चीन ने अमेरिका को पसंद न करने वाले दोनों मुस्लिम देशों को की दोस्ती कराकर कई संदेश दिए हैं। चीन की अरब देशों में जो अहमियत शुक्रवार को हुई इस बैठक के बाद दोस्ती से बढ़ी है, वह कई मायनों में अहम है।
इन नियमों के तहत सऊदी में लाऊडस्पीकर पर पूरी तरह से बैन रहेगा। साथ ही अजान का लाइव प्रसारण भी नहीं किया जाएगा। बता दें कि सऊदी सरकार द्वारा यह फैसला लिए जाने के बाद दुनियाभर के मुस्लिम धर्मगुरु नाराज हैं और इस फैसले पर उन्होंने आपत्ति जताई है।
सऊदी सरकार ने नमाजियों से यह भी अनुरोध किया है कि वे बच्चों को मस्जिदों में न लाएं क्योंकि इससे नमाजियों को परेशानी होगी और उनकी इबादत में खलल पड़ सकता है। इस्लामिक देश सऊदी अरब के इस कदम पर दुनियाभर के कई मुसलमानों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
बाइडन प्रशासन के साथ बातचीत में इजरायल से रिश्ते सामान्य करने के लिए सऊदी अरब जो शर्त अमेरिका के समक्ष रख रहा है, उनमें परमाणु कार्यक्रम शुरू करने की मांग भी है। यदि अमेरिका इस पर एग्री हो जाए तो मिडिल ईस्ट की राजनीतिक में बड़ा परिवर्तन आ जाएगा।
सऊदी अरब में अगले कुछ महीनों में योग को समर्थन और बढ़ावा देने के लिए देश की प्रमुख यूनिवर्सिटीज के साथ कई समझौते साइन किए जाएंगे। अपने देश में योग को बढ़ावा देने वाला यह अमीर और बड़ा मुस्लिम देश दुनिया को यह संदेश दे रहा है कि योग किसी भी धर्म संप्रदाय के खिलाफ नहीं है।
परंपरागत रूप से डिफेंस के मामले में सऊदी अरब पाकिस्तान का करीबी है। यही कारण है कि सऊदी ने भारत के साथ रक्षा संबंधों को कम कर रखा था। लेकिन, वर्तमान रणनीतिक स्थितियों को देखते हुए सऊदी अरब तेजी से अपने संबंधों को भारत के साथ मजबूत कर रहा है।
सऊदी अरब सरकार देश की राजधानी रियाद में 'न्यू मुरब्बा' नाम का एक नया शहर बसाने जा रही है। इस शहर में बनने वाली एक बड़ी संरचना का नाम 'मुकाब' होगा। इस शहर को लेकर सऊदी अरब सरकार ने एक वीडियो जारी किया है। इस शहर को लेकर जहां कुछ लोग बेहद रोमांचित हैं, वहीं कुछ लोग इसे लेकर नाराजगी जता रहे हैं।
यूक्रेन से करीब 1 वर्ष से जारी भीषण युद्ध के बाद भी रूस के हथियारों का जखीरा कम नहीं हुआ है। हालांकि युद्ध के दौरान रूस को टैंकों, हेलीकॉप्टरों, ड्रोन, मिसाइलों और फाइटर जेट समेत अन्य हथियारों का भारी नुकसान हुआ है। उन्नत पश्चिमी हथियारों के दम पर यूक्रेन ने रूस के तमाम टैंकों और मिसाइलों को अब तक ध्वस्त किया है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद दुनिया पर गहराते ऊर्जा संकट के बीच भारत नया "एनर्जी किंग" बनने की राह पर अग्रसर है। यूक्रेन पर हमला करने के चलते पश्चिमी देशों की ओर से रूप पर लगाए गए प्रतिबंधों ने यूरोप समेत पूरी दुनिया में ऊर्जा का नया संकट पैदा कर दिया है। तेल और गैस की महंगाई से दुनिया के तमाम देश त्रस्त हो रहे हैं।
मुसलमानों के लिए बेहद ही पवित्र मानी जाने वाली हज यात्रा 26 जून 2023 दिन सोमवार की शाम से शुरू होकर शनिवार 1 जुलाई 2023 तक चलेगी। भारत सरकार ने इस यात्रा के लिए यात्रियों की आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। जायरीन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से आवेदन कर सकते हैं।
पिछले साल 12 मार्च को 81 लोगों को मौत की सजा दी गई थी। यह अब तक की गई मौत की सजा की सबसे बड़ी संख्या थी। सऊदी अरब में फांसी के अलावा सिर कलम कर भी लोगों को मौत के घाट उतारा जाता है।
पाकिस्तान को यह नसीहत उन दो मुस्लिम देशों ने दी है, जो कंगाल पाकिस्तान को बड़ी इमदाद देते रहे हैं। लेकिन जिनके आगे पाकिस्ताान कटोरा लेकर भीख मांगता है, उन्हीं ने कश्मीर पर पाकिस्तान का साथ छोड़ने की बात कह डाली है।
सऊदी अरब ने एक ऐसा बयान दे दिया है, जिससे कर्ज मांगने वाले पाकिस्तान की धड़कनें और बढ़ गई हैं। सऊदी अरब ने कहा, 'हम विकास के लिए देशों को सहायता देने के अपने तरीके को बदल रहे हैं।
दोनों ही देश इलाके में प्रभुत्व स्थापित करने के लिए होड़ में लगे हुए हैं और इसका असर यमन, ईराक और अन्य देशों में देखने को मिलता रहा है।
सऊदी अरब ने नागरिकत नियम में फेरबदल किया है। इसका असर भारतीयों पर भी पड़ेगा। हालांकि यह असर नकारात्मक नहीं होगा। वहीं हज के लिए भी सऊदी अरब ने हज के लिए भी भारत से हज यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी की है। पढ़िए पूरी खबर।
सऊदी प्रेस एजेंसी के हवाले से प्रकाशित इस रिपोर्ट के मुताबिक, युवराज बिन सलमान ने पाकिस्तान में सऊदी अरब के निवेश को बढ़ाकर 10 अरब डॉलर तक पहुंचाने से संबंधित पहलुओं पर गौर करने का निर्देश दिया है।
साल 2020 में महामारी की वजह से लगाए गए लॉकडाउन के मद्देनजर सऊदी अरब ने हज यात्रियों की संख्या को सिर्फ 1000 तक सीमित कर दिया। यह कदम अभूतपूर्व था, क्योंकि 1918 की फ्लू महामारी के दौरान भी ऐसा नहीं किया गया था,जब दुनिया भर में करोड़ों लोगों की जान बीमारी से चली गई थी।
कोरोना वायरस महामारी को लेकर चिंताओं के कारण लगाई गई पाबंदियों को कम किए जाने के बाद सऊदी अरब में वार्षिक हज यात्रा के इस साल महामारी पूर्व के स्तर पर पहुंचने की उम्मीद है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इस्लाम में हज सभी सक्षम मुसलमानों के लिए उनके जीवन में एक बार आवश्यक है।
पाकिस्तान ने आईएमएफ से छह अरब डॉलर की मदद मांगी थी, लेकिन अभी तक इस मदद में 1.1 अरब डॉलर की मंजूरी नहीं मिली है। यह राशि नवंबर में ही मिलनी थी।
दुबई में पिछले साल रमजान के दौरान दिन में शराब के बेचने पर लगी रोक भी हटा दी थी। वहीं इससे पहले लॉकडाउन ने दौरान शराब की होम डिलीवरी की भी सुविधा शुरू की गई थी।
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