स्काईमेट अप्रैल महीने में मॉनसून 2022 की संभावनाओं पर एक विस्तृत रिपोर्ट जारी करेगा। स्काईमेट संपूर्ण मॉनसून पूर्वानुमान के लिए प्रासंगिक आंकड़े एकत्रित करने की प्रक्रिया में लगा हुआ है।
निलंबित होने वाले सांसदों में शिवसेना से प्रियंका चतुर्वेदी तथा अनिल देसाई का नाम शामिल हैं। कांग्रेस से फूलो देवी नेतम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजामनी पटेल, सैयद नासिर हुसैन और अखिलेश प्रसाद सिंह का नाम है।
आईआईटी मद्रास के सिविल इंजीनियरिंग विभाग में प्रोफेसर बालाजी नरसिम्हन का कहना है कि निश्चित तौर पर यह असामान्य अक्टूबर था। उन्होंने इसके लिए अवसंरचनात्मक चुनौतियों और बेरोकटोक हो रहे विकास कार्यों को जिम्मेदार ठहराया। नरसिम्हन ने 2105 में चेन्नई में आई बाढ़ का भी अध्ययन किया था।
देश में कुछ जगह टमाटर की खुदरा कीमतें तीन गुना से ज्यादा बढ़ गयी हैं। वहीं प्याज की कीमत भी दोगुना हो गई हैं। जानकारों की माने तों बारिश से फसलों पर असर पड़ा है जिससे कीमतें बढ़ी हैं
सरकार के मुताबिक कोयले की अंतरराष्ट्रीय कीमतों और बारिश की वजह से देश की कोयला खदानों में कामकाज पर असर से बिजली उत्पादन घटा है, लेकिन उम्मीद है कि यह स्थिति 3-4 दिन में ठीक हो जायेगी।
दक्षिण-पश्चिम मानसून के मध्य प्रदेश से अगले दो से तीन दिनों में पूरी तरह से विदा होने की संभावना है। सामान्य तौर पर मानसून मध्य प्रदेश से 30 सितंबर के आसपास विदा होता है, जो इस बार 10-12 दिन देर से विदा हो रहा है।
सितंबर में विशेष तौर पर बहुत ज्यादा बारिश हुई है। शहर में इस महीने बृहस्पतिवार दोपहर तक 403 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो आईएमडी के अनुसार 77 वर्षों में सबसे अधिक है। सितंबर 1944 में शहर में 417.3 मिमी बारिश हुई, जो 1901-2021 की अवधि में सबसे अधिक है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, दक्षिण पश्चिम मॉनसून उत्तर पश्चिम भारत से तभी वापस होता है जब लगातार पांच दिनों तक इलाके में बारिश नहीं होती है। निचले क्षोभ मंडल में चक्रवात रोधी वायु का निर्माण होता है और आर्द्रता में भी काफी कमी होना आवश्यक है।
गुजरात में मानसून के मौसम में सामान्य रूप से होने वाली बारिश का इस बार 69.24 प्रतिशत ही हुआ है। एसईओसी की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक गुजरात में इस महीने अब तक 219.2 मिमी बारिश हुई है।
विभाग के आंकड़ों के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून आधिकारिक तौर पर एक जून को आता है और 30 सितंबर तक सक्रिय रहता है। जून के महीने में 10 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई।
मौसम विभाग के मुताबिक, संभावित निम्न दबाव क्षेत्र के पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने के कारण पांच से सात सितंबर के बीच दक्षिण ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, विदर्भ और दक्षिणी छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग का कहना है कि अगस्त माह के दौरान सामान्य से 24 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई थी लेकिन देश में सितम्बर में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान है।
संसद के मानसून सत्र को अचानक समाप्त करने और अपने सांसदों के साथ दुर्व्यवहार के विपक्ष के आरोपों के खिलाफ एक जवाबी हमला करते हुए, भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने अपने 'विघटनकारी और धमकी भरे व्यवहार' के लिए पूर्व की माफी की मांग की।
संसद के मानसून सत्र के दौरान हंगामा करने के लिए सरकार ने गुरुवार को विपक्षी दलों से माफी की मांग की, संसद मामलों के मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि संसद में हंगामा करने के लिए विपक्षी दल खुद पर गर्व महसूस कर रहे हैं।
विपक्षी नेताओं (शरद पवार सहित) ने उपराष्ट्रपति से मुलाकात की और एक ज्ञापन सौंपा और उन्हें उच्च सदन में हुई घटनाओं के बारे में जानकारी दी। सरकार ने बिना चर्चा के कई विधेयक पारित किए: कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे
विभिन्न दलों के विपक्षी नेताओं ने गुरुवार, 12 अगस्त को संसद भवन से नई दिल्ली में विजय चौक तक एक मार्च निकाला, जिसमें केंद्र के विवादास्पद कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग की गई। वे अन्य मुद्दों का भी विरोध कर रहे थे।
संसद के मानसून सत्र में हंगामे के दौरान विपक्षी सदस्यों के आचरण की कड़ी निंदा करते हुए राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने बुधवार को सभापति से आग्रह किया कि वह इसके लिए एक समिति का गठन करें और दोषी सदस्यों के खिलाफ ‘‘कड़ी से कड़ी कार्रवाई ’’ करें। सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होने से पहले गोयल ने पूरे सत्र के दौरान विपक्षी दलों द्वारा किए गए हंगामे और इस दौरान कागज फाड़कर आसन की ओर फेंकने सहित अन्य विभिन्न घटनाओं का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया कि विपक्षी दल सत्र की शुरुआत से ही संसद ना चलने देने की ठानकर आए थे।
पिछले दिनों हुई बारिश ने दिल्ली के लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत दी थी, लेकिन आने वाले दिनों में एक बार फिर पारे के चढ़ने के आसार नजर आ रहे हैं।
मौसम विभाग ने अनुमान दिया है कि अगस्त और सितंबर के दौरान पूरे देश में बारिश सामान्य के 95 प्रतिशत से 105 प्रतिशत के बीच रह सकती है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मानसून सत्र के दौरान लोकसभा की कार्यवाही में व्यवधान पर नाराजगी व्यक्त करते हुए बुधवार को कहा कि वह आहत हैं और उन्होंने उम्मीद जताई कि पार्टियां सर्वसम्मति से यह सुनिश्चित करेंगी कि सदस्य नियमों का सख्ती से पालन करें और सदन की गरिमा बनाए रखें।
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