अगर आप अभी भी पुरानी टैक्स व्यवस्था में ही हैं तो इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत आप 1.5 लाख तक निवेश कर टैक्स छूट ले सकते हैं।
इसका मतलब ये हुआ कि 75 साल और इससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को पेंशन से होने वाली आय के लिए आयकर रिटर्न दाखिल करने की अब जरूरत नहीं है।
टैक्स दरों की वजह से निवेश योजनाओं के रिटर्न पर काफी असर
निवेशकों के लिए कई मोबाइल एप मौजूद हैं जो निवेश और सलाह जैसी कई सेवाएं दे रहे हैं
क्रेडिट कार्ड या पर्सनल लोन से बेहतर है ओवरड्रॉफ्ट सुविधा
2019-20 के टैक्स छूट के लिए निवेश की अंतिम समय सीमा बढ़कर 31 जुलाई 2020 हुई
बाजार में उतार चढ़ाव के बीच म्यूचुअल फंड में निवेश ज्यादा बेहतर विकल्प
कोरोना संकट की वजह से आर्थिक संकट के बाद एफडी पर रिटर्न घटा
कोरोना संकट के बीच नकदी समस्या को देखते हुए बैंक ऑफर कर रहें हैं EMI का विकल्प
गलत जानकारी भरने पर या जानकारी न देने पर पड़ सकता ही पेनल्टी
स्कीम की मदद से ऊंचे और सुरक्षित रिटर्न के साथ टैक्स छूट भी
कोरोना संकट को देखते हुए एजुकेशन लोन EMI में राहत का ऐलान किया गया है
इंश्योरेंस कवर के लिए कर्मचारी को नहीं देनी होती है अलग से कोई भी राशि
बेटियों के भविष्य को सुरक्षित बनाने में बेहद मददगार है सुकन्या समृद्धि
कुछ कार कंपनियां शुरुआती कुछ EMI एक हजार रुपये प्रति लाख से कम पर ऑफर कर रही हैं
कोरोना संकट और लॉकडाउन की वजह से नौकरी जाने की संभावनाएं काफी बढ़ीं
कई लोगों को यह गलतफहमी भी है कि यदि कर्ज लेने वाले व्यक्ति की अचानक मृत्यु हो जाती है तो उसका कर्ज भी माफ हो जाता है।
शहरों से लोग गांव लौट रहे हैं और अपने लिए कुछ काम-धंधा भी तलाश रहे हैं। आज हम आपकों यहां कुछ ऐसे कारोबार के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें कम पूंजी निवेश के साथ शुरू कर अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है।
अगर आपको भी कैश की कमी हो रही है तो आप अपने म्यूचुअल फंड को बंद न करके उसमें निवेश किए कुछ पैसे रिडीम कर सकते हैं।
वित्त मंत्री ने अपने राहत पैकेज में स्पष्ट किया है कि टीडीएस व टीसीएस की दर में 25 प्रतिशत की छूट केवल गैर-वेतन वाले भुगतान के लिए है।
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