Thursday, April 25, 2024
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NRC को लेकर कोलकाता समेत पश्विम बंगाल के कई हिस्सों में अफरा-तफरी, छह लोगों की मौत

NRC लागू होने की आशंका के कारण कोलकाता और पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में सैकड़ों लोग मंगलवार को अपना जन्म प्रमाणपत्र और जरूरी दस्तावेज एकत्र करने के लिए सरकारी और निगम कार्यालयों में जुटे।

Bhasha Written by: Bhasha
Updated on: September 24, 2019 19:26 IST
People wait for their turn for the rectification of birth and death certificate at Kolkata Municipal- India TV Hindi
Image Source : PTI People wait for their turn for the rectification of birth and death certificate at Kolkata Municipal Corporation (KMC) headquarters, in Kolkata.

कोलकाता: NRC लागू होने की आशंका के कारण कोलकाता और पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में सैकड़ों लोग मंगलवार को अपना जन्म प्रमाणपत्र और जरूरी दस्तावेज एकत्र करने के लिए सरकारी और निगम कार्यालयों में जुटे। हालांकि, तृणमूल कांग्रेस सरकार कह चुकी है वह इसकी अनुमति नहीं देगी। भाजपा शासित असम में अंतिम NRC सूची से बड़ी संख्या में हिंदू बंगालियों के नाम बाहर रह जाने के कारण लोगों के बीच दहशत फैल गयी है और राज्य में अब तक छह मौतें हो चुकी है। 

शहर में कोलकाता नगर निगम (केएमसी) मुख्यालय और अन्य संभागीय कार्यालय तथा राज्य के अन्य हिस्सों में बीडीओ कार्यालयों के बाहर लंबी-लंबी कतारों में लोग भूमि और अन्य जरूरी दस्तावेज निकालने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। केएमसी मुख्यालय के बाहर अपनी बारी का इंतजार कर रहे 75 वर्षीय अजित रे ने कहा, ‘‘मैं अपना जन्म प्रमाणपत्र लेने के लिए केएमसी कार्यालय आया हूं क्योंकि बहुत पहले मैंने इसे खो दिया था। मैंने सुना है कि बंगाल में NRC लागू होने की स्थिति में इस देश का नागरिक साबित करने के लिए हमें अपने जन्म प्रमाण पत्र चाहिए होंगे।’’ 

केएमसी के भूमि अभिलेख विभाग के बाहर 55 वर्षीय विमल मंडल जमीन के कागजात निकालने आए थे। राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न सरकारी और पंचायत कार्यालयों के बाहर की भी यही स्थिति है। दक्षिण 24 परगना जिले के 25 वर्षीय खलीक मुल्ला ने कहा, ‘‘इस देश में जन्म लेने, पलने-बढ़ने के बावजूद अगर हमें विदेशी घोषित कर दिया गया तो हम क्या करेंगे। इस देश में जन्म लेने के संबंध में अपने पिता का दस्तावेज मैं कहां से लाउंगा।’’ 

सरकारी सूत्रों के मुताबिक जिले में अब तक छह लोगों की मौत हो गयी है। दो लोगों ने पुराने दस्तावेज नहीं जुटा पाने के कारण खुदकुशी कर ली और चार लोग कतारों में ही गश खाकर मौत के शिकार हो गए। कोलकाता के मेयर और वरिष्ठ मंत्री फरहाद हाकिम ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम हर जगह लोगों से नहीं घबराने को कह रहे हैं। बंगाल में NRC लागू नहीं की जाएगी। तृणमूल कांग्रेस सरकार ऐसा कभी नहीं होने देगी। जब तक तृणमूल कांग्रेस सरकार सत्ता में हैं एक भी व्यक्ति को नहीं छुआ जाएगा।’’ 

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने सोमवार को भाजपा पर NRC को लेकर दहशत फैलाने का आरोप लगाया था। मुख्यमंत्री ने कहा था कि वह राज्य में NRC की प्रक्रिया नहीं होने देंगी। हालांकि, प्रदेश भाजपा नेतृत्व ने बनर्जी और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर पश्चिम बंगाल में NRC के संबंध में हिंदुओं के बीच दहशत फैलाने का आरोप लगाया। 

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, ‘‘राज्य में NRC पर मौतों के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस ही जिम्मेदार होगी। हमने साफ कहा है कि दूसरे देशों से आने वाले हिंदुओं को नागरिकता (संशोधन) विधेयक के अंतर्गत नागरिकता दी जाएगी और फिर घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए NRC लागू की जाएगी।’’

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