हिजबुल्ला आतंकी संगठन ने इजरायली सेना से बदला लेने के लिए भीषण पलटवार किया है। हिजबुल्ला के आतंकियों ने उत्तरी इजरायल पर रॉकेटों की बौछार कर दी है। इससे बड़े पैमाने पर इजरायल को नुकसान पहुंचने की आशंका जाहिर की गई है। हालांकि अभी तक हमले से हुए नुकसान के बारे में कोई सूचना सामने नहीं आ सकी है।
रूस की राजधानी मास्को में हुए बड़े आतंकी हमले को लेकर एक बड़ा दावा किया गया है। एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि हमले से पहले आतंकियों ने तुर्की की यात्रा की थी।
रूस की राजधानी मास्को में शुक्रवार को आतंकवादी हमला हुआ था। रूस में हुए इस हमले के बाद फ्रांस सरकार ने देश में सुरक्षा बढ़ा दी है। फ्रांस में कई शहरों में पुरिस गश्त भी बढ़ा दी गई है।
मॉस्को कॉन्सर्ट हॉल पर हुए आतंकी हमले के बाद पकड़े गए चार संदिग्धों में से तीन ने अपना गुनाह मान लिया है। ये सभी आरोपी ताजिकिस्तान के नागरिक हैं। अदालत ने आदेश दिया कि सभी आरोपियों को 22 मई तक सुनवाई पूर्व हिरासत में रखा जाए।
मॉस्को कॉन्सर्ट हॉल पर हुए आतंकी हमले के बाद घटनास्थल के पास एक अस्थायी स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करने वाले लोगों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। लोगों का कहना है कि यह एक त्रासदी है जिसने पूरे देश को प्रभावित किया है।
सिंगापुर की 3 दिनों की यात्रा पर गए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने की बड़ी वजह बताई है। जयशंकर ने कहा कि यह एक अस्थाई प्रावधान था, जिसने जम्मू-कश्मीर में अलगवावाद और आतंकवाद को जन्म दिया। मगर इसे हटाए जाने के फायदा अब वहां देखा जा सकता है। आतंकवाद में कमी आई और विकास हो रहा है।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सिंगापुर में अपने हर संबोधन में आतंकवाद पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की। एक दिन पहले उन्होंने आतंक के मुद्दे पर पाकिस्तान को जमकर धोया था। जयशंकर ने पाकिस्तान को आतंक की फैक्ट्री बताया था। अब कहा है कि किसी भी भाषा में एक आतंकी आतंकवादी ही होता है।
आईएसआईएस खुरासान ने अमेरिका और तालीबान को भी बहुत नुकसान पहुंचाया है। अमेरिका आज भी इसे खतरा मानता है। आईएसआईएस खुरासान साल 2014 में पहली बार उत्तरी अफगानिस्तान में अस्तित्व में आया था।
रूस ने मॉस्को में बड़े आतंकी हमले के बावजूद अंतरिक्ष में अपने तीन वैज्ञानिकों को भेजकर नई कामयाबी हासिल की है। इस मिशन में नासा के अंतरिक्ष यात्री लोरल ओ'हारा, मैथ्यू डोमिनिक, माइक बैरेट और जेनेट एप्स के साथ-साथ रूसी ओलेग कोनोनेंको, निकोलाई चूब और अलेक्जेंडर ग्रीबेनकिन शामिल हैं।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने शुक्रवार को मॉस्को के कॉन्सर्ट हॉल पर हुए हमले को बर्बर आतंकवादी कृत्य करार दिया। उन्होंने इसके पीछे यूक्रेन की संलिप्तता भी बताई। रूस के राष्ट्रपति ने कहा कि यूक्रेन ने आतंकियों के भागने का रास्ता भी तैयार किया था। बचने के लिए आतंकी यूक्रेन की ओर भागे थे। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
रूस की राजधानी मॉस्को में हुए दो दशक के सबसे भयानक आतंकी हमले में पकड़े गए एक संदिग्ध ने सुरक्षा एजेंसियों के सामने चौंकाने वाला खुलासा किया है। संदिग्ध आतंकी ने बताया कि वह लंबे समय से बेरोजगार था और तजाकिस्तान के एक साथी के साथ हॉस्टल में रह रहा था। फिर उसे पैसे के बदले लोगों को मारने का ऑफर आया।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपनी सिंगापुर यात्रा के दौरान पाकिस्तान का बैंड बजा दिया है। आतंकवाद के खिलाफ बोलते हुए जयशंकर ने जमकर पाकिस्तान की वॉट लगाई। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद का उद्योग चला रहा है। अब भारत आतंक को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा।
रूस आतंकी हमले में मरने वालों की संख्या 133 हो गई है। इससे पहले अक्टूबर 2015 में इस्लामिक स्टेट ने सिनाई में रूस के एक यात्री विमान को निशाना बनाया था जिसमें विमान में सवार सभी 224 यात्रियों की मौत हो गयी थी। इनमें से ज्यादातर मिस्र से छुट्टियां मनाकर लौट रहे रूसी नागरिक थे।
Superfast 200: आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ने ली मास्को में हुए आतंकवादी हमले की ज़िम्मेदारी...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि इस घिनौने आतंकी हमले की हम कड़ी निंदा करते हैं। भारत इस घड़ी में रूसी संघ के साथ खड़ा है। साथ ही पीड़ित परिवार के प्रति हमारी संवेदनाए हैं।
रूस के मॉस्को में बड़ा आतंकी हमला देखने को मिला है। इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली है। बता दें कि शुक्रवार की शाम क्रोकस सिटी हॉल में कुछ लोगों ने फायरिंग शुरू कर दी। इस घटना में 40 लोगों की मौत हुई है, वहीं 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
रूस ने एलजीबीटी संगठनों को अब चरमपंथियों और आतंकवादियों की सूची में शामिल कर दिया है। इससे इन संगठनों के नेताओं को गिरफ्तारी और मुकदमे का डर सताने लगा है। रूस ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद यह कदम उठाया है।
ग्वादर पर बलूचिस्तानियों के हमले के बाद चीन की पाक में सीपीईसी योजना और खतरे में पड़ गई है। हालांकि ग्वादर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कैप्टन (सेवानिवृत्त) जोहेब मोहसिन ने कहा कि हालात अब काबू में हैं। मगर चीन को अपना प्रोजेक्ट खतरे में दिख रहा है। इसलिए वह पाकिस्तान के साथ आतंक के खिलाफ खड़ा होने की बात कह रहा है।
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में घातक आतंकी हमला हुआ है। प्रारंभिक सूचना के मुताबिक कम से कम दो लोगों की मौत हुई है और 22 घायल बताए जा रहे हैं। पाकिस्तान पर 2 दिनों में हुआ यह दूसरा आतंकी हमला है। इससे पहले पाकिस्तान के ग्वादर पोर्ट को आतंकियों ने निशाना बनाया था, जिसमें दो पाक सैनिकों की मौत हो गई थी।
आतंकवाद को लेकर अमेरिकी अधिकारी की तरफ से बड़ा बयान सामने आया है। अमेरिकी अधिकारी डोनाल्ड लू ने कहा है कि वर्तमान समय में पाकिस्तान के लोग आतंकवाद के भयानक खतरे का सामना कर रहे हैं।
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