चंद्रयान-3 ने इतिहास रच दिया है। चंद्रयान 3 ने चांद की सतह पर सुरक्षित लैंडिंग की है। ये भारत के लिए ऐतिहासिल पल है।
Chandrayaan 3: चंद्रयान-3 ने इतिहास रच दिया है। चंद्रयान-3 सफलतापूर्वक चंद्रमा की सतह पर उतर गया है। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि अब बच्चे कहेंगे कि चंदा मामा बस एक टूर के हैं।
चंद्रयान-3 ने चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग कर ली है। इतने बड़े मून मिशन को लेकर उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के लोग बेहद गर्व महसूस कर रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि उनके गांव से निकले एक लड़के का भी चंद्रयान-3 मिशन में अहम योगदान है।
चंद्रयान-3 की लैंडिंग चांद पर होने ही वाली है। उससे ठीक पहले एक एस्ट्रोनॉट का वीडियो खूब वायरल हो रहा है। वीडियो को देखने के बाद आप भी हैरान रह जाएंगे।
चंद्रयान-3 आज चंद्रमा के दक्षिणी हिस्से में लैंड करने वाला है। दुनियाभर के अंतरिक्ष वैज्ञानिकों को इस मिशन से चांद के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी मिलने की उम्मीद है।
चंद्रमा पर मनुष्य की बनाई कोई वस्तु पहली बार आज से करीब 64 साल पहले 13 सितंबर 1959 को लूना 2 के रूप में पहुंची थी।
चंद्रयान 3 की चंद्रमा के दक्षिणी पोल पर लैंडिंग से पहले पूरी दुनिया की निगाहें भारत पर टिक गई हैं। दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग सम्मेलन में भी भारत का चंद्रयान 3 मिशन ब्रिक्स की सुर्खियां बन गया है। हर कोई भारत के मून मिशन की सराहना कर रहा है। दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने भारत को इसके लिए बधाई दी है।
चंद्रयान 3 की लैंडिंग का काउंटडाउन जारी है। 3 अगस्त शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद की सतह पर चंद्रयान 3 के लैंडर विक्रम की सॉफ्ट लैंडिंग के साथ भारत इतिहास रचेगा और चांद पर लैंड करने वाला चौथा देश बन जाएगा।
Chandrayaan-3 Landing Highlights: चंद्रयान 3 ने इतिहास रच दिया है। उसने चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की है।
पाकिस्तान के पूर्व मंत्री और चंद्रयान 2 की असफलता पर भारत को कोसने वाले और जश्न मनाने वाले फवाद चौधरी ने अब चंद्रयान 3 की सफलता को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने चंद्रयान 3 की लाइव लैंडिंग को लेकर भी अपना पक्ष रखा है। जानिए इसरो और भारतीय वैज्ञानिकों के लिए क्या बोले फवाद?
अगर चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल चंद्रमा में सॉफ्ट लैंडिंग के अपने लक्ष्य को हासिल कर लेता है तो इससे तमिलनाडु के खाते में एक और उपलब्धि जुड़ जाएगी।
इसरो ने चंद्रयान-3 के लिए हर स्तर पर प्लानिंग और तैयारी पुख्ता की है। अगर जरूरत पड़ी तो चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर को चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल बैकअप की तरह काम में लेगा।
इसरो द्वारा चांद तक पहुंचने का प्रयास काफी दिलचस्प रहा है। 2008 में चंद्रयान-1 से इस अभियान की शुरुआत रही। तीनों अभियानों के प्रमुख तमिलनाडु से ही जुड़े रहे।
भारत इतिहास रचने की दहलीज पर पहुंच चुका है। आज शाम चांद की सतह पर विक्रम लैंडर के कदम रखते ही भारत यह उपलब्धि हासिल करने वाला चौथा देश बन जाएगा।
आज भारत के लिए एक बहुत बड़ा दिन है। आज ही चंद्रयान- 3 चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा। ऐसे में केंद्र सरकार ने सभी विश्वविद्यालयों और हायर एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस से चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग का सीधा प्रसारण दिखाने के लिए विशेष सभाएं आयोजित करने को कहा है।
सोशल मीडिया पर एस्ट्रोनॉट सुल्तान अलनियादी का ये वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। चंद्रयान-3 की चर्चा के बीच लोग अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स से इस वीडियो को लगातार शेयर कर रहे हैं। साथ ही मजेदार कमेंट्स भी कर रहे हैं।
चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग चांद के सबसे कठिन हिस्से में कराने को लेकर काउंटडाउन शुरू हो चुका है। ऐसे में बिहार के गया में रहने वाले वैज्ञानिक सुधांशु के माता–पिता सफल लैंडिंग के लिए पूजा पाठ कर रहे हैं।
जैसे ही चंद्रयान-3 मिशन का लैंडर विक्रम चांद की धरती पर कदम रखेगा, भारत पूरी दुनिया के स्पेस पावर के लिए मिसाल बन जाएगा। चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग करने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन जाएगा।
चंद्रयान-3 का लैंडर रोवर विक्रम आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद की सतह पर कदम रखेगा। जानिए चंद्रयान की लैंडिंग के लिए इसरो ने 23 अगस्त की ही तारीख क्यों तय की। लैंडिंग के बाद क्या खुलेंगे चांद के अनजाने रहस्य-
चंद्रयान-2 की असफलता पर भारत को कोसने वाले और पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी के सुर अचानक बदल गए हैं। उन्होंने मांग की है कि चंद्रयान-3 की लैंडिंग का लाइव प्रसारण पाकिस्तान में भी किया जाए। जानिए उनका मन अचानक क्यों बदल गया? क्यों वे भारत के मून मिशन को ऐतिहासिक कह रहे हैं?
संपादक की पसंद