मोडर्ना इंक ने सोमवार को घोषणा कर कहा कि वह कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन प्रयोग की इजाजत के लिए अमेरिकी और यूरोपीय नियामकों से अनुमति की प्रक्रिया के लिए आगे बढ़ रहा है।
एमएसएमई क्षेत्र के लिए 93 योजनाएं मंजूर की गई हैं। वहीं करीब 100 योजनाएं पाइपलाइन में हैं, सरकार इन योजनाओं को भी जल्द लागू करने की तैयारी कर रही है।
पीएम पुणे में एक ठहराव के बाद राष्ट्रीय राजधानी के लिए उड़ान भरेंगे, पुणे में वह सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) का दौरा करेंगे, जिसने वैक्सीन के लिए फार्मा की दिग्गज कंपनी एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ भागीदारी की है।
इससे पहले सुबह, पीएम मोदी ने अहमदाबद के पास ज़ाइडस कैडिला के प्लांट का दौरा किया।
मोदी का अहमदाबाद के बाद हैदराबाद जाने का कार्यक्रम है जहां पर वह टीका निर्माता भारत बायोटेक के संयंत्र का दौरा करेंगे।
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए टीका विकसित करने के कार्यों की समीक्षा के लिए तीन शहरों के दौरे के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार सुबह अहमदाबाद पहुंचे।
यह प्लांट अहमदाबाद से 20 किमी की दूरी पर, चांगोदर औद्योगिक क्षेत्र में स्थित है। पीएमओ ने कहा, मोदी सुबह 9.30 बजे एक घंटे के लिए प्लांट में रहेंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को अहमदाबाद, हैदराबाद और पुणे का दौरा करेंगे और वहां विकसित किए जा रहे कोविड-19 टीके से जुड़े कार्यों की समीक्षा करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अहमदाबाद में जाइडस कैडिला पार्क, हैदराबाद में भारत बायोटेक और पुणे में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया जायेंगे।
'कोवैक्सीन' को भारतीय जैव चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के सहयोग से भारत बायोटेक द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित किया जा रहा है।
पीएम मोदी मंगलवार को राज्यों में कोरोनावायरस की स्थिति की समीक्षा के लिए आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ एक आभासी बैठक करेंगे।
देश में कोरोना के बढ़ते मामलों और लॉकडाउन की चर्चाओं के बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के साथ कोरोना वैक्सीन पर एक बैठक की। पीएम मोदी ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी साझा की है।
WHO ने कोरोना वायरस मरीजों के इलाज में रेमडेसिवीर के इस्तेमाल को लेकर चेतावनी जारी की है। WHO ने कहा है कि वर्तमान में कोई सबूत नहीं है कि रेमडेसिवीर संक्रमित रोगियों की सेहत में कोई सुधार करता है।
कंपनी ने सोमवार को दावा है कि यह वैक्सीन दो से आठ डिग्री सेल्सियस तापमान में 30 दिन तक सुरक्षित रह सकती है।
अमेरिका की मॉडर्न इंक(Moderna Inc.) ने कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर बहुत बड़ी खबर देते हुए बताया कि उनकी एक्सपेरिमेंटल कोरोना वायरस वैक्सीन 94.5 प्रतिशत प्रभावी साबित हुई है।
वैक्सीन निर्माण करनेवाली बड़ी कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) अपने रिस्की पर 4 करोड़ डोज तैयार कर चुका है।
सीतारमण ने कहा कि घरेलू रक्षा उपकरण, इंडस्ट्रियल इनसेंटिव्स और इंफ्रास्ट्रक्चर एंड ग्रीन एनर्जी के लिए पूंजी और इंडस्ट्रियल खर्च के लिए 10,200 करोड़ रुपए का अतिरिक्त बजट उपलब्ध कराया जाएगा।
कोरोना वायरस वैक्सीन बनाने में जुटी फाइजर ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि फेज 3 के ट्रायल में कोविद -19 वैक्सीन 90 फीसदी प्रभावी है। कंपनी ने बताया कि वैक्सीन डेटा पर शुरुआती नज़र रखने से हमें पता चलता है कि वैक्सीन COVID-19 को रोकने में 90 फीसदी प्रभावी हो सकती हैं।
भारत ने शुक्रवार को विभिन्न देशों से कहा कि वह कोरोना वायरस संकट से लड़ने में मानवता की मदद के लिए टीका उत्पादन और आपूर्ति में अपनी क्षमता का इस्तेमाल करेगा।
राय ने कहा, ‘‘हम दो चरणों का परीक्षण कर चुके हैं। पहले चरण का परीक्षण कारगर रहा है। दूसरे चरण के परीक्षण का अभी विश्लेषण चल रहा है। लेकिन नियामक प्राधिकरण तीसरे चरण में जाने की अनुमति दे रहा है तो इसका मतलब है कि वे सारी रिपोर्ट से संतुष्ट हैं।
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