष्ट्रीय नेता, केंद्रीय मंत्री, राज्य के सीएम समेत अन्य राज्यों के मंत्री कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। वहीं, देश में कोरोना के मामले अब 2 लाख के करीब दर्ज हुए हैं। जबकि, राजधानी दिल्ली में कोरोना के 28 हजार के करीब नए मामले दर्ज हुए हैं।
सार्स-कोव-2, वायरस जो कोविड का कारण बनता है, मुख्य रूप से हवा के माध्यम से फैलता है। तो संचरण को रोकने की कुंजी यह समझना है कि हवा के कण कैसे व्यवहार करते हैं, जिसके लिए भौतिकी और रसायन विज्ञान से ज्ञान की आवश्यकता होती है।
मंगलवार को पूरे भारत में कोरोना वायरस से संक्रमण के 1.68 लाख से ज्यादा नए मामले सामने आए।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की माने तो जो लोग पहले कोरोना का शिकार हो चुके हैं उन्हें डायबिटीज की चपेट में आने का खतरा बहुत ज्यादा रहता है। ऐसे में लोगों को और खासकर डायबिटीज और बीपी के मरीजों को कोरोना से अलर्ट रहने की जरूरत है।
कोरोना से बचने के लिए सबसे पहले वजन कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। अगर वजन कंट्रोल में रहेगा तभी इम्यूनिटी भी स्ट्रॉन्ग रहेगी।
इसमें कहा गया है कि लक्षण वाले व्यक्तियों जिनकी घर या स्व जांच रिपोर्ट निगेटिव आयी है उन्हें आरएटी को आरटी-पीसीआर जांच करानी चाहिए।
देश में कोरोना वायरस की वजह से अब हालात बेकाबू नजर आ रहे हैं। कई राष्ट्रीय नेता, केंद्रीय मंत्री, राज्य के सीएम समेत अन्य राज्यों के मंत्री कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं, महाराष्ट्र में थोड़ी राहत की बात दिखाई दे रही है। बीते 24 घंटे में कोरोना के 33,470 नए मामले दर्ज किये गए हैं। मुंबई में भी कोरोना के नए मामलों में गिरावट दर्ज की गई है। 24 घंटे में 13 हजार से अधिक मरीज संक्रमित पाए गए हैं। महानगर की पॉजिटिविटी रेट इस वक्त 23% पहुंच गई है।
अभिनेत्री-राजनीतिज्ञ खुशबू सुंदर कोरोना संक्रमित हो चुकी हैं। इसकी जानकारी उन्होंने सोमवार को दी।
डॉक्टर अंजन त्रिखा ने कहा कि जिस तरह डेल्टा वैरिएंट (Delta Variant) लंग्स (Lungs) को प्रभावित कर रहा था, अभी तक उस तरह ये ओमिक्रॉन (Omicron) नहीं कर रहा है, ये लंग्स के ऊपरी हिस्से में ही रहकर अपना असर दिखा रहा है, गले में खराश हो रही है, खांसी आ रही है और इन्फेक्शन के कारण बुखार हो रहा है।
केंद्र की तरफ से देश में बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच ये फैसला लिया गया है। देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक प्रीकॉशन डोज (Precaution Dose) लेने वालों के लिए नए रजिस्ट्रेशन की कोई आवश्यकता नहीं है। वो आज से सीधे अपॉइंटमेंट लेकर या टीका सेंटर पर जाकर बूस्टर डोज ले सकते हैं।
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