ताइवान को चीन हमेशा से अपने क्षेत्र के रूप में देखता है। हाल के वर्षों में ताइवान ने द्वीप के पास चीनी सैन्य गतिविधियों में बढ़ोतरी की शिकायत की है। बीजिंग बार-बार इस क्षेत्र पर अपनी संप्रभुता के दावों पर जोर देना चाहता है।
भारत ने अमेरिका और सऊदी समेत कई देशों के साथ भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप इकोनॉमिक कोरिडोर का एलान किया है जिसे चीन के BRI प्रोजेक्ट के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
सोशल मीडिया पर एक कहानी तेजी से वायरल हो रही है जिसमें एक बॉस ने अपने उन कर्मचारियों से चाय के पैसे मांग लिए जिन्होंने नौकरी छोड़ी थी।
पिछले दो सप्ताह से चीन के रक्षा मंत्री नहीं देखे गए हैं। इस पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। इससे पहले चीनी विदेश मंत्री लापता हो गए थे। बाद में उन्हें पद से हटा दिया गया था।
चीन ने जी20 समिट को लेकर बड़ा बयान दिया है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बजाय प्रधानमंत्री ली कियांग भारत आए थे और समिट में हिस्सा लिया था।
लद्दाख के उपराज्यपाल ने राहुल गांधी के दावों पर कहा है कि एक भी वर्ग इंच पर जमीन पर चीन का कब्जा नहीं है, अगर ऐसी कोई स्थिति बनती है तो हमारे जवान उनको माकूल जवाब देंगे।
चीन के BRI को भारत-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर से करारा जवाब मिलने जा रहा है। इस पर जी20 समिट में घोषणा के बाद से काम शुरू होने को लेकर बैठक भी हो गई है। भारत किन कारणों से इस इकोनॉमिक कॉरिडोर प्रोजेक्ट में जुड़ा है। यह चीन के 'बीआरआई' का कैसे बेहतर विकल्प होगा? कितना बड़ा होगा रूट। यहां मिलेगा इन सवालों का जवाब।
चीन में एक बड़ा हादसा होते होते टल गया है। एयर चाइना के विमान के इंजन में आग लगने पर इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई।
जम्मू-कश्मीर से लेकर लद्दाख और अरुणाचल से लेकर हिमाचल प्रदेश तक बीआरओ की ओर से रिकॉर्ड समय में 90 परियोजनाओं को पूरा किया गया है। ये परियोजनाएं आधुनिक तकनीक, कम लागत और पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए पूरी की गई है।
भारत में आयोजित जी20 से निकलकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन वियतनाम पहुंचे। यहां उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वे जल्द ही चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करने वाले हैं।
तुर्की ने जी-20 के शानदार आयोजन के लिए भारत की तारीफ करके पाकिस्तान और चीन का होश उड़ा दिया है। राष्ट्रपति एर्दोगन ने भारत और पीएम मोदी की सराहना करने में कोई कोताही नहीं की। एर्दोगन ने इसके साथ ही भारत को अपना सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार भी बताया है।
मालदीव के राष्ट्रपति चुनाव में किसी भी उम्मीदवार को 50 फीसद तक मत नहीं मिल सका है। स्पष्ट बहुमत नहीं होने से दोबारा वोटिंग की संभावनाएं बढ़ी हैं। भारत और चीन की मालदीव के चुनाव परिणामों पर पैनी नजर है। यहां एक गुट भारत समर्थक तो दूसरा चीन समर्थक है।
भारत ने G20 Summit की मेजबानी सफलता पूर्वक पूरी कर ली है। जिसमें जी-20 लीडर्स समिट डिक्लेरेशन पर पीएम मोदी का घोषणा पत्र आम सहमति से मंजूर हुआ। घोषणा पत्र में मजबूत, दीर्घकालीक, संतुलित और समावेशी विकास की बात की गई।
अमेरिकी के राष्ट्रपति जो बाइडेन जी-20 में शामिल होने के बाद आज राजघाट पर पीएम मोदी के साथ महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वह वियतनाम की यात्रा पर रवाना हो गए। जाने से पहले जी-20 के मंच से शनिवार को भारत से यूरोप तक इकोनॉमिक कोरिडोर बनाने का ऐलान करके बाइडेन ने चीन को बड़ा सदमा दे दिया।
अमेरिका के राष्ट्रपित जो बाइडेन ने जी-20 के मंच से इंडिया मिडिल ईस्ट यूरोप इकोनॉमिक कोरिडोर का ऐलान करके चीन को बड़ा सदमा दिया है। इससे चीन के बाजार और अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगेगा। इस कोरिडोर के बनने के बाद भारत की आर्थिक स्थिति इन देशों में सीधा व्यापार संपर्क मार्ग मिलने से बेहद मजबूत हो जाएगी।
भारत में चल रहे जी-20 शिखर सम्मेलन से सैकड़ों मील दूर उत्तर कोरिया अपना स्थापाना दिवस मना रहा है। उत्तर कोरिया के 75वें स्थापना दिवस पर रूस और चीन भी अपनी एकजुटता प्रकट कर अमेरिका समेत पूरी दुनिया को नए गठबंधन का संकेत दे रहे हैं। इससे आने वाले वक्त में बहुत कुछ प्रत्याशित होने की आशंका बढ़ गई है।
सोशल मीडिया पर एक अनोखे पेट्रोल पंप का वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें दिख रहा है कि एक पेट्रोल पंप इस बिल्डिंग के पांचवे फ्लोर पर बनाया गया है। इस वीडियो को देखने के बाद लोगों के मन में एक ही सवाल आ रहा है कि आदमी इस पेट्रोल पंप पर तेल कैसे भरवाता होगा।
रिपोर्टों के जवाब में चीनी सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। रिपोर्ट के अनुसार, एप्पल का शेयर बाजार मूल्यांकन दुनिया में सबसे अधिक करीब 2.8 ट्रिलियन डॉलर है।
जी-20 में अफ्रीकी संघ को स्थाई सदस्य बनवाने के लिए अधिकांश सदस्यों की सहमति प्राप्त करके भारत ने चीन को बड़ा झटका दिया है। चीन नहीं चाहता था कि भारत की पैरवी पर अफ्रीकी संघ को जी-20 का स्थाई सदस्य बनाया जाए। मगर पीएम मोदी ने ये कर दिखाया है। इससे अफ्रीकी देशों में भारत और मजबूत होगा।
आसियान सम्मेलन से पीएम मोदी ने चीन को सख्त संदेश दिया है। चीन द्वारा हाल में जारी विवादित नक्शे को लेकर प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के सम्मान के लिए सभी देशों को मिलकर संयुक्त प्रयास करना चाहिए। चीन ने हाल में जारी नक्शे में भारत समेत कई अन्य देशों के हिस्से को अपना दर्शाया है।
संपादक की पसंद