रेरा को केंद्र सरकार ने पिछले साल अधिसूचित किया था और उम्मीद जताई कि राज्य इस कानून का अनुसरण करेंगे। रेरा रियल एस्टेट के खरीदारों के हित में है।
ग्रामीण इलाकों में सस्ता होम लोन सुनिश्चित करने के लिए केंद्र ने दो लाख रुपए तक के होम लोन पर तीन प्रतिशत ब्याज सब्सिडी को मंजूरी दी।
बजट उम्मीदों और सौगातों से भरा होगा। जीडीपी में सबसे अधिक योगदान एवं रोज़गार प्रदान करने वाले रियल एस्टेट सेक्टर को भी इस साल के बजट से काफी उम्मीदें हैं।
केंद्र ने तीन राज्यों में 78,500 से अधिक और मकान के निर्माण को मंजूरी दी। तमिलनाडु, केरल व पश्चिम बंगाल में ये मकान शहरी गरीबों के लिए बनाए जाने हैं।
पहली बार घर खरीदने वाले व्यक्ति को कम से कम 5 वर्षों के लिए इनकम टैक्स में एक्स्ट्रा छूट दी जा सकती है? बजट में इसेे स्पष्ट किया जाना चाहिए।
रियल एस्टेट सेक्टर के इतिहास के पन्नों में साल 2016 काफी बदलाव भरा रहा, रियल एस्टेट बहुत सारी घोषणाओं पर सवार होकर उबड़ खाबड़ रास्तों पर इधर-उधर लुढ़कता दिखा।
घर खरीदारों को रियल एस्टेट की ताजा जानकारी देने के लिए बुकिंगकर नाम की मोबाइल एप लॉन्च की गई है। यह एप खरीदारों की सहूलियत को ध्यान में रखकर बनाई गई है।
देश के प्रमुख शहरों में एक मकान की औसत कीमत में गत वर्ष के मुकाबले 3.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी आई है, जबकि इस दौरान किराये में 4.9 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।
शहरी क्षेत्र में घरों की मांग 2020 तक 41.56 लाख यूनिट की होगी, इसके विपरीत निजी डेवलपर्स केवल 10.23 लाख यूनिट की ही आपूर्ति कर पाने में सक्षम होंगे।
क्रेडाई ने कहा कि प्रॉपर्टी की कीमतों में 20 से 30 फीसदी तक इजाफा हो सकता है। नए रेग्युलेटरी बिल और ऊंची लागत के चलते बिल्डर्स नए प्रॉजेक्ट कम लॉन्च करेंगे।
एसोचैम ने सुझाव दिया है कि रेजिडेंशियल व कॉमर्शियल प्रॉपर्टी का स्टांप शुल्क घटना चाहिए इससे रियल एस्टेट क्षेत्र को Black Money से मुक्त करना आसान होगा।
सरकार ने रियल एस्टेट एक्ट, 2016 के नियमों को नोटिफाई कर दिया है और यह घर खरीदारों के हक में ही है। जानिए, यह कानून आपको क्या अधिकार देता है।
रिकवरी तेज होने पर प्रॉपर्टी की कीमतों में भी तेज उछाल आना शुरू होगा। ऐसे में यही मौका है जब आप अपने सपनों का घर खरीदने के सपने को साकार कर सकते हैं।
इंडिया टीवी पैसा की टीम अपने पाठकों के लिए आज एक ऐसी खबर लेकर आई है, जिसे हर उस व्यक्ति को पढ़ना जरूरी है, जो प्रॉपर्टी खरीदने जा रहा है।
NCC ने बिल्डरों को कड़ा संदेश देते हुए कहा- सही समय पर फ्लैट हैंड ओवर करने या रिफंड देने में नाकाम होने पर कंपनी के अधिकारियों को गिरफ्तार किया जा सकता है।
भारत के कई प्रमुख शहरों में अपार्टमेंट कल्चर तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन अभी भी बहुत से लोग अपने मन में प्लॉट खरीदकर स्वयं का मकान बनाने की इच्छा रखते हैं
क्या आप अपने सपनों का घर खरीदने का विचार कर रहे हैं। अगर अभी आप घर खरीदने से चूक गए तो भविष्य में शायद आपको इससे बेहतर मौका फिर मिलना मुश्किल होगा।
बिल्डर्स ने जिन बायर्स को 2016 के अंत तक उनके फ्लैट का पजेशन देने का वादा किया था, उनमें से आधो को निराशा हाथ लग सकती है।
SC ने सुपरटेक को आज कड़ा संदेश देते हुए उन निवेशकों का धन लौटाने को कहा जो लंबे समय से अपने सपनों के घर की प्रतीक्षा कर रहे हैं
पीरामल फंड ने लोढा डेवलपर्स को 2320 करोड़ रुपए की फंडिंग की है। ये रियल एस्टेट मार्केट में देश की सबसे बड़ी फंडिंग है।
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