मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि आकाशीय बिजली और 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से चली धूल भरी आंधी से कोलकाता, उत्तर 24 परगना, नादिया, मुर्शिदाबाद, बांकुरा, पूर्बी बर्धमान, पश्चिम मेदिनीपुर, बीरभूम और पुरुलिया जिलों में नुकसान हुआ।
आपने कभी न कभी अपने सपने में आंधी-तूफान तो देखा ही होगा? लेकिन, क्या आपको सही मतलब पता है?
चरखी दादरी जिले के पैंतावास कलां गांव में सोमवार दोपहर खेत में पेड़ के नीचे खाना खा रहे प्रवासी श्रमिकों पर बिजली गिरने से एक की मौत हो गई जबकि तीन अन्य घायल हो गए।
बिहार के गोपालगंज, पूर्णिया, सीवान, दरभंगा, मधुबनी और पश्चिम चंपारण समेत 23 जिलों में गुरुवार को आकाशीय बिजली गिरने से 93 लोगों की मौत हो गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन घटनाओं में दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं।
बिहार के गोपालगंज, सीवान, दरभंगा, मधुबनी और पश्चिम चंपारण समेत 23 जिलों में आज गुरुवार को आकाशीय बिजली गिरने से 83 लोगों की मौत हो गयी
दक्षिण पश्चिम मानसून 1 जून को केरल पहुंच चुका है और इसके साथ ही देश में चार महीने तक चलने वाला बारिश का मौसम शुरू हो चुका है।
कन्नौज जिले के ठठिया क्षेत्र में शनिवार दोपहर आंधी, बारिश और ओलावृष्टि की अलग-अलग घटनाओं में पांच लोगो की मौत हो गयी। इसके अलावा संपत्ति को भी काफी नुकसान पहुंचा है।
लखनऊ स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने प्रदेश के कई जिलों में रात 22.45 बजे तक आंधी और बारिश की संभावना जताई है।
उत्तर प्रदेश में आफत बने आंधी-तूफान, बारिश और ओलावृष्टि के कारण घटित विभिन्न घटनाओं में पिछले 24 घंटों के दौरान कम से कम 28 लोगों की मौत हो गयी।
पिछले 3 दिनों में उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में भारी बारिश और आंधी के कारण कम से कम 15 लोग मारे गए। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 15 लोग मारे गए, 23 जानवर मारे गए। जबकि पिछले 4 दिनों में बारिश से संबंधित घटनाओं के कारण 133 इमारतें गिर गईं।
उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में आंधी-तूफान और आकाशीय बिजली गिरने से कम से कम 26 लोगों की मौत हो गयी तथा 57 अन्य घायल हो गये। प्रदेश के राहत आयुक्त दफ्तर से मिली जानकारी के मुताबिक मैनपुरी में सबसे अधिक छह मौतें हुईं।
उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी के बीच गुरुवार शाम को अचानक मौसम में बदलाव आया। तेज आंधी और बारिश ने जहां लोगों को राहत दी, वहीं यह मौसमी बदलाव कुछ लोगों पर कहर बनकर टूटा।
उत्तर प्रदेश के एटा और कासगंज में आज शाम आंधी और तूफान की वजह से हुए हादसों में कुल 6 लोगों की मौत हो गई।
बुधवार की सुबह दिल्ली-एनसीआर के निवासियों के लिए राहत भरी रही। सुबह हुई हल्की बारिश और उसके बाद चली तेज हवाओं से मौसम सुहाना हो गया। वहीं लोगों को सूरज की तेज तपती गर्मी से भी राहत मिली।
बताया जा रहा है ये फनि तूफ़ान का असर था जिसकी वजह से चंदोली में तेज आंधी चली और तूफान आया। दो दिन पहले से पूर्वोत्तर भारत में फनि तूफान के आने का अलर्ट जारी किया गया है।
मौसमविद ने राष्ट्रीय राजधानी में गरज के साथ छीटें पड़ने और धूल भरी आंधी आने का अनुमान व्यक्त किया है जिससे बुधवार को दिल्लीवासियों को गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है।
कुछ देर बाद पीएम मोदी ने एक अन्य ट्वीट में देश के विभिन्न हिस्सों में आंधी-तूफान में मारे गए लोगों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजे का ऐलान कर दिया।
बारिश से इन राज्यों में तापमान 40 डिग्री से कम हो गया है। मौसम विभाग ने बताया कि बुधवार और गुरुवार को भी मौसम ऐसा ही रहने का अनुमान है।
पश्चिमी विक्षोभ के कारण दिल्ली का मौसम एक बार फिर करवट लेने जा रहा है। इसके तहत बारिश के साथ ओले गिरने की संभावना जताई जा रही है।
सोमवार दोपहर से शुरू हुई बारिश रूक रूक कर हो रही है। दिल्ली में कई जगहों पर इतनी बारिश हुई कि सड़कों पर पानी भर गया और ट्रैफिक जाम भी हुआ। मौसम विभाग की मानें तो दिल्ली में पूरे हफ्ते रूक रूक बारिश होती रहेगी जिससे एक बार फिर दिल्ली में ठंड और बढ़ेगी।
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