Monday, April 29, 2024
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सावधान! मारुति सुजुकी में नौकरी का झांसा देकर यूं ठगे 5 लाख रुपये, जानें ऐसे ठगों से कैसे बचें

उत्तर प्रदेश के रहने वाले मेघराज सिंह ने गुरुग्राम में स्थित मारुति सुजुकी में नौकरी पाने के लिए हाजी मोहम्मद नजर को 5 लाख रुपये दिए थे, लेकिन बाद में पता चला कि वह ठगी का शिकार हो चुका है।

Vineet Kumar Singh Edited By: Vineet Kumar Singh @VickyOnX
Updated on: October 05, 2023 20:16 IST
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Image Source : PIXABAY REPRESENTATIONAL मारुति सुजुकी में नौकरी के नाम पर एक शख्स लाखों की ठगी का शिकार हो गया।

गुरुग्राम: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के रहने वाले एक व्यक्ति से 5 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुरादाबाद के रहने वाले मेघराज सिंह को ठग ने बेटे की नौकरी कार बनाने वाली कंपनी मारुति सुजुकी में दिलाने का झांसा दिया था। पुलिस ने गुरुवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कंपनी का कर्मचारी होने का दावा करने वाले आरोपी ने पीड़ित के बेटे का पहचान पत्र और नियुक्ति पत्र भी भेजा था जो बाद में फर्जी निकला। पुलिस ने बताया कि आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

‘आरोपी ने किया था डिप्टी मैनेजर होने का दावा’

यूपी के मुरादाबाद जिले के खड़ाना गांव के निवासी मेघराज सिंह द्वारा दर्ज की गई शिकायत के मुताबिक, उन्होंने पिछले साल 20 मई को अपनी पहचान के हाजी मुजीबर रहमान के जरिए हाजी मोहम्मद नजर से बात की थी। नजर ने गुरुग्राम में स्थित मारुति सुजुकी लिमिटेड में डिप्टी मैनेजर होने का दावा किया था। पुलिस के मुताबिक, नजर ने कहा था कि वह पीड़ित के बेटे चंद्र विजय सिंह की कंपनी में डिप्टी मैनेजर के पद पर नौकरी लगवा देगा जिसमें हर महीने वेतन के रूप में 45,000 रुपये मिलेंगे।

‘मारुति के दफ्तर के बाहर ही मिला था आरोपी’
सिंह ने अपनी शिकायत में कहा,'मैं, 23 मई को हाजी मुजीबर रहमान और अपने बेटे के साथ नजर से मिलने के लिए मारुति के दफ्तर पहुंचा जहां गेट नंबर 1 पर नजर कंपनी की वर्दी में मिलने के लिए आया। उसने फिर से मुझे मेरे बेटे की नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया। इसके बाद हम एक ढाबे पर पहुंचे और नजर ने 5 लाख रुपये की मांग रखी। मैंने उसे 3.5 लाख रुपये कैश दिया और बाकी का पैसा उसके बैंक अकाउंट में भेज दिया। इसके बाद उसने कहा कि 3 दिन में नौकरी मिल जाएगी।' शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्हें 5 जून को स्पीड पोस्ट से पहचान पत्र और नियुक्ति पत्र मिला।

‘कई लोगों से इसी तरह पैसे ठग चुका है नजर’

सिंह ने कहा,'जब एक जुलाई को मैं और मेरा बेटा कंपनी पहुंचे तो अधिकारियों ने नियुक्ति पत्र और पहचान पत्र को फर्जी बताया।' उन्होंने कहा कि नजर कई लोगों से इस तरह पैसे ठग चुका है। उसने पैसे देने से मना कर दिया और जान से मारने की धमकी दी जिसके बाद पीड़ित को पुलिस के पास जाना पड़ा। पुलिस ने बताया कि सेक्टर 18 पुलिस थाने में IPC की धारा 406 (आपराधिक विश्वासघात) और 420 (धोखाधड़ी) के तहत FIR दर्ज की गई है। जांच अधिकारी ASI कृष्ण कुमार ने कहा,'FIR दर्ज कर ली गई है और जांच जारी है। आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।'

फ्रॉड के ऐसे मामलों में ठगी से कैसे बचें?
कई बार ऐसे मामले सामने आते हैं जिनमें पैसे देकर किसी कंपनी में नौकरी पाने के लालच में लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं। आपको बता दें कि कंपनियां समय-समय पर ऐसे बयान जारी करती रहती हैं कि उनके यहां नौकरी पाने का एक सिस्टम है और किसी भी सूरत में कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट या संपर्क सूत्र का इस्तेमाल कर ही वैकेंसी के बारे में सटीक जानकारी मिल सकती है। ऐसे में इस तरह के ठगी के मामलों से बचने का तरीका यही है कि अव्वल तो इस तरह नौकरी पाने की कोशिश ही न करें, और साथ ही किसी भी वैकंसी के बारे में किसी आधिकारिक स्रोत से ही पता करें। (भाषा)

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