पाकिस्तान की इमरान सरकार के बुरे दिन चल रहे हैं। सऊदी अरब से पंगे लेना अब उसके लिए भारी पड़ रहा है। सऊदी अरब से जारी इमरान खान सरकार के तनाव को देखते हुए खाड़ी के कई देश पूर्व आर्मी चीफ को पाकिस्तान की राजनीति में उतरने के लिए मनाने में जुट गए हैं।
सऊदी ने कहा है कि यदि इस्राइल उसके साथ सार्वजनिक स्तर पर संबंध स्थापित करना चाहता है तो उसे फिलीस्तीन से भी शांति समझौता करना होगा।
यमन के सरकारी बलों ने केंद्रीय प्रांत अल-बायदा में 40 से अधिक हूती विद्रोहियों को मार दिया है। इसके अलावा सऊदी अरब के नेतृत्व वाली गठबंधन सेना ने भी हवाई हमलों में कई विद्रोहियों को मार गिराया है।
सऊदी अरब के समर्थन वाले गठबंधन द्वारा उत्तरी यमन में किए गए हवाई हमलों में कई महिलाओं समेत 9 बच्चों की मौत हो गई।
OIC से 57 मुस्लिम देश जुड़े हुए हैं। OIC का हेड-क्वार्टर सऊदी अरब के जेद्दाह में है। पाकिस्तान ने कई बार इस मंच का प्रयोग अपने प्रोपेगेंडा को फैलाने के लिए किया है।
आइए, आपको बताते हैं कि 5 अगस्त 2019 को जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को खत्म किए जाने पर किस देश ने भारत का समर्थन किया था और कौन पाकिस्तान के पाले में खड़ा था।
सऊदी अरब में कोविड-19 महामारी के बीच इस साल की हज यात्रा संपन्न हुई। यहां के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि हज यात्रा के दौरान पवित्र स्थलों पर कोरोनावायरस का कोई भी मामला सामने नहीं आया।
सऊदी अरब ने इस साल के लिए विदेशों से आने वाले हज यात्रियों पर प्रतिबंद लगा दिया है। सऊदी के विदेश विभाग ने यह जानकारी दी।
जिले के मौदहा कस्बे में सऊदी अरब से लौटे एक व्यक्ति ने कथित रूप से अवसाद में पेड़ से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है।
मध्य-पूर्व क्षेत्र में ईरान कोविड-19 महामारी फिर उभर आई है, देश में महामारी का मामला फिर सामने आया है। यहां मामलों की संख्या 1 लाख 73 हजार से अधिक हो रही है। रिपोर्ट के अनुसार यहां 2,043 नए लोगों के मामले सामने आए।
हज-2020 में कुछ सप्ताह का समय बचा है और अब तक सऊदी अरब की तरफ से आगे की स्थिति के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।
जो उपाय किए गए हैं, वे कड़े हैं लेकिन व्यापक वित्तीय और आर्थिक स्थिरता के लिए जरूरी हैं।
पहली तिमाही में बजट घाटा 9 अरब डॉलर पहुंचने से घटे रिज़र्व
दुनिया आज कोरोना वायरस संकट के नए चरण में कुछ इंच और आगे बढ़ गया। इस बीच दुनिया के कुछ देश महामारी की वजह से लागू किए गए अपने बंद को खत्म करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं तो कुछ संक्रमण में वृद्धि को रोकने के लिए सख्ती दुगुनी कर दी।
कोरोना वायरस महामारी पर काबू पाने के लिए विभिन्न देशों ने लॉकडाउन, यात्रा प्रतिबंध और अन्य उपाय किए हैं, जिसका सीधा असर कच्चे तेल की कीमतों पर पड़ा है।
कीमतों में रिकॉर्ड गिरावट के बीच कच्चे तेल में स्थिरता के उपायों पर चर्चा होगी
सऊदी अरब ने मक्का और मदीना में 24 घंटे का कर्फ्यू लगा दिया है। यह कदम घातक कोरोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए एहतियात के रूप में उठाया गया। प्रवेश और निकास के प्रतिबंध में सरकारी और निजी क्षेत्रों के कर्मचारी शामिल नहीं हैं
सऊदी अरब ने गुरुवार को तेल निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) और अन्य सहयोगी तेल उत्पादक देशों की अचानक से बैठक बुलायी है।
उत्पादन बढ़ने से कच्चे तेल की कीमत 17 साल के निचले स्तर पर पहुंची
रियाज तलाक लेकर दूसरी शादी की फिराक में था लेकिन हसरीन तलाक के लिए तैयार नहीं थी।
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