एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने मंगलवार को कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के कारण चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि के अनुमान को घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया।
एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने बुधवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था 11 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी
एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने मंगलवार को पाकिस्तान को 30 करोड़ डॉलर कर्ज मंजूर किये जाने की घोषणा की। यह कर्ज देश के पश्चिमोत्तर भाग में 300 मेगावाट क्षमता की जलविद्युत परियोजना के वित्त पोषण के लिये दिया जा रहा है।
एडीबी ने कहा कि महामारी के कारण एशिया में विकासशील देशों की आर्थिक वृद्धि पर प्रतिकूल असर पड़ा है और 2020 में इसके 0.4 प्रतिशत घटने का अनुमान है।
रिपोर्ट में कहा गया कि भारत में आर्थिक भरपाई उम्मीद से बेहतर है और इस कारण दक्षिण एशिया में गिरावट के अनुमान को 6.8 प्रतिशत से संशोधित कर 6.1 प्रतिशत कर दिया गया है।
COVID-19 vaccines को सुरक्षित, दक्ष, समानता वाले तरीके से उपलब्ध कराना इस महामारी के खिलाफ लड़ाई में अगला मोर्चा है।
वैश्विक स्तर पर विकास की जरूरत और गरीबी के समाधान के दृष्टिकोण से एडीबी को कर्ज की मात्रा और आकार बढ़ानेे की हैैजरूरत।
अपने एशियन डेवलपमेंट आउटलुक 2020 अपडेट मे एडीबी ने अनुमान जताया है कि वित्त वर्ष 2021-22 में भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत वृद्धि हासिल करेगी।
भारत द्वारा चीन में निवेश पर उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 में अभी तक 2.75 करोड़ डॉलर का निवेश किया गया है।
इस अनुदान राशि का इस्तेमाल कोविड-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई को और मजबूती देने के लिए थर्मल स्कैनर और अन्य आवश्यक उपभोक्ता वस्तुओं की खरीद में किया जाएगा।
2021-22 में भारतीय अर्थव्यवस्था के 5 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ने का अनुमान
अन्य रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ने भी भारत की आर्थिक वृद्धि के अनुमान को स्थिर परिदृश्य के साथ घटाकर बीबीबी नकारात्मक कर दिया है।
पाकिस्तान सिर्फ इस साल ही कर्ज चुकाने पर 2,800 अरब रुपए खर्च करेगा जो संघीय राजस्व बोर्ड के अनुमानित कर संग्रह का 72 प्रतिशत है।
एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के अध्यक्ष मासत्सुगु असकावा ने शुक्रवार को कोरोना वायरस महामारी से लड़ने में भारत की मदद के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को 2.2 अरब अमरीकी डालर (लगभग 16,500 करोड़ रुपये) की मदद का भरोसा दिया।
बहुपक्षीय संस्था एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने शुक्रवार को अनुमान जताया है कि वित्त वर्ष 2021 में भारत की आर्थिक विकास दर घटकर चार फीसदी रह सकती है।
असावाका ने कहा कि एडीबी हमेशा तैयार है और जरूरत पड़ने पर वह और अधिक वित्तीय सहायता और पॉलिसी सलाह उपलब्ध कराएगा।
रोजगार वृद्धि में मंदी और कमजोर फसल उत्पादन की वजह से ग्रामीण अर्थव्यवस्था में धीमेपन की वजह से उपभोग प्रभावित हुआ है।
मौजूदा सरकार ने विदेशी मुद्रा भंडार को मजबूत बनाने और पुराने कर्ज को चुकाने के लिए चीन, यूएई जैसे मित्र राष्ट्रों से 10.40 अरब डॉलर की वित्तीय सहायता हासिल की है।
इससे पहले जुलाई में एडीबी ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए अपने वृद्धि दर अनुमान को घटाकर सात प्रतिशत किया था।
एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने रुपये में मजबूती तथा जीडीपी के पूर्वानुमान में कटौती के कारण चालू वित्त वर्ष में भारत की मुद्रास्फीति का पूर्वानुमान घटाकर 4.10 प्रतिशत कर दिया है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़