पंजाब पुलिस ने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की ओर से राज्य में कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने के मंसूबों को नाकाम कर दिया है। भारत-पाक सीमा के पास रावी नदी के पास हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद किया है।
पंजाब पुलिस ने अमृतसर में पाकिस्तान से जुड़े सीमा-पार हथियार तस्करी के बड़े मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया और 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इस ऑपरेशन में 15 आधुनिक पिस्तौलें बरामद की गईं, जिनमें ग्लॉक 9 एमएम पिस्तौल भी शामिल हैं। आरोपियों के पाकिस्तान में बैठे हैंडलर से संबंध थे।
पुलिस ने बताया कि आरोपी पंजाब में अलग-अलग गिरोहों के बीच विवाद बढ़ाना चाहते थे। इसी वजह से पाकिस्तान की तरफ से हथियार और ड्रग्स सप्लाई किए जा रहे थे।
दिल्ली पुलिस ने राजधानी के बुराड़ी इलाके में छापा मारकर इस गैंग का भंडाफोड़ किया और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक दोनों आरोपी पिछले 4-5 साल से अवैध हथियारों की सप्लाई में सक्रिय थे।
नेपाल में दिल्ली पुलिस और भारतीय एजेंसियों ने संयुक्त ऑपरेशन में भारत के सबसे बड़े अवैध हथियार सप्लायर सलीम पिस्टल को गिरफ्तार किया है। सलीम के पाकिस्तान की ISI और दाऊद की डी कंपनी से लिंक हैं। वह गैंगस्टर्स को हथियार सप्लाई करता था। उसकी गिरफ्तारी से बड़ा नेटवर्क बेनकाब हो सकता है।
कोलकाता में एसटीएफ को बड़ी सफलता हाथ लगी है। एसटीएफ ने एक कार से हथियार बरामद किया है। इस मामले में चार लोगों की गिरफ्तारी की गई है।
अमेरिका ने भारत को सैन्य हार्डवेयर की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए बिक्री प्रस्तावों को मंजूरी दी है। पेंटागन की ओर से 131 मिलियन डॉलर के इस रक्षा सौदे को ऐसे वक्त में मंजूरी दी गई है, जब भारत और पाकिस्तान में पहलगाम आतंकी हमले को लेकर भारी तनाव है।
मणिपुर में सुरक्षाबलों ने खुफिया जानकारी के आधार पर ऑपरेशन चलाकर 114 हथियार, IED, ग्रेनेड और गोला-बारूद बरामद किए। इससे पहले, 2 हफ्ते में लोगों ने 1,000 से ज्यादा हथियार स्वेच्छा से सुरक्षाबलों को सौंपे थे।
मणिपुर में राज्यपाल अजय कुमार भल्ला की अपील के बाद 3 जिलों में 15 हथियार पुलिस को सौंपे गए। इंफाल पश्चिम जिले के सिंगजामेई पुलिस थाने में एक SMC कार्बाइन, डबल बैरल गन, और हैंड ग्रेनेड समेत 4 हथियार सरेंडर किए गए।
मणिपुर में सर्च ऑपरेशन के सुरक्षाबलों ने हथियारों और गोला-बारूद का जखीरा बरामद किया है। बता दें कि सूबे में पिछले कई महीनों से अशांति है और जातीय हिंसा में अब तक 250 से ज्यादा लोग मारे गए हैं।
एसएसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान इस गिरोह ने बलैर खानपुर में गोलीबारी और जबरन वसूली, किराना दुकान के मालिक पर हथियारों से हमला और गोलीबारी, लेदर कॉम्प्लेक्स के पास हथियारबंद डकैती, प्रवासी मजदूरों से 25,000 रुपए की जबरन वसूली और कई मोटरसाइकिल चोरी सहित कई अपराधों को अंजाम देने का जुर्म स्वीकार किया है।
डिफेंस एक्सपर्ट का कहना है कि आन वाले समय में यह मांग और बढ़ेगी। जिस तरह से वैश्विक हालात बन रहे हैं, उसको देखते हुए दुनियाभर के देश अपनी सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए हथियार खरीद रहे हैं।
कुख्यात हथियार तस्करों में विक्टर बाउट का नाम सबसे प्रमुख है। इसे'मर्चेंट ऑफ डेथ' के नाम से भी जाना जाता है। विक्टर बाउट ने अफ्रीका, एशिया और दक्षिण अमेरिका के कई संघर्ष क्षेत्रों में हथियारों की सप्लाई की है।
पंजाब के मोगा में पुलिस ने बंबीहा गैंग के गैंगस्टर लक्की पटियाल के गुर्गों को अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है। बदमाशों से आठ पिस्टल और 16 कारतूस मिले हैं।
पुरुलिया हथियार कांड मामले में डेनमार्क की अदालत ने मास्टरमाइंड नील्स होल्क को भारत प्रत्यर्पित करने से इनकार कर दिया है। अदालत ने कहा कि होल्क को भारत में यातना का सामना करना पड़ेगा।
अमेरिकी रक्षामंत्री ऑस्टिन ने कहा, “यह हमारे गठजोड़ के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण घटनाक्रमों में से एक होगा।” जापान में 50 हजार से ज्यादा अमेरिकी सैनिक तैनात हैं लेकिन उसके पास कमान का कोई अधिकार नहीं है। इसके बजाय यह हवाई स्थित हिंद-प्रशांत कमान से आता है।
चीन और ताइवान के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है। इस बीच ताइवान की मदद के लिए अमेरिका आगे आया है। बाइडेन प्रशासन ने ताइवान को हथियार बेचने की मंजूरी दे दी है।
किसी देश के सैन्य अड्डों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होते हैं और यहां चोरी करना लगभग असंभव है। कोलंबिया से हैरान करने वाली खबर सामने आई है। यहां सैन्य अड्डों से गोलियां और गोले चोरी कर लिए गए हैं।
अजरबैजान के राष्ट्रपति ने भारत की मोदी सरकार पर अपनी भड़ास निकाली है। खिसियाई अजरबैजान के राष्ट्रपति ने भारत और फ्रांस पर आर्मीनिया को हथियार सप्लाई करने का आरोप लगाया है। दरअसल, अजरबैजान और आर्मीनिया दोनों दुश्मन देश हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध अब नए मोड़ पर पहुंच सकता है। यूक्रेन के खिलाफ रूस की जंग की धार कमजोर करने के लिए अमेरिका ने बहुत बड़ा कदम उठाया है। जो बाइडेन प्रशासन ने रूस को हथियारों की सप्लाई करने वाले तुर्की, अरब और चीन की 130 कंपनियों पर बैन लगा दिया है। इससे रूसी राष्ट्रपति पुतिन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
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