जम्मू-कश्मीर विधानसभा में धारा 370 को लेकर जबरदस्त हंगामा हुआ है। इस दौरान पीडीपी सदस्य वहीद पारा ने 370 को निरस्त करने के संदर्भ में प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि यह दिन विकास का नहीं, बल्कि वंचित होने का प्रतीक है। जम्मू-कश्मीर की कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने भी केंद्र शासित प्रदेश के स्थापना दिवस को काला दिन करार दिया।
PDP चीफ महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती अपने पहले ही चुनाव में पारिवारिक सीट श्रीगुफवारा-बिजबेहरा पर नेशनल कॉन्फ्रेंस की उम्मीदवार 9,770 मतों के अंतर से हराया है।
महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती श्रीगुलफवारा-बिजबेहरा सीट से चुनाव लड़ा है। इल्तिजा मुफ्ती का ये पहला विधानसभा चुनाव है। 2014 के विधानसभा चुनाव परिणाम में पीडीपी ने रिकॉर्ड 28 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
इंजीनियर राशिद ने कहा कि हमें पीएम मोदी वाला पीस नहीं चाहिए बल्कि असली शांति चाहिए। उन्होंने उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती पर भी जमकर निशाना साधा।
जम्मू-कश्मीर में 1 अक्टूबर को होने वाले तीसरे चरण के चुनाव को लेकर तैयारियां तेज हैं। इस बार कुपवाड़ा सीट से JKNC के नासिर असलम वानी, JKPC के सज्जाद गनी लोन और पीडीपी से मीर मोहम्मद फ़याज़ उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं। इन तीनों दिग्गजों के बीच मुकाबला काफी रोचक और दिलचस्प हो गया है।
जम्मू-कश्मीर में तीसरे चरण के चुनाव को लेकर तैयारियां तेज हैं। इस बार बसोहली विधानसभा सीट में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधी लड़ाई है। 2014 में भारतीय जनता पार्टी से विधायक रहे चौधरी लाल सिंह कांग्रेस से इस बार उम्मीदवार हैं।
जम्मू कश्मीर की लाल चौक सीट पर इन विधानसभा चुनावों में जबरदस्त मुकाबला होने की उम्मीद जताई जा रही है और सभी पार्टियों ने इस सीट को जीतने के लिए अपना पूरा जोर लगा दिया है।
बडगाम विधानसभा सीट को जम्मू कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस का गढ़ माना जाता है लेकिन इस बार पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला का मुकाबला एक कद्दावर नेता आगा सैयद मुंतजिर मेहदी से है।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण की वोटिंग जारी है। इस चरण में पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती अपनी किस्मत आजमा रही हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि जम्मू-कश्मीर में पहले चरण में किस सीट पर किससे मुकाबला है?
पंपोर में, जानी मानी राजनीतिक हस्तियों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। यहां नेशनल कॉन्फ्रेंस के हसनैन मसूदी का मुकाबला पीडीपी के जहूर अहमद मीर से होगा, जिन्होंने 2008 और 2014 में जीत हासिल की थी। अनंतनाग से पूर्व सांसद मसूदी मीर को हराने की कोशिश कर रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में पहले चरण में 18 सितंबर को वोटिंग होनी है। यहां से सबसे ज्यादा बार नेशनल कॉन्फ्रेंस 6 बार जीत दर्ज कर चुकी है।
डूरू में पहले चरण में चुनाव होने हैं, ऐसे में कांग्रेस, पीडीपी समेत तमाम पार्टियां यहां अपना-अपना दमखम अजमा रही हैं।
अनंतनाग विधानसभा सीट से इस बार पीडीपी ने मिर्जा महबूब को चुनावी मैदान में उतारा है। इस बार अनंतनाग सीट में त्रिकोणीय मुकाबला बना हुआ है। यहां पीडीपी, कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी लड़ाई मानी जा रही है।
पंपोर सीट पर किसका शोर? केसर के लिए दुनिया में पंपोर की अलग पहचान...पीडीपी की ओर से जहूर अहमद मीर मैदान में...एनसी ने हसनैन मसूदी को दिया टिकट...बीजेपी ने सैयद शौकत गयूर को मैदान में उतारा...2002 से पंपोर सीट पर पीडीपी का कब्जा...
Jammu Kashmir Assembly Elections 2024: पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ़्ती बिजबेहरा-श्रीगुफ़वारा सीट से चुनाव लड़ रही हैं। उनका सीधा मुकाबला जम्मू कश्मीर नेशनल कॉन्फ़्रेंस के दिग्गज नेता बशीर अहमद शाह वीरी से है।
जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। राज्य में मुख्य मुकाबला कांग्रेस-NC, पीडीपी और भाजपा के बीच माना जा रहा है। हालांकि, विधानसभा चुनाव में एक और पार्टी सामने आई है जिसमें महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला की टेंशन बढ़ा दी है।
जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में उमर अबदुल्ला ने 2 विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं। अब इस पर महबूबा मुफ्ती ने उन पर तंज कसा है।
जम्मू कश्मीर चुनाव में इस बार कई नए चेहरे दांव अजमा रहे हैं, इनमें से कुछ रसूखदार राजनीतिक घराने से हैं। आइए जानते हैं इनके नाम...
जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ दिनों में सियासी तस्वीर कुछ इस कदर बदली है कि कभी चुनाव को ‘हराम’ करार देकर इसका बहिष्कार करने वाले अलगाववादी नेता अब सूबे के असेंबली इलेक्शन में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
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