3.कैसे तय होता है रमज़ान का महीना
रमज़ान का महीना चंद्र कैलेंडर पर आधारित होता है। चूंकि चंद्र साइकिल पीछे की तरफ़ चलती है इसलिए रमज़ान का महीना हर साल पीछे होते रहता है।
4.अराधना ही नहीं जश्न भी होता
यूं तो रमज़ान में सूर्य उदय से सूर्य अस्त तक कुछ खाते पीते नहीं हैं और पूरा दिन इबादत में गुज़रता है लेकिन ज़्यादातर मुस्लिम देशों में ये मौक़ा जश्न का भी होता है जहां शाम को इफ़्तार के बाद सड़कों और बाज़ारों में रौनक़ बड़ जाती है और लोग एक दूसरे के घर जाकर खुशियां बांटते हैं। रमज़ान में संयम बरता जाता है और उन तमाम चीज़ों से दूर रहा जाता है जिससे मनोरंजन या दैहिक सुख मिलता हो जैसे सिगरेट या शारीरिक संबंध बनाना।