चुनाव आयोग ने मंगलवार को छत्तीसगढ़ में SIR के आंकड़े जारी कर दिए हैं। SIR में राज्य की वोटर लिस्ट से 27 लाख से ज्यादा नाम हटाए गए हैं। आइए जानते हैं कि छत्तीसगढ़ में कुल वोटर्स की संख्या कितनी मिली है।
भारत निर्वाचन आयोग ने केरल और अंडमान-निकोबार में एसआईआर के आंकड़े जारी कर दिए हैं। नए आंकड़ों के मुताबिक केरल में 24 लाख से अधिक नाम हटा दिए गए हैं।
मध्य प्रदेश में SIR की ड्राफ्ट वोटर लिस्ट के जारी होने के बाद जो आंकड़ा सामने आया है, वह चौंकाने वाला है। मध्य प्रदेश में 42 लाख से ज्यादा वोटर्स के नाम मतदाता सूची से कटे हैं।
चुनाव आयोग, ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी करने जा रहा है, ऐसे में चेक करना बेहद जरूरी है कि आपका नाम उसमें है या नहीं। इस खबर में जानिए ऑनलाइन और ऑफलाइन तरीकों के कुछ आसान स्टेप्स।
पीएम मोदी के पश्चिम बंगाल दौरे को लेकर बीजेपी ने खास तैयारियां की हैं। नदिया जिले में पीएम मोदी करोड़ों की परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे। इस दौरान वह एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
पश्चिम बंगाल में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन के कारण मतुआ समुदाय में वोटिंग अधिकार को लेकर चिंता बढ़ी है। बड़ी संख्या में नाम ड्राफ्ट वोटर लिस्ट से हटने से 2026 चुनाव से पहले बीजेपी के मजबूत मतुआ वोट बैंक पर असर पड़ सकता है, जिससे पार्टी को नुकसान की आशंका जताई जा रही है।
चुनाव आयोग के द्वारा शुक्रवार को गुजरात में SIR के आंकड़े जारी कर दिए गए हैं। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, गुजरात में SIR के तहत करीब 73.73 लाख वोटर्स के नाम वोटर लिस्ट से हटा दिए गए हैं।
निर्वाचन आयोग ने तमिलनाडु में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के आंकड़े जारी कर दिए हैं। सामने आई जानकारी के मुताबिक, तमिलनाडु में इस प्रक्रिया के तहत 97 लाख वोटर्स के नाम वोटर लिस्ट से हटाए गए हैं।
UP Assembly Session: उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में काफी हंगामा हुआ। सोमवार को सदन में बजट पेश किया जाएगा।
बंगाल में जिन एक करोड़ नब्बे लाख लोगों को संदेहास्पद कैटेगरी में रखा गया है, उन सबको नोटिस भेजा गया है। उन्हें सफाई का मौका दिया जाएगा लेकिन इंडिया टीवी के रिपोर्टर्स ने ज़मीनी स्तर पर इस तरह के मामलों की जब पड़ताल की, तो हैरान करने वाला सच सामने आया।
पश्चिम बंगाल की ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में 58 लाख नाम हटाए गए हैं और 1.9 करोड़ वोटर्स को संदिग्ध घोषित किया गया है। चुनाव आयोग को उम्र, पारिवारिक विवरण और फर्जी प्रविष्टियों में गंभीर गड़बड़ियां मिली हैं। इस मुद्दे पर TMC और BJP के बीच सियासी घमासान तेज हो गया है।
Election Commission ने West Bengal, Rajasthan, Goa, लक्षद्वीप और पुडुचेरी में SIR की ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी की है, जिसमें लाखों नाम हटे हैं। नाम कटने पर मतदाता 16 दिसंबर 2025 से 15 जनवरी 2026 तक क्लेम-ऑब्जेक्शन के जरिए दोबारा आवेदन कर सकते हैं।
पश्चिम बंगाल में विशेष गहन पुनरीक्षण के बाद ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी कर दिया गया है, जिसमें सीएम ममता बनर्जी के विधानसभा क्षेत्र भवानीपुर से 45 हजार वोटरों के नाम कट गए हैं। टीएमसी ने कहा है कि वो दोबारा इसकी जांच करेगी।
चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल, राजस्थान, गोवा, लक्षद्वीप और पुडुचेरी में SIR की ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी की है, जिसमें लाखों नाम हटे हैं। नाम कटने पर मतदाता 16 दिसंबर 2025 से 15 जनवरी 2026 तक क्लेम-ऑब्जेक्शन के जरिए दोबारा आवेदन कर सकते हैं।
मतदाता पुनरीक्षण के बाद एसआईआर की ड्राफ्ट मतदाता सूची जारी कर दी गई है जिसमें 58 लाख लोगों के नाम कट गए हैं। अगर आपका नाम भी इस मतदाता सूची में नहीं है तो परेशान ना हों, जानें आपको क्या करना होगा?
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव अगले साल होंगे लेकिन उससे पहले मतदाता पुनरीक्षण के बाद आंकड़े जारी कर दिए गए हैं। आंकड़ों के मुताबिक कुल 58 लाख मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटा दिया गया है।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी में चार करोड़ मतदाताओं के नाम नहीं मिलने पर सीएम योगी ने चिंता जताई है। वहीं अखिलेश यादव ने इस मामले पर बीजेपी की चुटकी ली है।
दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस की रैली के साथ कथित वोट चोरी का मुद्दा सियासी तूफान बन गया, जहां राहुल गांधी ने सरकार, आरएसएस और चुनाव आयोग पर “सच बनाम झूठ” की लड़ाई का ऐलान किया।
SIR को लेकर अखिलेश यादव ने बीजेपी पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि वोट काटने के लिए डेटा और ऐप का गलत इस्तेमाल हो रहा है। देश को डिवीजन नहीं बल्कि विजन की राजनीति की जरूरत है।
अपराधी स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन के दौरान फॉर्म भरने के लिए इंदौर आया था। पुलिस को इसकी भनक लगी तो उसे दबोच लिया। वह 100 से ज्यादा मामलों में आरोपी है।
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