अमेरिका ने नेशनल गार्ड पर हमले के बाद अफगान पासपोर्ट पर यात्रा करने वालों के वीजा पर रोक लगा दिया है। साथ ही शरण देने वाले आवेदनों को भी बैन कर दिया है।
सऊदी अरब ने पाकिस्तानियों की हरकत से परेशान होकर सख्त एक्शन लिया है। यूएई ने पाकिस्तानियों को वीजा देना बंद कर दिया है। आरोप है कि पाकिस्तानी यूएई में भीख मांगते हैं और अपराध करते हैं।
यह सुधार चीन के साथ दीर्घकालिक तनाव के बाद भारत-चीन संबंधों में एक नए अध्याय का संकेत देता है, जो दोनों देशों के लोगों के बीच आवागमन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देगा।
प्रवासियों की वापसी के मामले में सहयोग नहीं करने वाले देशों पर ब्रिटेन के सख्त तेवर देखने को मिले हैं। ब्रिटेन ने प्रवासियों को वापस लेने से इनकार करने वाले देशों पर वीजा प्रतिबंध का ऐलान किया है।
अमेरिका की वीजा पॉलिसी में हाल ही में बड़ा बदलाव किया गया है, जिससे विदेशियों के लिए अमेरिकी सपनों तक पहुंचना मुश्किल हो सकता है। नई गाइडलाइन के तहत, अगर कोई आवेदक मोटापे, डायबिटीज, दिल की बीमारी या किसी अन्य गंभीर बीमारी से पीड़ित है, तो उसका वीजा रिजेक्ट किया जा सकता है।
इटली की सरकार ने साल 2017 में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को बढ़ावा देने के लिए गोल्डन वीजा यानी इंवेस्टर वीजा की शुरुआत की थी।
हेनली पासपोर्ट इंडेक्स में अमेरिकी पासपोर्ट पहली बार टॉप 10 से बाहर हो गया है, और अब 12वें स्थान पर है। सिंगापुर इस लिस्ट में पहले स्थान पर है। अमेरिका की वीजा नीतियों और वैश्विक कूटनीतिक बदलावों ने इसकी रैंकिंग को प्रभावित किया है।
टीसीएस, इंफोसिस और विप्रो जैसी भारतीय आईटी दिग्गज कंपनियां एच-1बी वीजा पर बहुत ज्यादा निर्भर हैं। नए नियमों के तहत वीजा आवंटन अब स्किल्ड स्तर और सैलरी के आधार पर होगा।
अमेरिका में पढ़ने का सपना टूटने के बाद कुछ अंतरराष्ट्रीय छात्र अब यूरोप की ओर देख रहे हैं, लेकिन बहुत से छात्र अभी भी ट्रैवल पर से बैन हटने की आस लगाए बैठे हैं।
देश में ठगी के कई मामले सामने आते हैं, लेकिन इस ठग ने हाई प्रोफाइल लोगों को निशाना बनाया और पैसों के साथ उनके पासपोर्ट भी हड़प लिए। अब वह गायब हो चुका है और पीड़ित थाने के चक्कर लगा रहे हैं।
अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने ऐसे सेंट्रल अमेरिकी नागरिकों के वीजा को बैन करने का ऐलान किया है, जो चीनी हैं। रूबियो को शक है कि वह सभी अमेरिका विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं।
अमेरिकी सरकार की नई पॉलिसी के चलते H-1B वीजा धारकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इसी क्रम में कुछ ऐसा हुआ है जिसकी चर्चा पूरे अमेरिका में हो रही है। चलिए जानते हैं कि पूरा मामला क्या है।
अमेरिका में वीजा को लेकर ट्रंप प्रशासन लगातार कदम उठा रहा है। ट्रंप प्रशासन ने इसी कड़ी में एक प्रस्ताव जारी किया है। नए नियम के तहत स्टूडेंट, एक्सचेंज विजिटर्स और विदेशी मीडिया कर्मियों के लिए वीजा की समय सीमा तय होगी।
अर्जेंटीना ने अमेरिका वीजा धारक भारतीय लोगों के लिए अपने देश में एंट्री फ्री कर दिया है। यानि जिन भारतीयों के पास अमेरिकी वीजा है, वह उसी से अर्जेंटीना की यात्रा भी कर सकते हैं।
ट्रंप प्रशासन विशेष रूप से विदेशी छात्रों के वीजा की समीक्षा पर जोर दे रही है। स्टेट डिपार्टमेंट के मुताबिक, जनवरी से अब तक 6,000 वीजा रद्द किए गए हैं।
अमेरिकी नागरिकता एवं आव्रजन सेवा ने नियमों में बदलाव की घोषणा कर दी है। आव्रजन नीति में बड़े बदलाव की वजह से हजारों बच्चों ग्रीन कार्ड की संभावनाएं खतरे में पड़ सकती हैं। इसका सबसे अधिक असर भारतीयों पर पड़ेगा।
USCIS ने चाइल्ड स्टेटस प्रोटेक्शन एक्ट के तहत आयु गणना से जुड़ी अपनी पॉलिसी को अपडेट किया है। इसके अलावा, विदेश विभाग ने H-1B वीजा और अन्य नॉन-इमिग्रेंट वीजा नियमों में भी बड़े बदलाव किए हैं।
अमेरिका का ग्रीन कार्ड प्रवासियों को यहां स्थायी रूप से काम करने और रहने की अनुमति देता है। इस बीच यूएस कस्टम एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन (CBP) ने ग्रीन कार्ड होल्डर्स के लिए नई वॉर्निंग जारी की है। इसमें कहा गया है कि ग्रीन कार्ड होल्डर्स को हमेशा एक आईडी लेकर बाहर निकलना होगा।
अमेरिका में वीजा दिलवाने के लिए भारतीय मूल के एक व्यवसायी पर फर्जी आपराधिक रिपोर्ट तैयार कराने का आरोप है। भारतीय शख्स लोगों को वीजा दिलवाने के लिए पुलिस थाने में फर्जी रिपोर्ट लिखवाता था।
कर्नाटक के गोकर्ण में एक गुफा में बेटियों के साथ मिली रूसी महिला के बारे में बड़ा खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, महिला ने बताया है कि उसने गोवा की गुफा में एक बच्चे को जन्म दिया था।
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