पश्चिमी और पूर्वी इराक में शनिवार को किए गए हवाई हमले में इस्लामिक स्टेट (IS) के 11 आतंकवादी मारे गए। इराकी सेना ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस हवाई हमले में आईएस के काफी नुकसान हुआ है।
Islamic State: आतंकवादी ने आईएसआईएस के ‘अमीर’ (प्रमुख) के प्रति निष्ठा की शपथ ली थी, जिसके बाद उसे रूस जाने और जरूरी दस्तावेज हासिल करने को कहा गया, ताकि वह भारत जा सके और इस आतंकवादी कृत्य को अंजाम दे सके। रूस की खुफिया एजेंसी ने आतंकवादी की पहचान उजागर नहीं की है।
अल शेख और अलेक्संडा कोटे और मोहम्म्द इम्वाजी की सरपरस्ती वाली इस्लामिक स्टेट की टीम लोगों को बंधक बनाने के प्लान पर काम करती थी।
जहां एक ओर हिन्दुओं का सिर तन से जुदा करने की धमकी दी जा रही है तो वहीं, अजमेर शरीफ (Ajmair Sharif) के खादिम का एक भड़काऊ वीडियो चर्चा का विषय बना हुआ है। इन्हीं मुद्दों को लेकर इंडिया टीवी (India TV) के मंच पर इस्लामिक स्कॉलर हाफिज गुलाम सरवर एक सवाल को लेकर भड़क गए।
कन्हैयालाल की लाइव हत्या करने का मकसद एक समुदाय में दहशत फैलाना और अपने मजहब का हीरो बनना था।
फ्रांस के इतिहास में इन भीषणतम हमलों में कम से कम 130 लोग मारे गए थे और अब्देस्सलाम इसे अंजाम देने वालों में से एक था।
नूपुर शर्मा ने कथित तौर पर कहा था कि यदि लोग लगातार हिंदू आस्था का मजाक उड़ा रहे हैं, तो वह भी इस्लाम को लेकर ऐसा सकती हैं।
तालिबान ने आठ महीने पहले अफगानिस्तान में सत्ता में आने के बाद आईएस समूह को दबाने का दावा किया है, लेकिन आतंकवादियों ने पड़ोसी पाकिस्तान में अपना विस्तार किया है और वहां हमले बढ़ा दिए है।
इस्लामिक स्टेट ने एक बयान में कहा कि हमले को अंजाम देने वाला एकमात्र आत्मघाती हमलावर पड़ोसी देश अफगानिस्तान से था।
यह पहली बार नहीं है जब अमेरिकी बलों ने आतंकवादी संगठनों के प्रमुखों को निशाना बनाया है और यह भी पहली बार नहीं है कि वह इस तरह की कार्रवाई में सफल हुए हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बायडेन कहा कि सीरिया में अमेरिकी विशेष बलों के हमले में इस्लामिक स्टेट समूह का प्रमुख मारा गया।
एक इराकी सैन्य बयान में कहा गया है कि मृतकों में लेफ्टिनेंट रैंक का एक अधिकारी और 10 सैनिक शामिल हैं।
अमेरिका द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक, कोई विदेशी आतंकवादी लड़ाका (FTF) वर्ष 2020 के दौरान भारत नहीं लौटा।
खबर लिखे जाने तक यह पूरी तरह साफ नहीं हो पाया था कि मोटरसाइकिल पर बम लगाया गया था या यह आत्मघाती हमला था।
माली के साथ लगती सीमा वाले इस पश्चिम अफ्रीकी देश में अल-कायदा और इस्लामिक स्टेट ग्रुप से जुड़े चरमपंथियों की यह नवीनतम हिंसा है।
एक अलग हमले में वाहन को बम से निशाना बनाने पर एक अन्य बच्चे की मौत हो गई और तालिबान के 2 लड़ाके घायल हो गए।
अहमदी ने कहा, हमारे लिए केवल खेद जताना काफी नहीं है बल्कि अमेरिका को उन लोगों का पता लगाना होगा जिन्होंने यह हमला किया।
बगराम जेल से रिहा हुए आतंकियों में केरल के वे 14 युवक भी थे जो इराक जाकर इस्लामिक स्टेट में शामिल होना चाहते थे।
2017 में शम्सुद्दीन ऑकलैंड में एक व्यक्ति को बताया था कि वह इस्लामिक स्टेट की तरफ से लड़ने के लिए सीरिया जाना चाहता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पॉलिटिको ने संवेदनशील लेकिन गैर खुफिया संदेश तथा अन्य लिखित दस्तावेज प्राप्त किए हैं।
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