दर्शकों की अनुपस्थिति और टोक्यो में कोरोना वायरस से जुड़े कड़े प्रतिबंधों को देखते हुए जोकोविच जापान की यात्रा करने को लेकर उहापोह की स्थिति में हैं।
भारत से तोक्यो जा रहे खिलाड़ियों को अतिरिक्त पाबंदियां झेलनी होंगी और तीन दिन के कड़े पृथकवास में रहना होगा जिसके बाद उनकी रोज कोविड-19 जांच की जायेगी।
ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले भारत के एकमात्र पुरुष एकल खिलाड़ी बी साई प्रणीत को भरोसा है कि भारतीय खिलाड़ी टोक्यो ओलंपिक में पदक की हैट्रिक बनाने में सफल रहेंगे।
टोक्यो में 100 देशों के 356 निशानेबाज पदक के लिए चुनौती पेश करेंगे। सबसे अधिक प्रतिभागी महिला 10 मीटर एयर राइफल और 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में नजर आएंगे।
रविवार को जारी किये गये खेलों के खेल-विशिष्ट नियमों (एसएसआर) में यह चीज स्पष्ट की गयी है।
टोक्यो में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए लागू किये गये आपातकाल के कारण यहां के स्टेडियमों में दर्शक मौजूद नहीं रहेंगे।
किर्गियोस ने कहा कि ओलंपिक में खेलना उनका सपना था।
भारत इस बार 15 सदस्यीय शूटिंग दल टोक्यो ओलंपिक में भेजा रहा है और ये निशानेबाज राइफल शूटर अभिनव बिंद्रा और पिस्टल निशानेबाज विजय कुमार से प्रेरणा लेकर ओलंपिक में सटीक निशाना लगाने के लिए तैयार हैं।
भारत के 120 से अधिक खिलाड़ियों ने टोक्यो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया है। अभी तक खिलाड़ियों की संख्या की आधिकारिक घोषणा भारतीय ओलंपिक संघ ने नहीं की है।
उन्होंने कहा कि अपने स्वास्थ्य और टोक्यो ओलंपिक में दर्शकों का प्रवेश निषेध होने के कारण उन्होंने यह फैसला लिया।
राज्य के एथलीटों के साथ वर्चुअल बातचीत के दौरान, पटनायक ने कहा कि राज्य सरकार स्वर्ण जीतने वालों को 6 करोड़ रुपये, रजत के लिए 4 करोड़ रुपये और कांस्य के लिए 2.5 करोड़ रुपये प्रदान करेगी।
दर्शकों पर प्रतिबंध की घोषणा आईओसी और जापानी आयोजकों द्वारा की गयी जिससे अब खेल टीवी तक ही सीमित रहेंगे।
ओलंपिक के दौरान कोरोना संक्रमण दर बढने की आशंका से जापान खेलों के समापन तक कोरोना आपातकाल की घोषणा कर सकता है।
सिंधु टोक्यो में भारत के लिए पदक जीतने की दावेदारों में से एक हैं।
प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा ने कोरोना वायरस उपायों को लेकर अपने प्रमुख मंत्रियों के साथ बैठक भी की।
महामारी के कारण पिछले साल स्थगित किए गए तोक्यो ओलंपिक का आयोजन 23 जुलाई से आठ अगस्त तक किया जाएगा।
कम से कम 12 एथलीटों और 4 गुणा 400 मीटर मिश्रित रिले टीम ने स्वचालित बर्थ सुरक्षित करने के लिए विश्व एथलेटिक्स द्वारा निर्धारित प्रवेश मानकों को हासिल किया है।
तोक्यो ओलंपिक में 125 किलोवर्ग में क्वालीफाई कर चुके सुमित ने स्वीकार किया कि वह शरीर में प्रतिबंधित पदार्थ पाये जाने के लिये जिम्मेदार हैं लेकिन उनका उद्देश्य बेईमानी नहीं था।
भारतीय हॉकी टीम के पूर्व सेंटर फॉरवर्ड और मौजूदा सहायक कोच शिवेंद्र सिंह का मानना है कि यह टीम दुनिया की सबसे फिट टीमों में से एक है और टोक्यो ओलंपिक में पदक की प्रबल दावेदार होगी।
टोक्यो ओलंपिक में भी भारत के चार तीरंदाज अपनी चुनौती पेश करेंगे जिनमें पेरिस में विश्व कप में तीन स्वर्ण पदक जीतने वाली दीपिका कुमारी भी शामिल हैं जो अभी तक इन खेलों में अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रही है।
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