यूरोपीय यूनियन ने रूस को युद्ध रोकने के लिए ट्रंप की उस योजना को मानने से इनकार कर दिया है,जिसमें यूक्रेन की सहमति न हो। यूरोपीय संघ ने कहा है कि इसमें यूक्रेन और यूरोप से बात जरूरी है।
वाणिज्य मंत्रालय ने बताया कि दोनों पक्ष द्विपक्षीय व्यापार प्रदर्शन की समीक्षा करने, व्यापार में मौजूद बाधाओं और गैर-शुल्क मुद्दों को हल करने और व्यापार तथा निवेश के प्रवाह को बढ़ाने के तरीकों पर व्यापक चर्चा करेंगे।
यूक्रेन युद्ध को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अस्थिर रुख को देखते हुए यूरोपीय देश भयानक असमंजस में पड़ गए हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि वह यूक्रेन की सहायता करने के लिए आगे क्या करें?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच यूक्रेन युद्ध को लेकर अहम वार्ता होने वाली है। दोनों नेताओं के बीच अलास्का में वार्ता होगी। इस वार्ता से पहले यूरोपीय संघ के नेताओं ने बड़ा बयान दिया है।
नायरा एनर्जी ने कहा कि उसने दिल्ली उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर कर अपने अधिकारों की रक्षा और आवश्यक डिजिटल इंफ्रा तक लगातार पहुंच सुनिश्चित करने के लिए अंतरिम राहत देने और सेवाएं फिर से शुरू करने की मांग की है।
जयशंकर ने कहा कि हम परिस्थितियों और चुनौतियों से निपटने, खुद के लिए सोचने और अनिवार्य रूप से अपनी क्षमताओं और दुनिया से क्या लाभ उठाने में सक्षम हैं, के आधार पर फैसला लेने के लिए तैयार हैं।
यूरोपीय संघ की नौसेना के दो युद्धपोत पहली बार भारत के दौरे पर मुंबई पहुंचे हैं। ये दोनों जहाज 26 मई से 1 जून 2025 तक मुंबई बंदरगाह पर रहेंगे
डोनाल्ड ट्रंप ने अभी कुछ दिन पहले यूरोपीय संघ और भारत समेत 75 से ज्यादा देशों के लिए लागू की जाने वाली नई टैरिफ पॉलिसी पर 90 दिनों के लिए रोक लगाने का ऐलान किया था।
वाणिज्य विभाग में अतिरिक्त सचिव एल सत्य श्रीनिवास ने कहा कि अगर कुछ मुद्दे जो व्यापार के लिए बहुत अहम नहीं हैं, उन्हें हल करने में कुछ और समय लग सकता है, तो बेहतर है कि मुख्य व्यापार मुद्दों पर ध्यान दिया जाए।
अमेरिका ने भले ही यूक्रेन का साथ छोड़ दिया हो, लेकिन यूरोप अभी भी डटकर कीव के साथ खड़ा है। यूरोपीय संघ के देशों ने खुद को असहाय महसूस कर रहे यूक्रेन को अरबों डॉलर के सैन्य मदद की पेशकश की है।
यूरोपी संघ ने अपने नागरिकों को"72 घंटे के लिए रखें पूरा स्टॉक रखने और आपदा व हमले को तैयार रहने की चेतावनी देकर हड़कंप मचा दिया है। यूरोपीय संघ ने यह चेतावनी ऐसे वक्त में दी है, जब रूस और यूक्रेम में भीषण जंग जारी है।
अमेरिका द्वारा यूक्रेन की मदद से हाथ पीछे खींचे जाने के बाद यूरोपीय संघ ने भारी-भरकम रक्षा बजट तैयार करने का प्रस्ताव देकर सबको हैरान कर दिया है। ईयू ने यूरोप के लिए 841 अरब डॉलर का दुनिया का सबसे बड़ा रक्षा बजट प्रस्ताव रखा है।
17 साल से भी ज्यादा समय से भारत-ईयू एफटीए जटिल वार्ताओं का विषय रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि मेरा दृढ़ विश्वास है कि भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा वैश्विक वाणिज्य, सतत विकास और समृद्धि को बढ़ावा देगा।
PM मोदी और EU की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के बीच अहम बातचीत हुई है। यूरोपीय संघ भारत से जापान और दक्षिण कोरिया जैसे सुरक्षा साझेदारी चाहता है।
भारत के केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और यूरोपीय आयोग की उपाध्यक्ष ने संभावित साझेदारी के साथ-साथ भारत और यूरोपीय संघ के बीच एकेडमिक, रिसर्च और स्किल डेवलपमेंट पर जरूरी बातचीत की।
अमेरिका में ट्रंप की वापसी ने यूरोप की बेचैनी बढ़ा दी है। कई मामलों में यूरोपीय संघ को ट्रंप की सख्ती की आशंका सताने लगी है। ऐसे में सभी यूरोपीय नेताओं ने एकजुटता का आह्वान किया है।
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव जीतते ही यूरोपीय संघ के देशों तहलका मच गया है। यूरोपीय संघ के 2 सबसे ताकतवर देश फ्रांस और जर्मनी ने ट्रंप की नीतियों के मद्देनजर अभी से देशों को एकजुट और सतर्क रहने का आह्वान करना शुरू कर दिया है।
जेलेंस्की ने रूस पर विजय योजना पेश कर दी है। मगर उनका यह प्लान उसके कई सहयोगियों के गले नहीं उतर रहा। अमेरिका ने भी कह दिया है कि उनकी योजना का मूल्यांकन करना हमारा काम नहीं है।
आसियान में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने तुर्की, समेत कई देशों के विदेश मंत्रियों के साथ वार्तालाप और द्विपक्षीय बैठक की। इस दौरान कई अहम क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर गहन चर्चा हुई।
सीएसई के जलवायु परिवर्तन कार्यक्रम का नेतृत्व करने वाली अवंतिका गोस्वामी ने कहा कि यूरोपीय संघ को सीबीएएम के दायरे में आने वाली वस्तुओं का भारत से निर्यात 2022-23 में ईयू को होने वाले कुल माल निर्यात का 9.91 प्रतिशत था।
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