पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के मंत्रिमंडल पर राहुल गांधी ने मुहर लगा दी है। वहीं, कैप्टेन अमरिंदर सिंह के पांच करीबी मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
पंजाब में चन्नी सरकार के नए मंत्रिमंडल पर कांग्रेस हाईकमान ने मुहर लगा दी है। बताया जा रहा है कि इसमें सिद्धू की पसंद को तरजीह के साथ चन्नी की भी चली है जबकि कैप्टन के करीबियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की कैबिनेट को कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दी हरी झंडी दी है। राहुल गांधी और चन्नी के बीच देर रात बैठक चली।
पंजाब के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कल देर रात राहुल गांधी से मुलाक़ात की। अब यह खबर आ रही है कि राहुल गांधी ने पंजाब की नई कैबिनेट को हरी झंडी दिखा दी है।
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी एक बार फिर दिल्ली दौरे पर हैं। उनके नए मंत्रमंडल को लेकर अब भी गहमागहमी बरक़रार है। कहा यह जा रहा है कि राहुल गांधी से उन्होंने ने मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा की है।
अमरिंदर सिंह ने कहा कि हमारे संविधान में, राजनीति में और खासकर पंजाब में दलित की बात कभी नहीं आई, यहां हर वर्ग एक समान है।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, चन्नी ने उन्हें सुबह 9 बजे तक कार्यालय पहुंचने और शाम को कार्यालय समय तक जनता के लिए उपलब्ध रहने का निर्देश दिया।
चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का नया सीएम बनाया गया। लेकिन क्या पंजाब चुनाव के लिए कांग्रेस का मुख्य चेहरा नवजोत सिंह सिद्धू हैं? देखिए कुरुक्षेत्र सौरव शर्मा के साथ।
इस साल तीन मई को पंजाब महिला आयोग की अध्यक्ष मनीषा गुलाटी ने राज्य सरकार से कहा कि वह आईएएस अफसर के लिए इंसाफ चाहती हैं, जिनका अब पंजाब के बाहर तबादला हो गया है।
कांग्रेस ने पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी को नया सीएम बनाया है। लेकिन क्या उनका मुख्यमंत्री चुना जाना एक तत्कालीन फैसला है? देखिए इंडिया टीवी कि ख़ास रिपोर्ट।
जहां एक ओर कई अटकलों के बीच चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का नया सीएम बना दिया गया वहीं अब हरीश रावत ने ऐलान किया है कि आगामी वर्ष का चुनाव सिद्धू के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।
हरीश रावत ने शनिवार को कथित तौर पर कहा था कि अगले साल पंजाब विधानसभा चुनाव सिद्धू के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।
सुरजेवाला ने कहा, भारतीय जनता पार्टी छींटाकशी करके चन्नी जी और दलितों का अपमान करने की साजिश कर रही है।
चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाकर कांग्रेस पार्टी देशभर में यह छवि दिखाने का प्रयास कर रही है कि वही एक पार्टी है जो दलितों के उत्थान के लिए काम करती है और क्योंकि पंजाब के साथ उत्तर प्रदेश में भी विधानसभा चुनाव होने हैं और उत्तर प्रदेश में भी दलित वोट किसी भी राजनीतिक दल की सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं, ऐसे में कांग्रेस पार्टी दलितों के उत्थान के लिए काम करने वाली छवि का इस्तेमाल उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी कर सकती है।
चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री बनने के बाद चरणजीत सिंह चन्नी ने पहली बार मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, "मैं आम आदमी और गरीब का नुमाइंदा है, चाहे गरीब किसान है या दुकानदार, चाहे किसी भी जाति का गरीब है, मैं गरीबों का नुमाइंदा नहीं हूं, न उन लोगों का नुमाइंदा हूं जो अपनी सोच में कालिख रखते हैं, मेरे साथ वहीं लोग मिलें जो पंजाब की सेवा करना चाहते हैं।"
अनिल विज ने चरणजीत सिंह का एक पुराना न्यूज वीडिया ट्वीट किया, जिसमें चन्नी पर सवाल उठाए जा रहे हैं। इस वीडियो में चन्नी कोई फैसला कथित रूप से टॉस के जरिए करते दिखाई दे रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर पंजाब के नव नियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को बधाई दी है।
मायावती ने चरणजीत सिंह चन्नी को बधाई देते हुए कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी इनको पहले ही 5 सालों के लिए सीएम बना देती तो अच्छा होता। इन्हें कुछ समय के लिए मुख्यमंत्री बनना तो ये लगता है कि ये महज चुनावी हथकंडा है।
चरणजीत सिंह चन्नी की आगे की राह आसान नहीं है। उन्हें कई सियासी चुनौतियों के बीच व्यवस्था को संभालने की जिम्मेदारी मिली है।
हरीश रावत के बयान के मसले पर जब कांग्रेस नेता हरमिंदर सिंह गिल से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उन्होंने जो बयान दिया है उस पर सिर्फ वही टिप्पणी कर सकते हैं। चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब के मुख्यमंत्री बनाने का फै़सला पार्टी आलाकमान का है न कि हरीश रावत जी का फै़सला है।
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