आर्मीनिया और अजरबैजान युद्ध में हजारों परिवारों की जिंदगी नर्क बन चुकी है। वह सभी भुखमरी और बेरोजगारी और बीमारी से त्रस्त हैं। खासकर विवादित नागोर्नो-काराबाख के लोगों को नारकीय जिंदगी जीने को मजबूर होना पड़ा है। ऐसे में इस क्षेत्र के लोगों को रेड क्रॉस सोसायटी ने बड़ी मानवीय मदद मुहैया कराई है।
आर्मेनिया और अजरबैजान फिर से युद्ध के मुहाने पर खड़े हैं। अभी एक वर्ष पहले दोनों देशों के बीच हुए संघर्ष में 300 सैनिकों की दोनों ओर से मौत हुई थी। अब ताजा संघर्ष में दोनों देशों ने अपने-अपने सैनिकों के हताहत होने की जानकारी दी है। इससे यह संघर्ष और अधिक बढ़ने की आशंका है।
चीन के खतरनाक इरादों को भांप कर अब अमेरिका भी युद्ध की तैयारी में जुट गया है। अमेरिका को लगता है कि चीन उसके खिलाफ हमले की तैयारी कर रहा है। इसलिए अब अमेरिका ने भी चीन के खिलाफ युद्ध की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए अमेरिका हजारों रोबोट लड़ाके तैयार करवा रहा है। इससे चीनी सेना का सर्वनाश हो जाएगा।
रूस के साथ चीन मिलकर जापान, आस्ट्रेलिया के इलाकों में गश्त कर रहा है। बड़ी बात यह है कि इस इलाके में चीन का साथ देने के लिए रूस भी सक्रिय है। रूस का प्रशांत महासागर में जंगी जहाज भेजना अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के लिए चिंता बढ़ाता है।
नाइजर के जुंटा ने फ्रांसीसी राजदूत को अगले 24 घंटे में देश छोड़ने का अल्टीमेटम दिया है। इससे फ्रांस में अफरातफरी मच गई है। जुंटा तख्तापलट के बाद से ही बेहद आक्रामक मूड में है और वह अफ्रीकी देशों से लेकर अपने पूर्व सहयोगी रहे फ्रांस तक में से किसी के आदेश को नहीं मान रहा। इससे नाइजर के हालात बेहद नाजुक हो गए हैं।
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की रूस से युद्ध के बीच स्वीडन पहुंच गए हैं। वहां वह युद्ध के लिए समर्थन जुटाने पहुंचे हैं। यूक्रेन को रूस से मुकाबले के लिए अभी भी भारी संख्या में हथियारों और फाइटर प्लेन की जरूरत है।
भारत में अभी तक जितने भी युद्ध लड़े गए। उन सबका अपना-अपना महत्व और कारण था। लेकिन भारत के इतिहास में एक बार ऐसा भी हो चुका है जब दो रियासतों ने सिर्फ एक तरबूज के लिए युद्ध कर लिया।
आर्मेनिया और अजरबैजान में लंबे अर्से से युद्ध चला आ रहा है। विवाद की मुख्य वजह नागोर्नो काराबाख है। दोनों ही देश इस पर अपना दावा करते हैं। इसी को लेकर संघर्ष चल रहा है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज कोलकाता पहुंचीं, जहां वह NAVY के युद्धपोत का जलावतरण करेंगी। इसके अलावा राष्ट्रपति मुर्मू यहां राजभवन में ब्रह्म कुमारी द्वारा आयोजित ‘नशा मुक्त भारत अभियान’ के तहत ‘मेरा बंगाल, व्यसन मुक्त बंगाल’ अभियान शुरू करेंगी।
सूडान की सेना और अर्धसैनिक बल फिर से आमने-सामने हैं। सूडान के शीर्ष सैन्य जनरल ने अर्धसैनिक बलों पर युद्ध अपराध करने का आरोप लगाया है। इससे दोनों सुरक्षा बलों के बीच गहरे मतभेद पैदा हो गए हैं। ऐसी स्थिति में सूडान में गृह युद्ध छिड़ने की आशंका जाहिर की जा रही है।
