Benefits of water therapy: 'वॉटर हीलिंग थेरेपी' आपके मेंटल हेल्थ के लिए फायदेमंद हो सकती है। चलिए जानते हैं इसे करने का सही तरीका और बेहतरीन फायदे
तनाव जीवन का हिस्सा है, लेकिन इसे काबू में रखना हमारे हाथ में है। दवाइयों से ज़्यादा असर एक्सरसाइज़ का होता है, क्योंकि यह मन और शरीर दोनों को संतुलित करती है।
आजकल की बदलती जीवनशैली में लोग डिप्रेशन की चपटे में तेजी से आ रहे हैं। इसकी एक सबसे बड़ी वजह डिजिटल क्रांति भी है। ऐसे में आपकी मेन्टल हेल्थ कैसे बेहतर होगी चलिए जानते हैं।
तनाव ज़्यादा लेने की वजह से दिमाग कमजोर होने लगता है। ऐसे में डॉक्टर से जानें अपने दिमाग को हेल्दी कैसे रखें?
ज़्यादा तनाव लेने से शरीर में कई गंभीर समस्याएं पैदा होने लगती है जो सेहत के लिए अच्छा नहीं है। चलिए जानते हैं स्ट्रेस की वजह से कौन से समस्याएं हो सकती हैं?
कुछ लोग हर बात पर ज्यादा सोचते हैं। ऐसे लोगों का दिमाग कभी शांत नहीं रहता और हमेशा सोच-विचार में लगा रहता है। चलिए जानते हैं ओवर थिंकिंग से आपको कौन सी समस्याएं हो सकती हैं।
डिजिटल डिटॉक्स, मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने का एक प्रभावी तरीका माना जाता है। एक्सपर्ट से जानते हैं मेंटल हेल्थ को सुधारने में यह कितना प्रभावकारी है?
तनाव एंग्जाइटी और डिप्रेशन को कंट्रोल करने के लिए अपनी डेली रूटीन में एक्सरसाइज़ को शामिल करें।
काम का प्रेशर मेन्टल हेल्थ पर बुरा प्रभाव डालता है। ऐसे में ऑफिस में ही कुछ मिनट का ध्यान माइंड को रिफ्रेश कर सकता है और सोच को सकारात्मक दिशा प्रदान करती है।
बच्चों को ध्यान की आदत डालना आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है। जब मन शांत होगा तभी पढ़ाई और जीवन संतुलित हो पाएंगे और बच्चे सफल हो पाएंगे।
क्या आपके दिन की शुरुआत अक्सर नकारात्मक विचारों और चिंता से होती है? अगर हाँ, तो आप मॉर्निंग एंग्जायटी के शिकार हो सकते हैं।
लोग अक्सर अपनी मानसिक सेहत से समझौता कर लेते हैं, जो हमें डिप्रेशन नाम की खाई में धकेल सकता है। आइए जानते हैं वो कौन सी आदतें हैं जो आपकी मानसिक सेहत को और भी खराब कर सकती हैं।
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो के मुताबिक, क्रोनिक लाइफ स्टाइल डिजीज लोगों का मेंटल हेल्थ बिगाड़ रहा है। इसकी वजह से स्ट्रेस, एंग्जायटी और निगेटिव इमोशंस हावी होते हैं जो देश में 50% खुदकुशी की वजह बनते हैं।
International Yoga Day 2025: योग आसन, तंत्रिका तंत्र को शांत करती हैं, तनाव हार्मोन को कम करती हैं और खुशी देने वाले एंडोर्फिन के स्राव को बढ़ाती हैं। तो, अपने मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए आज ही योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं।
कोर्टिसोल, जिसे 'तनाव हार्मोन' के नाम से जाना जाता है, शरीर में तनाव के स्तर को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लेकिन, जब शरीर में यह हॉर्मोन असामान्य रूप से बढ़ जाता है, तो कई गंभीर संकेत दिखाई देने लगते हैं।
अध्ययन बताते हैं कि पुरुषों में डिप्रेशन के कारण आत्महत्या के मामले ज्यादा देखने को मिलते हैं। इसलिए अगर स्वयं में या अपने आसपास किसी में भी इस तरह के लक्षण देखें, तो उसे गंभीरता से लें।
स्क्रीन के ज़्यादा इस्तेमाल से नींद की समस्या, चिंता, अवसाद, जैसी कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में इस आदत से छुटकारा पाने के लिए ये टिप्स फॉलो करें
क्या आपका मूड भी पल-पल में बदलता रहता है? अगर हां, तो आप पोषक तत्वों से भरपूर कुछ चीजों को कंज्यूम कर अपने मूड को सुधार सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे...
क्या आप भी छोटी-छोटी बातों का बहुत ज्यादा स्ट्रेस लेने लगते हैं? अगर हां, तो आपको अपने दिमाग को डिटॉक्स करने के लिए कुछ तरीकों को जरूर आजमाकर देखना चाहिए।
Symptoms Of Depression In Women: डिप्रेशन पुरुषों और महिलाओं दोनों को समान रूप से प्रभावित करती है। लेकिन महिलाओं में इसके लक्षण अधिक तीव्र और जटिल रूप में सामने आ सकते हैं।
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