इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान में डेमोक्रेसी सिर्फ सुप्रीम कोर्ट की वजह से ही बची हुई है। जो लोग देश में लोकतंत्र चाहते हैं, उन्हें सुप्रीम कोर्ट के साथ खड़ा होना चाहिए।
इमरान खान ने कहा कि ‘पाकिस्तान भारत की तरह सस्ता रूसी कच्चा तेल प्राप्त करना चाहता था, लेकिन वह ऐसा करने में सक्षम नहीं हो पाए क्योंकि उनकी सरकार गिर गई। एक वीडियो जारी करके इमरान खान ने अपनी बात रखी।
इमरान खान ने यह भी चेतावनी दी कि पंजाब इलेक्शन में देरी के मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को नहीं स्वीकार किया जा रहा है, इससे विदेशी निवेशकों में पाकिस्तान की गलत छवि जाएगी और इन विदेशी निवेशकों को गलत संदेश मिल सकता है।
विदेश से गैस इंपोर्ट करने के लिए पाकिस्तान की सरकार के पास पैसा नहीं हैं और उधार पर गैस देने को कोई मुल्क तैयार नहीं है। इसका नतीजा ये हुआ कि रमजान के महीने में पाकिस्तान के ज्यादातर इलाकों में गैस सप्लाई या तो बंद करनी पड़ी है या फिर सप्लाई में राशनिंग हो रही है।
''पाकिस्तान का रूल ऑफ लॉ 140 देशों में 129वें नंबर पर है। जब हम 129वें नंबर पर होंगे तो यहां कोई निवेश नहीं करेगा। वही पाकिस्तानी दुबई जाकर प्रॉपर्टी खरीदते हैं।''
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान मंगलवार को बाल्टी जैसा काला हेलमेट पहनकर कोर्ट पहुंचे, जिसपर भाजपा नेता खुशबू सुंदर ने तंज कसा है। देखें वीडियो-
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई प्रमुख इमरान खान को आगजनी, पुलिस के खिलाफ हिंसा, तोड़-फोड़ और जिले शाह की हत्या से संबंधित तीन मामलों में आतंकवाद-रोधी अदालत ने अंतरिम जमानत दी है।
इमरान खान ने कहा कि ‘जनरल बाजवा चाहते थे कि मैं भारत के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध विकसित करूं। उन्होंने इसके लिए मुझ पर दबाव बनाया और हमारे रिश्ते खराब होने की एक वजह यह भी थी।‘
इमरान खान नए सिरे से चुनाव कराने की मांग करते हुए लगातार रैलियां निकाल रहे हैं और उन्हें पाकिस्तानी आवाम का भारी समर्थन भी मिलता दिख रहा है।
पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ ‘पीटीआई‘ के अध्यक्ष खान ने गोलरा, बारा काहू, रमना, खन्ना और सीटीडी थानों में उनके खिलाफ दर्ज सात मामलों में अंतरिम जमानत की मांग की। खान की ओर से याचिकाएं दायर करने वाले अधिवक्ता सलमान सफदर ने कहा कि यदि पूर्व प्रधानमंत्री गिरफ्तार हो जाते हैं, तो उन्हें ‘अपूरणीय क्षति‘ होगी।
पाकिस्तान पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के करीबी माने जाने वाले पीएमएल-एन के वरिष्ठ नेता राणा सनाउल्लाह के इस बयान ने पाकिस्तान की राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी हई। उनके इस बयान के बाद से इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) में आक्रोश देखने को मिल रहा है।
पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स के आंकड़ों के अनुसार मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि यह 45.64 फीसदी सालाना है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सप्ताह दर सप्ताह आधार पर टमाटर, आलू और गेहूं का आटा महंगा होने के कारण अल्पकालिक मुद्रास्फीति में 1.80 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
जनसभा में इमरान ने देश की सत्तारूढ़ पार्टी को अलग.अलग मोर्चे पर संकट का सामना कर रहे पाकिस्तान को उबारने की योजना पेश करने की चुनौती दी। अपनी जान को खतरा होने का दावा करने वाले इमरान ने बुलेट प्रूफ कांच के पीछे खड़े होकर जनसभा को संबोधित किया।
पाकिस्तान के दक्षिणपंथी संगठन जमात ए इस्लामी के प्रमुख सिराजुल हक का कहना है कि सत्तारूढ़ गठबंधन और इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ ‘पीटीआई‘ के बीच जारी खींचतान की वजह से देश में सैन्य कानून लागू हो सकता है।
PTI के राजनीतिक कार्यकर्ताओं पर एक अन्य कार्रवाई में पुलिस ने अभी तक 740 लोगों को गिरफ्तार किया है जिनमें से अधिकांश लाहौर और इस्लामाबाद से हैं।
Imran Khan and Avantika Malik's divorce: तलाक की खबरों के बीच एक्टर इमरान खान की पत्नी अवंतिका ने ऐसा पोस्ट कर दिया जो तुरंत वायरल हो गया है।
पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश उमर अता बांदियाल को सोमवार को लिखे पत्र में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख ने अपने खिलाफ दर्ज मुकदमों को जोड़ने की भी गुजारिश की।
इमरान खान तोशाखाना मामले की बहुप्रतिक्षित सुनवाई में पेश होने के लिए लाहौर से इस्लामाबाद आए थे और उस दौरान इस्लामाबाद न्यायिक परिसर के बाहर उनके समर्थकों और सुरक्षाकर्मियों के बीच झड़प हुई थी। पीटीआई कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच शनिवार को हुई झड़प के दौरान 25 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे।
पाकिस्तान के गृहमंत्री सनाउल्लाह ने शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार यह आकलन करने के लिए अपने कानूनी दल के साथ विचार-विमर्श करेगी कि क्या पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी को प्रतिबंधित समूह घोषित करने की कार्रवाई शुरू की जा सकती है।
पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने इमरान खान पर जमकर निशाना साधा। शहबाज शरीफ ने ट्वीट में इमरान के खिलाफ जमकर जहर उगला और कहा कि 'अगर किसी को कोई शक था, तो इमरान नियाजी की पिछले कुछ दिनों की हरकतों ने उनकी फासीवादी और उग्रवादी प्रवृत्तियों को उजागर कर दिया है।'
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