Thursday, May 09, 2024
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शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ रहा है थर्ड जेंडर कैटेगरी का इंट्रेस्ट, WBCHSE में 600 का दाखिला

ट्रांसजेंडर अधिकार कार्यकर्ता और पश्चिम बंगाल ट्रांसजेंडर विकास बोर्ड की पूर्व सदस्य रंजीता सिन्हा ने कहा कि यह निश्चित रूप से एक सकारात्मक विकास है बशर्ते सही और योग्य लोगों को इस थर्ड जेंडर के विकल्प की सुविधा मिले।

India TV News Desk Edited By: India TV News Desk
Published on: November 06, 2022 14:48 IST
third gender category - India TV Hindi
Image Source : PTI शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ रहा है थर्ड जेंडर का इंट्रेस्ट

पश्चिम बंगाल काउंसिल ऑफ हायर सेकेंडरी एग्जामिनेशन (WBCHSE) के अध्यक्ष चिरंजीब भट्टाचार्य ने शुक्रवार को कहा कि पश्चिम बंगाल में हायर सेकेंडरी कोर्स के लिए रजिस्ट्रेशन के दौरान करीब 600 छात्रों ने थर्ड जेंडर कैटेगरी में दाखिला लिया है। भट्टाचार्य ने बताया कि वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के लिए 11वीं कक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन पहली बार अलग तरीके का था। यह पहली बार है जब रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन किया गया था। दूसरा, उस ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में, पुरुष, महिला और थर्ड जेंडर का भी विकल्प था। उनके अनुसार थर्ड जेंडर वर्ग में नामांकन मुख्य रूप से आर्ट्स के लिए था।

ज्यादातर आवेदन कोलकाता के आस-पास का है

भट्टाचार्य ने स्पष्ट करते हुए कहा कि इस जेंडर कैटेगरी के तहत आर्ट्स कैटेगरी के लिए नामांकन लगभग 480 है और बाकी बचे विज्ञान और कॉमर्स कैटेगरी में हैं। उनका मानना है कि अधिकांश आवेदन कोलकाता या उसके आसपास के जिलों से थे, क्योंकि जागरूकता और संवेदनशीलता के स्तर पर इन क्षेत्रों में यह संख्या दूरदराज के जिलों की तुलना में अधिक है।

थर्ड जेंडर के लिए क्या सुविधाए हैं

इस पर बोलते हुए, WBCHSE अध्यक्ष ने उन शैक्षणिक संस्थानों को भी बधाई दी, जिनके माध्यम से रजिस्ट्रेशन नामांकन आवेदनों को पूरा किया गया था। उन्होंने कहा कि इस वर्ष छात्रों के सीधे नामांकन के स्थान पर शिक्षण संस्थाओं के माध्यम से रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था प्रारंभ की। इसलिए, जब इन शिक्षण संस्थानों ने इन आवेदनों को अग्रेषित किया है, तो यह अच्छी तरह से माना जा सकता है कि उनके पास थर्ड जेंडर के लोगों के लिए अलग शौचालय जैसे आवश्यक बुनियादी ढांचे हैं।

ट्रांसजेंडर विकास बोर्ड की पूर्व सदस्य ने कही ये बात

ट्रांसजेंडर अधिकार कार्यकर्ता और पश्चिम बंगाल ट्रांसजेंडर विकास बोर्ड की पूर्व सदस्य रंजीता सिन्हा ने कहा कि यह निश्चित रूप से एक सकारात्मक विकास है बशर्ते सही और योग्य लोगों को इस थर्ड जेंडर के विकल्प की सुविधा मिले। उन्होंने कहा कि इसे राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए सिर्फ एक हथकंडा न होने दें, जैसा कि विकास बोर्ड के गठन के बाद से समुदाय के साथ पहले हुआ था, जहां वादे अधूरे रह गए थे। उदाहरण के लिए अलग स्वास्थ्य सुविधाओं के वादे को पूरा किया जाना बाकी है। यह भी देखा जाना चाहिए कि वास्तविक तृतीय लिंग समुदाय के उम्मीदवारों को प्रक्रिया में नामांकित किया गया है।

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