हाल के दिनों में फास्ट फूड के अत्यधिक सेवन से एक छात्रा की मौत की खबर ने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है। आज की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी में फास्ट फूड बच्चों और युवाओं की डाइट का अहम हिस्सा बनता जा रहा है, लेकिन इसके गंभीर स्वास्थ्य जोखिमों को अक्सर नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है। PSRI हॉस्पिटल में सीनियर कंसल्टेंट जीआई सर्जरी और लिवर ट्रांसप्लांटेशन डॉ. भूषण भोले के अनुसार, बार-बार जंक और प्रोसेस्ड फूड खाने से शरीर पर धीरे-धीरे घातक असर पड़ता है, जो कई बार जानलेवा भी साबित हो सकता है।
फास्ट फूड खाने से कौन सी बीमारियां हो सकती हैं?
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मोटापा: फास्ट फूड में सैचुरेटेड फैट, ट्रांस फैट, नमक और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट होते हैं। ये तत्व शरीर में सूजन बढ़ाते हैं और मेटाबॉलिज़्म को बिगाड़ते हैं। इससे मोटापा तेजी से बढ़ता है।
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दिल की बीमारियों का कारण: फास्ट फूड दिल की बीमारियों का बड़ा कारण बनता है। इसमें मौजूद ट्रांस फैट और हाई कोलेस्ट्रॉल धमनियों में प्लाक जमा करते हैं, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
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आंतों से जुड़ी समस्याएं: फास्ट फूड का असर पाचन तंत्र पर पड़ता है। इसमें फाइबर की मात्रा बहुत कम होती है, जिससे कब्ज, गैस, एसिडिटी और आंतों से जुड़ी समस्याएं बढ़ती हैं। लंबे समय तक ऐसी डाइट लेने से लीवर पर भी बुरा असर पड़ सकता है और फैटी लिवर डिज़ीज़ का खतरा बढ़ जाता है। कुछ मामलों में यह स्थिति आगे चलकर गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकती है।
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डायबिटीज़ टाइप-2: फास्ट फूड डायबिटीज़ टाइप-2 के जोखिम को भी बढ़ाता है। ज्यादा शुगर और रिफाइंड कार्ब्स ब्लड शुगर लेवल को असंतुलित करते हैं, जिससे इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ता है। बच्चों और किशोरों में कम उम्र में डायबिटीज़ के मामले बढ़ना इसी का संकेत है।
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मानसिक स्वास्थ्य: फास्ट फूड का सेवन मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। रिसर्च के अनुसार, जंक फूड खाने से थकान, चिड़चिड़ापन, एकाग्रता की कमी और डिप्रेशन जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है। खासकर छात्रों में इसका असर पढ़ाई और समग्र विकास पर पड़ता है।
इसलिए फास्ट फूड को रोज़मर्रा की डाइट का हिस्सा न बनाया जाए। घर का ताज़ा और संतुलित भोजन, फल, सब्ज़ियां, साबुत अनाज और पर्याप्त पानी शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। बच्चों और युवाओं को सही खानपान की आदतें सिखाना और फास्ट फूड के नुकसान के प्रति जागरूक करना आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत है।
Disclaimer: (इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इंडिया टीवी किसी भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।)