इंग्लैंड को दूसरी पारी में 68 रनों पर निपटाने के बाद मेजबान टीम ने 5 जनवरी से एससीजी में चौथे टेस्ट से पहले 3-0 की अजेय बढ़त बना ली है।
एमसीजी में इस साल दर्शकों की संख्या की कोई सीमा तय नहीं की गयी है और स्थानीय मीडिया के अनुसार 55,000 टिकट पहले ही बिक चुके हैं।
मुक्केबाजी, भारोत्तोलन और मॉडर्न पेंटाथलान को लॉस एंजिल्स में 2028 में होने वाले ओलंपिक खेलों में अपना स्थान बरकरार रखने के लिये 18 महीने के अंदर अपनी व्यवस्था में सुधार करने के लिये कहा गया है।
मैरीकॉम ने कहा, "मैं इस समय घर पर ही ट्रेनिंग कर रही हूं। मैं जनवरी के मध्य में अपनी टीम के साथ कड़ा अभ्यास करूंगी और विश्व चैम्पियनशिप के लिये तैयारी करूंगी।"
पदार्पण कर रहे निशांत देव (71 किग्रा) बुधवार को यहां हंगरी के लास्जलो कोजाक पर 5-0 की शानदार जीत से एआईबीए पुरूष विश्व चैम्पियनशिप के दूसरे दौर में पहुंचने वाले सातवें भारतीय मुक्केबाज बन गये।
आठ वर्गों में विश्व चैम्पियन रहे महान मुक्केबाज मैनी पैकियाओ ने बुधवार को खेल को अलविदा कहने की घोषणा कर दी।
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, "मुझे महान लड़ाके और मुकाबले पसंद है। इस बार मैं शनिवार की रात ऐसे ही एक मुकाबले का हिस्सा रहूंगा और अपने विचार भी रखूंगा। आप इसे चूकना नहीं चाहेंगे।"
भारतीय मुक्केबाजों ने दुबई में आयोजित एशियाई युवा चैंपियनशिप में अपना दबदबा रखते हुए छह स्वर्ण, नौ रजत और पांच कांस्य पदक जीते
जूनियर और युवा मुक्केबाजों के लिये साथ में हो रहे टूर्नामेंट में भारत के 35 से अधिक पदक पक्के हो गए हैं।
टूर्नामेंट में युवा वर्ग में विजेता को 6000 डॉलर जबकि रजत पदक विजेता को 3000 और कांस्य पदक जीतने पर 1500 डॉलर दिये जायेंगे।
भारत के चार मुक्केबाजों ने दुबई में चल रही एशियाई युवा मुक्केबाजी चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में प्रवेश किया।
रोहित चमोली, अंकुश और गौरव सैनी उन छह भारतीय मुक्केबाजों में शामिल हैं, जिन्होंने दुबई में जारी एएसबीसी यूथ एंड जूनियर बॉक्सिंग चैंपियनशिप के उद्घाटन के मौके पर अपने-अपने मुकाबलों में जीत दर्ज की।
69 किग्रा भारवर्ग के मुक्केबाजी प्रतियोगिता में लवलीना बोरगोहेन को सेमीफाइल मैच में तुर्की की बॉक्सर बुसेनाज सुरमेनेली से हार का सामना करना पड़ा।
लवलीना का पदक पिछले नौ वर्षों में भारत का मुक्केबाजी में पहला पदक होगा लेकिन उनका लक्ष्य अब फाइनल में पहुंचना है।
सतीश ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले भारत के पहले हैवीवेट मुक्केबाज हैं।
पांच पुरुष और चार महिलाओं सहित नौ मुक्केबाजों ने टोक्यो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया था लेकिन केवल लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा) ही सेमीफाइनल में पहुंचकर एकमात्र पदक हासिल कर सकीं हैं।
कोकुगिकान एरेना में रविवार को विश्व चैम्पियन और एशियाई चैम्पियन उज्बेकिस्तान के बाखोदीर जालोलोव ने ब्ल्यू कार्नर से खेल रहे सतीश को एकतरफा अंदाज में 5-0 के अंतर से हराकर टोक्यो से विदा किया।
मौजूदा विश्व चैंपियन बाखूदीर जालोलोव से क्वॉर्टर फाइनल में सतीश का मुकाबला रविवार को होगा।
दो बार एशियाई चैम्पियनशिप के कांस्य पदक विजेता सतीश को ब्राउन के खराब फुटवर्क का फायदा मिला।
ओलंपिक खेलों के पांचवें दिन भारत का प्रदर्शन इस प्रकार रहा।
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