शरीर की फिटनेस के साथ साथ आंखों की सेहत भी उतनी ही ज़रूरी है। इसलिए आंखों की एक्सरसाइज़ करना जरूरी है। आंखों की मसल्स पर बढ़ते स्ट्रेन को घटाने के लिए एक्सरसाइज करना बेहद जरूरी है। खासकर आज के वक्त में जब हम हमेशा मशीनों से घिरे रहते हैं। मोबाइल-लैपटॉप, कंप्यूटर, टीवी यहां तक कि ज़्यादातर गैजेट्स में भी LED स्क्रीन होती है। उपर से घर-ऑफिस में लगी LED लाइट्स, ये सब आंखों की रोशनी घटाती हैं। लोग आंखों की एक्सरसाइज नहीं करते। ये तो चिंता की बात है ही। उपर से आंखों में प्रॉब्लम आने पर ध्यान तक नहीं देते। इसी वजह से कैटरेक्ट जैसी ठीक हो जाने वाली बीमारी ब्लाइंडनेस की वजह बन जाती है। आपको पता है भारत में अंधेपन के लगभग आधे से ज़्यादा मामले मोतियाबिंद की वजह से होते हैं और मायोपिया वो तो जल्द ही आधी दुनिया की आंखों पर चश्मा चढ़ा देगा। तो सावधान हो जाइए आंखों पर नज़र का नहीं योग का चश्मा लगाइए। स्वामी रामदेव से जानेंगे कैसे आंखों पर लगा चश्मा हटाया जाए।
ड्राई आई सिंड्रोम के मरीजों की संख्या
दुनियाभर में ड्राई आई सिंड्रोम के 36 करोड़ से ज़्यादा मरीज़ हैं। इस मौसम में आंखों की समस्या काफी बढ़ जाती है। आंखों में सूखापन, खुजली, लालिमा ये सभी ड्राई आई सिंड्रोम के लक्षण हैं। ऐसे में बदलते मौसम में आंखों की एक्सरसाइज करना बेहद जरूरी है।
सर्दी में इस तरह रखें आंखों का ख्याल
विटामिन A,E,C वाले फूड डाइट में शामिल करें।
शरीर में पानी की कमी ना होने दें।
ठंडी हवा-धूप में चश्मा पहनकर निकलें।
आंखों के दुश्मन
डायबिटीज़
सर्द हवा
पॉल्यूशन
हाई बीपी
न्यूरो प्रॉब्लम
ज़्यादा स्क्रीन टाइम
कैटरेक्ट
मायोपिया
ग्लूकोमा
आंसू का बनना रुकने की वजह
एयर कंडीशन और स्क्रीन टाइम।
देर तक पढ़ाई।
देर तक कंप्यूटर पर काम।
लक्षण
लाल आंखे
आंखों में जलन-खुजली
खतरा
आंखों में इंफेक्शन
कमज़ो नज़र
आंखों में सूजन
इन फूड्स से उतरेगा चश्मा
आंखों पर लगे चश्में को उतारने के लिए सौंफ और मिश्री का पाउडर बेहद काम आ सकता है। इसके लिए सौंफ और मिश्री को पीस कर पाउडर बना लें। इसे रात को सोने से पहले गर्म दूध के साथ लें। ऐसा करने से आपको कुछ ही दिनों में रिजल्ट देखने को मिलेगा।
आंखों का घरेलू इलाज
1 चम्मच सफेद प्याज़ का रस, 1 चम्मच अदरक, नींबू का रस, 3 चम्मच शहद, 3 चम्मच गुलाब जल लें। इन सभी को आंवले के रस में मिलाएं और दो-दो बूंद सुबह शाम आंखों में डालें।