एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीमों ने 40 घंटे की मशक्कत की बाद बच्चे को बोरवेल से बाहर निकाला। जानकारी के मुताबिक बोरवेल में गिरने के तीन-चार घंटे बाद ही लड़के की मौत हो गई थी।
20 घंटे से ज्याद समय से बच्चे को बचाने की कोशिशें जारी है। शुक्रवार दोपहर करीब तीन बजे बच्चा खुले बोरवेल के पास खेल रहा था और अचानक उसमें गिर गया।
एडिशनल एसपी अनिल सोनकर ने बताया कि बच्चा अपने दोस्तों के साथ खेतों में कटी हुई गेहूं की फसल पर खेल रहा था, इसी दौरान वह बोरवेल में गिर गया। बाकी बच्चों ने उसकी मदद करने की कोशिश की।
दिल्ली में 40 फुट गहरे बोरवेल में गिरे व्यक्ति को बाहर निकालने के लिये लगभग 14 घंटे तक बचाव अभियान चलाये जाने के बावजूद उसकी जान नहीं बचाई जा सकी और रविवार को व्यक्ति का शव बोरवेल से बाहर निकाल लिया गया।
14 घंटे से अधिक चले बचाव अभियान के बाद शख्स को बोरवेल से बाहर निकाल लिया गया था, लेकिन जब उसे अस्पताल ले जाया गया तब वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
दिल्ली के बोरवेल में गिरे शख्स का रेस्क्यू ऑपरेश जारी है। इस बीच दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी घटनास्थल पर पहुंची। यहां उन्होंने कहा कि जो भी अधिकारी इसके लिए जिम्मेदार होंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
महिला मंगलवार रात 8 बजे से घर से गायब थी। परिजन जब महिला की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाने जा रहे थे तो उन्होंने उसकी चप्पल बोरवेल के बाहर देखने पर पुलिस को सूचित किया।
भोपल के हमीदिया अस्पताल में 5 साल की मासूम माही ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। माही खेलने के दौरान बोरवेल में गिर गई थी। बोरवेल से निकाले जाने के बाद माही को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
राजगढ़ में गहरे बोरवेल में गिरी पांच साल की बच्ची को करीब 9 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सकुशल बचा लिया गया है। बच्ची की हालत ठीक बताई जा रही है।
बिहार के नालंदा में बच्चे के बोरवेल में गिरने से हड़कंप मच गया है। बच्चे को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया और घंटों की मशक्कत के बाद बच्चे को जिंदा सुरक्षित निकाल लिया गया है।
मध्य प्रदेश के सीहोर में बोरवेल में गिरी ढाई साल की बच्ची सृष्टि को बचाने के लिए चलाया जा रहा रेस्क्यू ऑपरेशन 51 घंटों के बाद गुरुवार को समाप्त हो गया।
सिहोर में बोरवेल में गिरी बच्ची को बचाने की कोशिश पिछले 17 घंटे से जारी है। फिलहाल बच्ची बोरवेल में 50 फीट की गहराई पर फंसी हुई है।
बोरबेल में फंसी दो साल की रौशनी को 21 घंटे की जद्दोजहद कर रेस्क्यू किया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। बच्ची को बोरबेल से निकालने के बाद अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत बताया।
जामनगर में दो साल की एक बच्ची शनिवार को एक बोरवेल में गिर गई। बच्ची बोरवेल में 25-30 फीट की गहराई में फंस गई है।
महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के एक गांव में बोरवेल में गिरे बच्चे की मौत हो गई है। बच्चे को 9 घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद बचाया गया था।
बच्चे के गिरते ही हड़कंप मच गया। फौरन रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। NDRF की पांच टीमें मौके पर पहुंची और करीब 8 घंटे के ऑपरेशन के बाद बच्चे को निकाल लिया गया था।
अहमदनगर में एक 5 साल का बच्चा शाम चार बजे से बोरवेल में फंसा है। उसे निकालने में प्रशासन की टीम जुटी है।
मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में गिरे 8 साल के बच्चे तन्मय को करीब साढ़े चार दिन तक चली मशक्कत के बाद बाहर निकाल लिया गया। लेकिन उसने दम तोड़ दिया। बोरवेल से बाहर निकालते ही सबसे पहले उसे एंबुलेंस से अस्पताल ने जाया गया। लेकिन वह नहीं बच सका।
तन्मय खेलते हुए 400 फुट गहरे बोरवेल के गड्ढे में जा गिरा। वह लगभग 40 फीट की गहराई पर फंसा हुआ है। बच्चे को निकालने के लिए बोर के समानांतर गड्ढा खोदा जा रहा है, लेकिन लगातार पानी आने की वजह से गड्ढे की गहराई ज्यादा नहीं बढ़ाई जा सकी है।
बोरवेल में बच्चे के गिरने की खबर तत्काल सुनील दियावार ने पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारी सहित एसडीईआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है।
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