Maharashtra: ऐसी खबर है कि एकनाथ शिंदे अब अलग गुट स्थापित कर शिवसेना के चुनाव चिन्ह और पार्टी पर दावा ठोक सकतें है। इस आशंका के मद्देनजर शिवसेना सावधान हो गई है
Mumbai metro carshed Controversy: महाराष्ट्र की शिंदे सरकार ने मेट्रो कारशेड को वापस आरे कॉलोनी शिफ्ट करने का आदेश दिया है। बता दें कि 2016 में तत्कालिन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कारशेड को आरे में बनाए जाने को लेकर फैसला किया था लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद उद्धव सरकार ने इस कारशेड को कांजुर में बनाने को लेकर फैसला किया। इसी बाबत अब फिर से इस फैसले को पलट कर कारशेड का निर्माण आरे कॉलोनी में करवाया जा रहा है।
शिंदे ने पांच साल तक फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में काम किया, लेकिन अब यह उल्टा हो गया है।
महाराष्ट्र में लंबे राजनीतिक गतिरोध के बाद उद्धव ठाकरे को सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद शिवसेना के ही एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। एकनाथ शिंदे ने करीब 40 शिवसेना विधायकों के साथ उद्धव ठाकरे के खिलाफ विद्रोह कर दिया था।
शरद पवार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि एकनाथ शिंदे की तैयारी पहले से हो रही थी, यह रातों रात नहीं होता।
कभी कट्टर हिंदुत्व की राजनीति करने वाली शिवसेना की जूनियर पार्टनर रही बीजेपी अब व्यवहारिक रूप से इसे कंट्रोल कर रही है।
महाराष्ट्र में शिवसेना में बगावत से न केवल 31 महीने पुरानी महा विकास आघाड़ी (MVA) सरकार गिर गई और उद्धव ठाकरे को सत्ता छोड़नी पड़ गई, बल्कि शिवसेना पर उनके प्रभाव और उनके नेतृत्व वाले राजनीतिक दल के अस्तित्व को लेकर भी सवाल खड़े हो गए हैं।
सुप्रीम कोर्ट में अपनी हार के कुछ ही मिनट बाद उद्धव ठाकरे ने रात को सोशल मीडिया के जरिए अपने इस्तीफे का ऐलान कर दिया।
शिवसेना पर आरोप लग रहे हैं कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और कांग्रेस से गठबंधन करके उसने अपनी कट्टर हिंदुत्व की विचारधारा को छोड़ दिया था। ठाकरे ने बुधवार रात को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
कंगना रनौत ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए वीडियो शेयर किया है।
Aaj Ki Baat Super Exclusive: इस वक्त महाराष्ट्र की सियासत को लेकर जबरजस्त हलचल है. Supreme Court में फ्लोर टेस्ट को रोकने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई पूरी हो चुकी है. उद्धव ठाकरे ने फ्लोर टेस्ट से पहले हार मान ली है. उद्धव जानते हैं कि नंबर्स उनके पास नहीं हैं. विदाई के संकेत उन्होने कैबिनेट की मीटिंग में ही दे दी थी.
शिवसेना सांसद राउत पिछले कुछ दिनों से बागी विधायकों के खिलाफ काफी मुखर नजर आ रहे थे।
गुरुवार को विधानसभा में होने वाले फ्लोर टेस्ट को रोकने की तमाम कोशिशें नाकाम होने के बाद विश्वास मत पर मतदान होने से एक दिन पहले बुधवार को ही उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे का ऐलान कर दिया। भाजपा ने उद्धव ठाकरे के इस्तीफे को महाराष्ट्र की जनभावना और लोकतंत्र की जीत बताते हुए कहा है कि उद्धव ठाकरे को काफी पहले ही इस्तीफा दे देना चाहिए।
Maharashtra Crisis: उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत करने वाले शिवसेना के विधायक और निर्दलीय MLA आज गोवा पहुंचे।
Uddhav Thackeray Resignation: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे का कार्यकाल कुल मिलाकर 2 साल 7 महीने का रहा।
कोश्यारी ने पत्र में कहा था कि महाराष्ट्र विधानसभा का एक विशेष सत्र 30 जून को पूर्वाह्न 11 बजे बुलाया जाएगा, जिसमें मुख्यमंत्री के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान एकमात्र एजेंडा होगा।
शिवसेना के बागी विधायकों की मांग है कि उद्धव NCP और कांग्रेस से गठबंधन तोड़ कर बीजेपी से समझौता करें और नई सरकार का गठन करें।
शहरों का नाम बदलने के पीछे उद्धव ठाकरे का ये कदम हिंदुत्व चेहरे को बचाने के रूप में देखा जा रहा है। कहा जा रहा है कि अगर सुप्रीम कोर्ट से फ्लोर टेस्ट को लेकर राहत नहीं मिलती है तो उद्धव ठाकरे छवि बचाने के लिए हिंदुत्व के नाम पर इस्तीफा दे सकते हैं।
सुप्रीम कोर्ट में महाराष्ट्र के सबसे बड़े सियासी संकट पर सुनवाई शुरू होने वाली है. मुंबई में उद्धव ठाकरे कैबिनेट मीटिंग शुरू करने वाले हैं. और कल शाम 5 बजे ही उद्धव सरकार का फ्लोर टेस्ट होना है लेकिन क्या कल फ्लोर टेस्ट होगा सुप्रीम कोर्ट आज फैसला करेगा.
Maharashtra Crisis: राज्यपाल ने फ्लोर टेस्ट कराने के लिए 3 आधार दिए हैं। उन्होंने कहा कि 7 निर्दलीय विधायकों ने मुझे पत्र लिखकर कहा है कि सीएम बहुमत खो चुके हैं, इसलिए फ्लोर टेस्ट जरुरी है। इसके अलावा जो 2 आधार दिए हैं, वह कॉपी के अंदर बताए गए हैं।
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