पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान के खिलाफ दर्ज आतंकवाद के मामलों में उनकी जमानत अर्जी पर मंगलवार को सुनवाई की जाएगी। यह सुनवाई लाहौर हाईकोर्ट में होगी।
इमरान के समर्थक प्रदर्शनकारियों ने सरकारी इमारतों और सरकारी वाहनों को फूंक डाला। इन सबकी वजह से कंगाल पाकिस्तान को 25 करोड़ रुपए का चूना लगा है। इस आशय की रिपोर्ट इस्लामाबाद पुलिस ने जारी की है।
पाकिस्तान के चीफ जस्टिस यानी सीजेपी ने पंजाब चुनाव पर न्यायिक आदेशों का पालन नहीं करने के लिए अधिकारियों की निंदा की।
इमरान खान की रिहाई के विरोध में फजलुर रहमान की पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट के बाहर बड़े प्रोटेस्ट का ऐलान किया था। सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के पूरे इंतजाम किए थे, लेकिन प्रोटेस्टर्स पुलिस का सुरक्षा घेरा तोड़कर आगे बढ़ गए।
इमरान खान ने एक ट्वीट में कहा, "तो अब लंदन प्लान खत्म सबके सामना आ चुका है। जब मैं जेल के अंदर था, हिंसा के बहाने उन्होंने न्यायाधीश, जूरी और जल्लाद की भूमिका निभाई है। अब उनकी योजना बुशरा बेगम को जेल में डालकर मुझे दबाने की है और कुछ राजद्रोह कानून का उपयोग करके अगले दस सालों तक मुझे अंदर रखने का प्लान है।"
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की दुश्मनी का दायरा अब पीएम शहबाज शरीफ और उनकी सरकार तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि वह पाक सेना तक जा पहुंचा है। अपनी गिरफ्तारी के लिए पाक सेना चीफ आसिम मुनीर को इमरान खान द्वारा सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराए जाने के बाद यह दायरा अब और व्यापक हो चुका है।
शहबाज शरीफ ने स्पष्ट किया है कि इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद हिंसक प्रदर्शन करने वालों पर सख्ती दिखाते हुए शरीफ ने कहा कि हिंसक प्रदर्शन करने वाली भीड़ को कानून 72 घंटे में अपनी गिरफ्त में लेगा।
इमरान खान भी सरकार की रणनीति समझ रहे हैं, इसीलिए वो पूरी कोशिश करेंगे कि मुल्क में ऐसे हालात बना दिए जाएं, आवाम को इतना भड़का दिया जाए, जिससे सरकार तुरंत चुनाव कराने पर मजबूर हो जाए
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सेना प्रमुख पर बेहद सनसनीखेज आरोप लगाया है। इमरान ने 9 मई को अपनी गिरफ्तारी के लिए सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही इमरान ने यह भी कहा कि मेरी गिरफ्तारी के बाद देश में जहां भी हिंसा की घटनाएं हुईं,उसके लिए मैं कैसे जिम्मेदार हो सकता हूं?
इस्लामाबाद हाईकोर्ट जब इमरान खान के मसले पर सुनवाई कर रहा था, ठीक उसी वक्त कैबिनेट मंत्रियों की मीटिंग कर रहे प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के दिमाग में कुछ और ही चल रहा था। दरअसल शहबाज शरीफ इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद से बिगड़े हालात और राजनीतिक अस्थिरता को देखते हुए पाकिस्तान में इमरजेंसी लगाने पर विचार कर रहे थे।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को एक बार फिर निशाना बनाकर गोली मारे जाने का सनसनीखेज मामला सामने आाय है। यह फायरिंग उस वक्त हुई जब इमरान खान जमानत मिलने के बाद इस्लामाबाद हाईकोर्ट (आइएचसी) परिसर में ही मौजूद थे और वहां से वह बाहर निकल रहे थे। इसी दौरान कई राउंड फायरिंग की गई।
"तारीख पर तारीख...तारीख पर तारीख"... ये वाला डायलॉग तो आपने सुना भी होगा और अदालतों में इसे झेलते लोगों को देखा भी होगा। मगर अब "तारीख पर तारीख" की जगह हम आपको एक ऐसी घटना बताने जा रहे हैं, जहां इसकी बजाय "मुकदमे पर मुकदमा" है।
पाकिस्तान सरकार के प्रमुख गठबंधन सहयोगी ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के पक्ष में निर्णय लेने का सुप्रीम कोर्ट पर आरोप लगाया है। साथ ही इसके विरोध में सोमावर को हाईकोर्ट के समक्ष धरना देने की शुक्रवार को घोषणा की।
अगर इमरान खान को अरेस्ट करने का कोई कारण बनता हो, कोर्ट के फैसले के बावजूद भी तो अरेस्ट किया जा सकता है, नहीं कारण बनता है तो नहीं किया जाएगा। हालांकि अभी इस संबंध में चर्चा करेंगे।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा इमरान खान की गिरफ्तारी को 'गैरकानूनी' घोषित किए जाने के बाद, पाकिस्तान के राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी ने पुलिस लाइंस के रेस्ट हाउस में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान से मुलाकात की। इमरान खान की हाई कोर्ट में पेशी होने से पहले हुई इस विशेष मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं।
पाकिस्तान में राजनीतिक बवाल और इमरान खान के समर्थकों का आक्रोश थमता दिखाई नहीं दे रहा है। हालांकि अल कादिर ट्रस्ट मामले में इस्लामाबाद हाईकोर्ट मामले में इमरान खान को राहत मिल गई है। उन्हें दो सप्ताह की जमानत मिल गई है।
सुप्रीम कोर्ट से बृहस्पतिवार को तत्काल रिहाई का आदेश पाने वाले पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान आज कड़ी सुरक्षा के बीच अग्रिम जमानत के लिए इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में पेश हुए। इसके बाद हाईकोर्ट ने उन्हें तोशाखाना मामले में बड़ी राहत दी है।
मरियम नवाज शरीफ ने कहा कि 'खजाना लूटने वालों को सुप्रीम कोर्ट ने छोड़ दिया। एक क्रिमिनल को सुप्रीम कोर्ट ने छोड़ दिया है। इमरान खान को रिहा करने वाले पाकिस्तान के चीफ जस्टिस कोर्ट छोड़े देना चाहिए और इमरान खान की पार्टी पीटीआई को जॉइन कर लेना चाहिए।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे ऐसे ही एक विडियो में दिखाई दे रहा है कि कुछ लोग आर्मी के एक कमांडर के घर से खानेपीने का सामान बाहर ले आए। वे कोल्ड्रिंक, भिंडी, कोरमा और दही समेत कई चीजें ले आए हैं।
जो लोग फौज से टकराने को तैयार हों, जिनके चेहरों पर कोई खौफ न हो, वे सब लोग आने वाले वक्त में इमरान के लिए बहुत बड़ी ताकत बन जाएंगे.
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़