इसमें कोविड-19 के बढ़ते मामलों और उसके नए ओमीक्रोन स्वरूप से पैदा खतरे पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा बैठक में ‘येलो’ अलर्ट जारी करने और जीआरएपी के अनुसार पाबंदियों पर भी फैसला लिया जा सकता है।
डॉक्टरों का आंदोलन जारी रहने से केंद्र द्वारा संचालित तीन अस्पतालों - सफदरजंग, आरएमएल और लेडी हार्डिंग अस्पतालों के साथ ही दिल्ली सरकार के कुछ अस्पतालों में मरीजों का इलाज प्रभावित हुआ है।
मामले बढ़ने के साथ ही केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को अलर्ट भेज तैयारियां तेज करने को कहा है। वहीं, दिल्ली में महाराष्ट्र से अधिक कोविड के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन संक्रमित मामले दर्ज किये जा रहे हैं।
गोवा में 8 साल का लड़का 17 दिसंबर 2021 को ब्रिटेन से आया था और उसके ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित होने की पुष्टि पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान में की गई जांच से हुई है।
ओमिक्रॉन संक्रमितों के मामले में दिल्ली ने महाराष्ट्र को पीछे छोड़ दिया है। दिल्ली 142 मामलों के साथ सबसे ऊपर आ गया है वहीं महाराष्ट्र 141 संक्रमितों के साथ दूसरे स्थान पर बना हुआ है।
10 जून के बाद से सबसे ज्यादा कोरोना के मामले सामने आए हैं। 4 जून के बाद से सबसे ज्यादा पॉजिटिविटी रेट राजधानी में दर्ज किया गया है।
देश में ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के साथ ही कोरोना की तीसरी लहर का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। ओमिक्रॉन अब तक 19 राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों में फैल चुका है। देश में ओमिक्रॉन संक्रमितों की कुल संख्या 600 के पार पहुंच गई है।
दिल्ली में अस्पताल से छुट्टी दिए जाने वाले मरीजों में अधिकतर ऐसे थे, जिनमें बीमारी के लक्षण नहीं थे, जबकि दो-तीन मरीजों में हल्के लक्षण थे। ओमिक्रॉन स्वरूप से ग्रसित किसी भी मरीज को अब तक ऑक्सीजन की मदद की जरूरत नहीं पड़ी है।
महामारी से निपटने को लेकर विपक्षी दल कांग्रेस ने ऐसे वक्त मोदी सरकार पर हमला किया है, जब एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री ने अगले साल तीन जनवरी से 15 से 18 साल की आयु के किशोरों के लिए टीकाकरण अभियान जबकि 10 जनवरी से स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे के कर्मियों के लिए ‘‘प्रीकॉशन डोज’’ (एहतियाती खुराक) की शुरुआत की घोषणा की।
पीएम मोदी देश से साल का आखिरी 'मन की बात' कर रहे हैं।
बढ़ते मामलों पर काबू पाने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को दस राज्यों में विशेष केंद्रीय टीमें भेजी हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ जारी बयान में बताया गया है कि जिन राज्यों में ओमिक्रॉन के सबसे ज्यादा मामले आ रहे हैं और जहां कोविड वैक्सीनेशन कम हुआ है, उन 10 राज्यों में इन टीमों को तैनात किया जा रहा है।
बढ़ते मामलों को देखते हुए देश के कई राज्यों में क्रिसमस और नए साल की पार्टियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन भी भयावह रूप लेता जा रहा है।
दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण की दर 0.43 प्रतिशत तक पहुंच गई है जो चरणबद्ध प्रकिया कार्य योजना (जीआरएपी) के तहत येलो अलर्ट शुरू होने के लिये 0.5 प्रतिशत से कुछ ही पीछे है।
कोएत्जी ने प्रिटोरिया से फोन पर कहा, मौजूदा टीकों से ओमिक्रॉन स्वरूप को फैलने से रोकने में काफी मदद मिलेगी।
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (यूकेएचएसए) ने कहा कि इसके शुरुआती निष्कर्ष 'उत्साहजनक' हैं, लेकिन वेरिएंट अभी भी अस्पताल में बड़ी संख्या में लोगों को संक्रमित कर सकता है।
इस बीच COVID विशेषज्ञ समिति (केरल) के सदस्य डॉ. टीएस अनीश ने कहा कि ओमिक्रॉन के मामलों की संख्या 2-3 सप्ताह में 1000 तक पहुंचने के आसार हैं।
शनिवार की सुबह अपने नए अपडेट में, यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) ने बताया कि वर्तमान वैश्विक मामले 278,865,910, मरने वालों की संख्या 5,392,020 और टीकाकरण की कुल संख्या क्रमश: बढ़कर 8,888,931,499 हो गई है।
देशभर में ओमिक्रॉन के केस 400 पार हो गए हैं। इसके मद्देनजर 25 दिसंबर से लेकर नए साल तक सरकारों ने कड़ी सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। राज्यों ने कई तरह के प्रतिबंध लागू कर दिए हैं।
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि कई डॉक्टर निजी अस्पतालों से बूस्टर डोज ले रहे हैं, जबकि कुछ डॉक्टर खुद सरकारी अस्पतालों से यह डोज ले रहे हैं।
संक्रमित छात्रों में से अधिकांश में बीमारी के कोई लक्षण नहीं थे और कुछ में केवल हल्के लक्षण थे।
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