नाइजर और अफ्रीकी देशों में तनाव युद्ध की दहलीज तक पहुंच चुका है। नाइजर सरकार का तख्तापलट करने वाली सेना अब आरपार के मूड में हैं। नाइजर ने दक्षिण अफ्रीकी देशों से साफ कह दिया है कि उसके देश में यदि किसी भी देश ने अपने सैनिक भेजे तो उन सभी को मार दिया जाएगा। साथ ही नजरबंद राष्ट्रपति को भी।
नाइजर के जनरल अब्दौराहमाने त्चियानी ने देश की सरकार का तख्तापलट करने के बाद आक्रामक रुख अपना लिया है। इधर अफ्रीकी देशों की उस चेतावनी को भी जुंटा मिलिट्री ने मानने से इनकार कर दिया, जिसमें अपदस्थ राष्ट्रपति राष्ट्रपति मोहम्मद बजौम को बहाल करने के लिए कहा गया था।
चीन अपनी चालबाज हरकतों से बाज नहीं आ रहा। इस बार चीन का जासूसी युद्धपोत भारती रक्षा संस्थानों की जासूसी करने के इरादे से श्रीलंका के कोलंबो एयरपोर्ट पहुंचा है। भारत की चिंताओं के बावजूद श्रीलंका ने चीन के जहाज को अनुमति दी। जाहिर है कि श्रीलंका चीन के कर्जे तले दब चुका है।
दक्षिण चीन सागर में अपनी दादागिरी के लिए जाना जाने वाला चीन समुद्र में फिलीपींस से भिड़ गया है। दरअसल चीनी तटरक्षकों ने फिलीपींस के कब्जे वाले इलाके में जा रही उसकी नौका और सैनिकों को रोक दिया। चीनी तटरक्षकों ने उन पर वाटर कैनन से बौछार कर दिया। फिलीपींस और अमेरिका ने इसका कड़ा विरोध किया है।
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन आखिर क्या करने वाले हैं, क्या वह किसी देश पर हमला करने जा रहे हैं...अगर नहीं तो फिर उन्होंने अपने सैनिकों को युद्ध में तैयार रहने को क्यों कहा। सैनिकों को युद्ध की तैयारी का निर्देश क्यों दिया। किम जोंग ने अचानक बैलिस्टिक मिसाइल फैक्ट्री और परमाणु बम के जखीरों का निरीक्षण क्यों किया।
फिलिस्तीनी में राष्ट्रपति के फतेह ग्रुप और इस्लामिक धड़े में 3 दिनों से भीषण संघर्ष चल रहा है। इसमें अब तक 6 लोगों की मौत हो गई है। हालांकि अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक मरने वालों की संख्या इससे भी अधिकि है।
चीन पहले वह केवल दक्षिण चीन सागर में अपनी दादागिरी करता था, लेकिन अब समूचे हिंद प्रशांत क्षेत्र में उसके जहाज जासूसी करते दिखाई दे जाते हैं। ऐसे में यह बड़ा जंगी अभ्यास उसकी अकड़ निकाल देगा।
चीन इस दौरान अमेरिका से युद्ध की गुप्त तैयारी कर रहा है। यह काम वह पिछले दो दशक से कर रहा है। मगर अमेरिका सेना को यह बताने के लिए जगाने वाली संस्कृति विकसित हो रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 में रिपबल्किन उम्मीदवार निकी हेली ने यह दावा किया। साथ ही कहा कि हमें अपनी सेना का आधुनिकीकरण करना होगा। क्षमता बढ़ाना है।
करीब 70 वर्ष पूर्व भारतीय सैनिकों की मेडिकल टीम ने युद्ध में घायल हुए कोरियाई नागरिकों की जान बचाकर मानवता की बड़ी मिसाल कायम की थी। कोरियाई अब इस त्रासदी की 70वीं वर्षगांठ पर भारतीय सैनिकों की बहादुरी और मदद को प्रदर्शनी के जरिये याद कर रहे हैं। साथ ही भारत से दोस्ती बनी रहने की दुआएं कर रहे हैं।
रूस और चीन की दोस्ती से दुनिया परेशान है। हाल ही में ताइवान की समुद्री सीमा में जब रूसी जंगी जहाज दिखे, तो ताइवान सकते में आ गया। हिंद प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती दादागिरी और अब रूस के जंगी जहाज के दिखाई देने से ताइवान सहित दक्षिण चीन सागर के देशों की नींद उड़ गई है।
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