Afghanistan Taliban regime: अफगानिस्तान में तालीबानी आतंकियों का शासन वहां की लड़कियों पर जुल्म ढा रहा है। तालिबान अफगानी लड़कियों के पढ़ने पर पाबंदी लगा दी है।
UN General Assembly session: इस सप्ताह से संयुक्त राष्ट्र महासभा का उच्च स्तरीय सत्र शुरू होने जा रहा है जिसमें आतंकवाद पर अंकुश, जलवायु परिवर्तन रोकने के लिए कार्यक्रम और कोविड-19 टीके का समान वितरण अहम क्षेत्र हैं जिनपर भारत का मुख्य रूप से ध्यान केंद्रित होगा।
China United Nations: चीन संयुक्त राष्ट्र में उन देशों के समर्थन की उम्मीद कर रहा है, जिनसे उसकी दोस्ती है और जिनमें से कई को उसने वित्तीय मदद दी है जबकि अमेरिका नीति गुट जिसमें जी-7 शामिल हैं, लगातार चीन के प्रति मुखर हो रहे हैं।
Ukraine War: गुतारेस ने कहा कि 18 अगस्त को ल्वीव में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ उनकी बैठक और जेलेंस्की के कार्यालय के प्रमुख एंड्री यरमक के साथ नियमित बातचीत के बाद उनकी पुतिन से वार्ता हुई।
Floods Crisis in pakistan: पाकिस्तान में बाढ़ का कहर ऐसा टूटा है कि कई देशों द्वारा दी गई अंतरराष्ट्रीय मदद भी अब नाकाफी होने लगी है। इसकी वजह ये है कि अपने लोगों को बचाने के लिए पाकिस्तान सिर्फ दूसरे देशों पर ही निर्भर हो गया है। स्वयं से कुछ भी नहीं कर रहा।
World News: व्हाइट हाउस का कहना है कि रूस को आतंकवाद के स्पोंसर देश के रूप में नामित करना उसे जवाबदेह ठहराने के लिए प्रभावी रास्ता नहीं है क्योंकि यूक्रेन और शेष दुनिया के लिए इसके अनपेक्षित परिणाम हो सकते हैं।
UNHCR Help to Pakistan: बाढ़ से निपटने के उपायों के तहत संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने पिछले सप्ताह दुनिया से कहा था कि वह इस संकट पर 'आंखें मूंदे रखना' बंद करे। वह नौ सितंबर को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर सकते हैं।
UN Human Rights on Uighur Muslims: संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने चीन से शिनजियांग क्षेत्र में मनमाने ढंग से स्वतंत्रता से वंचित सभी उइगर और अन्य मुस्लिम समुदायों को रिहा करने का आह्वान किया है। मानवाधिकार कार्यालय के इस आह्ववान से चीन में खलबली मच गई है।
North Korea News: गुटेरेस ने कहा, ‘‘कोरिया जनवादी लोकतांत्रिक गणराज्य में मानवाधिकारों की स्थिति पर प्रतिक्रिया देना अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए अनिवार्य है और साथ ही अगर मानवता के खिलाफ अपराध किए गए हैं तो उसकी जवाबदेही का समर्थन करना भी अनिवार्य है।’’
India at UN on Taliban:भारत ने तालिबान शासित अफगानिस्तान में आतंवादियों की मौजूदगी को लेकर यूएन के सामने वो कड़वी बात कह दी है कि जिसे सुनकर सभी देश दंग रह गए। अन्य देश ऐसा कहने की हिम्मत भी नहीं जुटा पाएंगे।
Ukraine President: युद्ध की शुरुआत के बाद से तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोआन का पहला और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस का यूक्रेन का यह दूसरा दौरा है। अर्दोआन ने लगातार युद्ध को रूकवाने की कोशिशें की हैं।
China News: भारत और अमेरिका चाहते थे कि आतंकवादी अब्दुल रऊफ अजहर पर वैश्विक प्रतिबंध लगे और उसकी संपत्ति को फ्रीज कर दिया जाए। इस पर चीन ने नापाक हरकत करते हुए इस प्रस्ताव का विरोध कर दिया।
चीन की अध्यक्षता में ‘‘आतंकवादी कृत्यों द्वारा अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा को खतरे’’ विषय पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की मंगलवार को हुई बैठक में कम्बोज ने कहा कि आतंकवाद और संगठित अपराध के बीच जो संबंध है उससे निपटने की आवश्यकता है।
UN News: मार्टिन एवी ने कहा कि इस्लामिक स्टेट ने अफ्रीका में अपना दबदबा बढ़ाया है और कम से कम 20 देश आतंकवादी संगठन की गतिविधियों का प्रत्यक्ष तौर पर अनुभव कर रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र हर सैनिक के लिए सदस्य देश को प्रतिमाह 1,400 डॉलर का भुगतना करता है। इससे गरीब देशों को अपनी सेनाओं के खर्च के लिए मदद मिलती है।
World Food Crisis: रूस और यूक्रेन ने शुक्रवार को तुर्की और संयुक्त राष्ट्र (United Nations) के साथ अलग-अलग समझौते कर लाखों टन यूक्रेनी अनाज, रूसी खाद्यान्न और उवर्रक के निर्यात का रास्ता साफ कर दिया है।
Global Hunger: संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में यह सामने आया कि वर्ष 2021 में खाद्य संकट गहराया है। तेजी से होने वाली और भीषण जलवायु से जुड़ी घटनाएं भी आपूर्ति श्रृंखला को बाधित कर रही हैं, खासकर कम आय वाले देशों में यह देखने को मिला है।
Food Crisis: संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि वैश्विक खाद्य संकट के कारण विश्व ‘तबाही’ का सामना कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि यूक्रेन युद्ध, जलवायु परिवर्तन, कोरोना वायरस महामारी और असमानता के कारण उत्पन्न व्यवधानों में ‘अभूतपूर्व वैश्विक खाद्यान्न संकट’ को और बढ़ाया है।
Hindi in UN% संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने पहली बार हिंदी भाषा से जुड़े भारत के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
Myanmar News: म्यांमार में 34 साल बाद एक बार फिर फांसी की सज़ा सुनाई गई है। यह सज़ा पिछली आंग सू ची की सरकार में रहे एक सांसद और एक कार्यकर्ता को सुनाई गई है। सांसद 'फ्यो जेया थाव और लोकतंत्र का समर्थन करने वाले कार्यकर्ता क्याव मिन यू उर्फ जिमी' पर टेररिस्ट अटैक और मास किलिंग को अंजाम देने के आरोप है।
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