मौजूदा खरीफ सीजन में जारी खरीद से करीब एक करोड़ किसान लाभान्वित हुए हैं। इन किसानों को अब तक सरकार की तरफ से 1.28 लाख करोड़ रुपये का भुगतान हुआ है। कुल खरीद में पंजाब की हिस्सेदारी करीब 30 प्रतिशत है।
दिल्ली की तमाम सीमाओं पर किसानों के जारी विरोध प्रदर्शन के बीच चालू खरीफ विपणन सत्र में अब तक धान की खरीद में 16 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह खरीद 638.57 लाख टन की हुई है, जिसकी कीमत 1,20,562 करोड़ रुपये है।
देश में 569.76 लाख टन धान की कुल खरीद में से, पंजाब ने अकेले 202.77 लाख टन का योगदान दिया है। इसके बाद हरियाणा, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ का हिस्सा है।
मंत्रालय के मुताबिक खरीफ सीजन में अब तक 98 हजार करोड़ रुपये ज्यादा की खरीद हो चुकी है, जिससे 67.89 लाख किसानों को फायदा मिला है। वहीं कुल 521 लाख टन धान की खरीद में पंजाब की हिस्सेदारी 202.77 लाख टन रही है।
उत्तर प्रदेश में धान खरीद को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की देखरेख में तैयार हुई योजना असरदार साबित हुई है।
पंजाब में सरकारी एजेंसियों ने 201.73 लाख टन धान खरीदा है, जोकि कुल खरीद का 67.80 फीसदी है। वहीं, दूसरे स्थान पर हरियाणा है जहां कुल खरीद का 19 फीसदी धान खरीदा गया है।
खाद्य मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार, 15 नवंबर तक पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, उत्तराखंड, तमिलनाडु, चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर, केरल, गुजरात और आंध्रप्रदेश में धान की कुल खरीद 281.28 लाख टन हुई, जोकि पिछले साल की इसी अवधि की खरीद 233.89 लाख टन से 20.25 फीसदी अधिक है।
आंकड़ों के मुताबिक सीजन में अब तक 151.17 लाख टन धान की खरीद हो चुकी है। यह पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 21 प्रतिशत अधिक है। सीजन में अब तक हुई कुल धान की खरीद का मूल्य 28,543 करोड़ रुपये है।
एफसीआई ने अन्य सरकारी एजेंसियों के साथ मिलकर 10 अक्टूबर तक 3.22 लाख किसानों से 37.92 लाख टन धान की खरीद की है, जिसकी कुल एमएसपी 7,159.39 करोड़ रुपये से अधिक है
इस साल अब तक धान का कुल रकबा पिछले साल के मुकाबले 12 फीसदी बढ़ा
केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) ने रिपोर्ट दी है कि देश के विभिन्न हिस्सों में 123 जलाशयों में पानी का भंडारण पिछले वर्ष की इसी अवधि के 155 प्रतिशत के बराबर था।
कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक अबतक जो खेती हुई है उसमें तिलहन का रकबा पिछले साल के मुकाबले 6 गुना से भी ज्यादा आगे चल रहा है जबकि दलहन का रकबा 3 गुना आगे है।
प्रदेश सरकारें किसानों को मक्का, बाजार औऱ सब्जियां उगाने के लिए प्रोत्साहित कर रहीं
भारत के तेज गेंदबाज एस श्रीसंत ने पैडी ऑप्टन के द्वारा लगाए गए राहुल द्रविड़ के साथ विवाद के आरोप को पूरी तरह से गलत बताया है।
छत्तीसगढ़ में चालू खरीफ सत्र की धान की खरीद एक दिसंबर से शुरू होगी और 15 फरवरी तक चलेगी। राज्य सरकार ने किसानों से 2,500 रुपए क्विंटल की दर से धान खरीद की योजना बनाई है।
एनसीडीईएक्स में पहले से ही गेहूं और मक्का का वायदा उसके मंच पर है। धान बासमती-पूसा 1121 के भी इससे जुड़ने से मूल्य श्रृंखला में निर्णय प्रक्रिया में सुधार आएगा।
खरीफ मौसम की प्रमुख फसल धान बुवाई का रकबा खरीफ सत्र 2018-19 में अब तक 2.27 प्रतिशत बढ़कर 383.34 लाख हेक्टेयर हो गया।
जून के दौरान कम बरसात की मार से पिछड़ी खरीफ फसलों की खेती को लेकर अच्छी खबर है, जुलाई के दौरान हुई अच्छी बरसात से खरीफ फसलों की खेती ने रफ्तार पकड़ी है और अब खरीफ फसलों का रकबा औसत के मुकाबले आगे निकल गया है
केंद्र सरकार ने इस साल किसानों की कमाई बढ़ाने के लिए खरीफ फसलों का समर्थन मूल्य तो बढ़ा दिया है लेकिन मौसम की बेरुखी की वजह से कहीं किसान इसका लाभ उठाने से वंचित न रह जाएं। देशभर में अबतक औसत के मुकाबले कम बरसात दर्ज की गई है जिस वजह से खरीफ बुआई बुरी तरह प्रभावित हुई है, ऐसे में खरीफ उत्पादन प्रभावित होगा और किसानों को बढ़े हुए समर्थन मूल्य का ज्यादा लाभ नहीं मिल सकेगा
केंद्र सरकार ने किसानों के लिए बड़ी घोषणा की है, खरीफ मार्केटिंग सीजन 2018-19 के लिए खरीफ फसलों के समर्थन मूल्य की घोषणा कर दी गई है जिसके तहत धान का समर्थन मूल्य 200 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ा दिया गया है। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया है।
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