रियाद: सऊदी अरब में रह रहे एक मुस्लिम युवक के लिए मोदी सरकार फिर संकटमोचक बनकर उभरी है। भारतीय दूतावास के अथक प्रयासों के बाद संकट में फंसे भारतीय युवक शावेज हामिद को स्वदेश आने की अनुमति मिल गई है। उस पर सऊदी अरब में लाखों-करोड़ों रुपये का बकाया होने के चलते रियाद छोड़ने की अनुमति नहीं थी। मगर भारत सरकार के प्रयास से युवक का काफी बकाया माफ हो गया। इतना ही नहीं, दूतावास ने उसके सरकारी बकाए के भुगतान में भी मदद की। इसके बाद उसे स्वदेश वापसी की अनुमति मिल गई।
कौन था युवक
युवक का नाम शावेज हामिद है, जिस पर सऊदी अरब में लाखों का बकाया था। वह इसी बीच एक दुर्घटना के बाद चार महीने तक अस्पताल में भर्ती रहा। ठीक होने के बाद बकाया होने के चलते उसे वापसी की अनुमति नहीं थी। मगर भारतीय दूतावास के हस्तक्षेप के बाद युवक को सऊदी अरब से एग्ज़िट क्लियरेंस (प्रवासन निकासी अनुमति) दिलाई गई।
भारतीय दूतावास ने बताया किस्सा
रियाद स्थित भारतीय दूतावास ने शनिवार को एक आधिकारिक बयान में कहा, “दुर्घटना के बाद चार महीने तक अस्पताल में भर्ती रहे शावेज हामिद आज भारत लौट रहे हैं।” हामिद को भारी वित्तीय देनदारियों के चलते सऊदी अरब से बाहर जाने पर रोक (एग्ज़िट बैन) का सामना करना पड़ रहा था। दूतावास ने बताया कि उसने हस्तक्षेप कर उनके अधिकतर बकायों को माफ करवाया और सरकारी जुर्माने का भुगतान भी कराया। ताकि उनकी वापसी सुनिश्चित की जा सके।
अस्पताल में भी रखा युवक का ख्याल
भारतीय दूतावास ने अपने बयान में कहा, “हम यह बताते हुए प्रसन्नता महसूस कर रहे हैं कि श्री शावेज हामिद, जो एक दुर्घटना के बाद चार महीने से सऊदी अरब में अस्पताल में भर्ती थे, आज अपने परिवार से मिलने भारत लौट रहे हैं।” यह मामला उन कई उदाहरणों में से एक है, जहां भारतीय दूतावास ने विदेशों में फंसे भारतीय नागरिकों की मदद के लिए हस्तक्षेप किया है, खासकर तब जब कानूनी, आर्थिक या स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के चलते उनकी स्थिति जटिल हो जाती है। दूतावास ने यह भी बताया कि उन्होंने हामिद के अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान स्वास्थ्य अधिकारियों से निरंतर समन्वय बनाए रखा ताकि उन्हें उचित इलाज और देखभाल मिल सके। (PTI)