नॉर्थ-ईस्ट में बीजेपी इस समय सबसे बड़ी ताकत बनकर उभरी है।
पीएम मोदी की सोच की वजह से त्रिपुरा की जनता ने भाजपा को वोट दिया है। यूपी के सीएम योगी ने त्रिपुरा में मिली जीत को ऐतिहासिक करार दिया। बता दें कि योगी ने पूर्वेोत्तर में सात रैलियां की थी इनमें से भाजपा पांच सीट जीतने में कायमयाब रही है।
ताजा रुझानों के मुताबिक त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में कहीं भी कांग्रेस की सरकार बनती नहीं दिख रही है, त्रिपुरा में तो कांग्रेस अपना खाता खोतली भी नहीं दिखाई दे रही
2013 में भाजपा 50 सीटों पर लड़ी थी लेकिन एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। 49 सीटों पर तो पार्टी की ज़मानत तक जब्त हो गई थी लेकिन 2018 के चुनाव में भाजपा बड़ा उलटफेर करने में कामयाब होती दिख रही है।
यह भारत के 65 साल के चुनावी इतिहास में पहली बार हो रहा है कि माकपानीत वाम दलों और भाजपा की सीधी टक्कर राज्य स्तर पर हो रही है। राज्य में माकपा ने 56 सीट पर प्रत्याशी उतारे हैं।
बता दें कि त्रिपुरा में जहाँ पिछली सरकार में कांग्रेस को 10 सीटों पर जीत मिली थी लेकिन इस बार अपना खाता भी नहीं खोल पाई। विधानसभा की 60 में से 59 सीटों पर हुए मतदान में 92 फीसदी से अधिक मतदाताओं ने वोट डालकर देश के चुनावी इतिहास में एक रिकॉर्ड बनाया।
त्रिपुरा में भगवा रंग लाल सलाम पर भारी पड़ा और भाजपा ने राज्य में 25 साल के वाम शासन को उखाड़कर अकेले दम बहुमत हासिल किया। नगालैंड में भाजपा को सरकार में शामिल होने का न्यौता मिला। हालांकि मेघालय में किसी दल को बहुमत नहीं मिला और वहां चुनाव परिणाम त्
पूर्वोत्तर के 3 राज्यों त्रिपुरा, मेगालय और नागालैंड में हुए विधानसभा चुनाव के 857 सीटों परआज फैसला आएगा। आज ही इन तीनों राज्यों में चुनाव के परिणाम घोषित किए जाएंगे।
त्रिपुरा के मत्स्य एवं सहकारिता मंत्री खगेंद्र जमतिया का आज नयी दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 64 साल के थे।
भारतीय जनता पार्टी इस पूर्वोत्तर राज्य में वाम शासन का 25 साल पुराना गढ़ ढाहने की जी-तोड़ कोशिश में जुटी है...
त्रिपुरा में1 बजे तक 45.86 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। मतदान आज सुबह सात बजे प्रारंभ हुआ। अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी तापस रॉय ने इसकी जानकारी दी।
त्रिपुरा की 59 सीटों के लिए आज मतदान किया जाएगा। वाम दल पिछले 25 सालों से राज्य में सत्ता पर काबिज है। चरीलम विधानसभा सीट से माकपा के उम्मीदवार रामेंद्र नारायण देब बर्मा की पांच दिन पहले हुई मौत के कारण इस सीट पर चुनाव 12 मार्च को होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज आरोप लगाया कि त्रिपुरा में कम्युनिस्टों के शासन में विकास ठीक उसी तरह से रुक गया है, जैसे लाल बत्ती पर यातायात रुक जाता है।
सन् 1972 से अब तक हुए नौ विधानसभा चुनावों में से केवल दो बार ही माकपा यहां जीत हासिल करने में कामयाब हुई है, जबकि कांग्रेस ने यहां सात बार जीत हासिल की है। अकेले पांच बार कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष बिराजीत सिन्हा का दबदबा रहा है।
चंद्रिका ने कहा कि भाजपा ने अपने चुनावी घोषणापत्र से सभी वर्गो के मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की है, लेकिन इससे उतना फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि प्रदेश सरकार ने भी कई काम किए हैं और उनके भी अपने वादे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अरूणाचल प्रदेश और त्रिपुरा के दौरे पर होंगे। अधिकारियों ने बताया कि अरूणाचल प्रदेश में वह दोर्जी खांडू राज्य सभागार के उद्घाटन सहित तीन कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
12वीं तक पढ़े माणिक डे ने 1988 में मजलिशपुर सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन वह कांग्रेस के दीपक नाग से मात्र 306 वोटों से चुनाव हार गए थे, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने क्षेत्र की जनता के लिए काम किया और 1998 में चुनाव जीतकर इस सीट का माकपा के लाल रंग में र
वर्ष 1988 में त्रिपुरा विश्वविद्यालय के एमबीबी कॉलेज से बीए में स्नातक राज्य माकपा इकाई के कद्दावर नेताओं में शुमार और अपनी साफ सुथरी छवि के लिए जाने जाने वाले प्रणव देववर्मा ने लगातार छठी बार विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया है।
भाजपा प्रवक्ता मृणाल कांति देब ने शनिवार को आरोप लगाया था कि देव रामनगर में अपने आवास से लापता हैं....
नगालैंड में 27 फरवरी को होने वाला विधानसभा चुनाव पूर्ण रूप से स्वतंत्र और निष्पक्ष सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश में केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल की 281 कंपनियां तैनात की जाएंगी।
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