महाराष्ट्र के नागपुर में तेंदुए ने दहशत फैला रखी है। नागपुर के पारडी में तेंदुए के हमले में हमले से 5 से 6 लोग घायल हो गए हैं। मंगलवार कोआज सुबह से ही पारडी में तेंदुओं को लेकर लोगों में काफी दहशत देखी गई। 2 दिन पहले भी इलाके में तेंदुआ देखा गया था। भीड़ को देखते हुए बड़ी संख्या में वन विभाग के कर्मचारी और पुलिस बल को तैनात किया गया। तेंदुए को ट्रेंकुलाइज करने की प्रक्रिया शुरू की गई। वन विभाग की टीम ने लगभग 2 घंटे की मेहनत के बाद तेंदुए को ट्रेंकुलाइज किया एवं उसे रेस्क्यू सेंटर की तरफ ले जाया गया।
राज्य के वन मंत्री ने क्या बताया?
महाराष्ट्र के वन मंत्री गणेश नाईक ने कहा है कि "कुछ लोगों को हाथ पर चोट लगी है, कुछ को पैर में चोट लगी है, एक घायल व्यक्ति को टांके लगाए जा रहे हैं। एक समय था जब टाइगर देश में कम होते जा रहे थे, तो टाइगर प्रोटेक्शन एक्ट निकाला गया। उनकी संख्या काफी ज्यादा बढ़ गई है, सरकार कारगर उपाय रूपरेखा तय कर रही है।
विधान भवन में भी गूंजा मुद्दा
बड़े पैमाने पर तेंदुए का शहर की तरफ आने का यह विषय आज विधान भवन परिसर में चर्चा का विषय रहा। अचानक महाराष्ट्र के विधायक शरद सोनोने तेंदुए के पहनावे में विधान भवन पहुंच गए। मीडिया के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि "वन विभाग के पास बहुत बड़ा लैंड है। तेंदुए को पकड़ के उन्हें जंगल के बीच में छोड़ दिया जाए। सरकार से निवेदन है कि किसी भी हाल में रेस्क्यू सेंटर बनाने का परमिशन दिया जाए। रेस्क्यू सेंटर बनाकर सभी तेंदुओं को अंदर भेज दिया जाए। लेपर्ड को मारो नहीं, तेंदुए को मारो नहीं, उसको अंदर जंगल में छोड़ दो।"
तेंदुए नई टेरिटरी ढूंढने का प्रयास कर रहे- वित्त राज्य मंत्री
तेंदुओं के हमलों को लेकर महाराष्ट्र के वित्त राज्य मंत्री आशीष जायसवाल ने कहा कि "वन्य प्राणी के लिए जो संख्या उनकी बढ़ गई है, जो उनका अधिवास है, उनको जंगल की काफी ज्यादा जरूरत है। दुर्भाग्य से जंगल में ग्रासलैंड काम हो गया है। वह नई टेरिटरी ढूंढने का प्रयास कर रहे हैं। इसलिए वह शहर की तरफ आ रहे हैं। नई चुनौती सरकार की तरफ है, अगले तीन दिनों में रीजन वाइज इसकी बैठक है। क्या उनकी नसबंदी की जाए? क्या टाइगर-लेपर्ड की नसबंदी किया जाए ? इस पर भी विचार किया जाएगा या उनका खाद्य बढ़ाया जाएगा।
चंद्रशेखर बावनकुले भी बोले
महाराष्ट्र के रेवेन्यू मिनिस्टर चंद्रशेखर बावनकुले ने भी तेंदुए के हमले को लेकर बात की है। उन्होंने कहा कि "ग्रासलैंड कम हुआ है, इसलिए तेंदुए और टाइगर शहर की तरफ आ रहे हैं। इसके लिए वन विभाग ने प्लान बनाया है। ग्रासलैंड बढ़ाए जाएंगे,10 बारह उपाय की योजना की गई है।
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