रश्मिका मंदाना के बाद कई सेलिब्रिटी डीपफेक वीडियो का शिकार हो रहे हैं। अब बॉलीवुड एक्ट्रेस काजोल भी इसका शिकार हो गई हैं। एक्ट्रेस का डीपफेक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक्ट्रेस का चेहरा एक विदेशी ब्लॉगर के चेहरे पर लगाया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय में आयोजित दिवाली मिलन समारोह में डीपफेक को सबसे बड़े खतरों में से एक बताया है। उन्होंने अपने संबोधन में लोगों को इसके बारे में शिक्षित और जागरूक करने की बात कही।
'डीपफेक' की चर्चा केवल भारत में ही नहीं है। अब इस एआई टेक्नोलॉजी का खौफ ब्रिटेन में भी देखा जा रहा है। ब्रिटिश साइबर सिक्योरिटी एजेंसी ने कहा है कि डीपफेक का इस्तेमाल अगले इलेक्शन के लिए खतरे का सबब हो सकता है।
रश्मिका मंदाना का डीपफेक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सरकार ने सख्ती दिखाई है। इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ने सोशल मीडिया कंपनियों को एडवाइजरी जारी की है।
सोशल मीडिया में रश्मिका मंदाना का फेक वीडियो वायरल होते ही डीपफेक टेक्नोलॉजी की जमकर चर्चा हो रही है। एक्टर अमिताभ बच्चन ने भी डीपफेक वीडियो को लेकर चिंता जाहिर की है। आइए आपको बताते हैं कि आखिर ये डीपफेक वीडियो क्या हैं, कैसे बनते हैं और इनकी पहचान कैसे की जा सकती है।
फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कहा है कि उनकी कंपनी इस बात का मूल्यांकन कर रही है कि कृत्रिम मेधा और आधुनिक तकनीकों के इस्तेमाल के जरिए बिल्कुल वास्तविक लगने वाले फर्जी वीडियो (डीपफेक वीडियो) को रोकने के लिए किस प्रकार के कदम उठाये जाने चाहिए।
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